भिलाई . आईआईटी भिलाई में संस्कृति, भाषा और परंपरा केंद्र की स्थापना की गई है। यह केंद्र परिसर में एक बहुसांस्कृतिक और बहुभाषी वातावरण बनाने के लिए स्थापित किया गया है। इस केंद्र में विशेष रूप से छत्तीसगढ़ समुदायों की भाषाई विविधता, सांस्कृतिक बहुलवाद, पारिस्थितिक ज्ञान और सामूहिक स्मृति को अग्रभूमि में लाने के लिए काम करेगा।
सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष
यह केंद्र सांस्कृतिक विरासत, विश्व साहित्य, लुप्तप्राय भाषाओं, तुलनात्मक भाषा विज्ञान, स्वदेशी ज्ञान, सांस्कृतिक स्वास्थ्य और सतत विकास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर समाज के लिए सामयिक प्रासंगिकता के मुद्दों पर अनुसंधान को बढ़ावा देगा। आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश इस केंद्र के सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष हैं।
वैदिक मैथ्स की ट्रिक समझाई
इसी कड़ी में मंगलवार को इस केंद्र ने आईआईटी भिलाई के मिथिला लेक्चर हाल में उद्घाटन व्याख्यान रखा गया। वैदिक गणित की अनिवार्यता विषय पर हुए व्याख्यान में पंजाब नेशनल बैंक के जीएम जोनल आशीष चतुर्वेदी शामिल हुए। उन्होंने वैदिक गणित की बारीकियां आईआईटी के विद्यार्थियों को समझाई।
वैदिक गणित की अवधारणा समझाई
छात्रों को सरल और सुलभ तरीके से वैदिक गणित की अवधारणाओं को समझाने के लिए विशेष सेशन लिया। डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने इस क्षेत्र में छात्रों की रुचि पर संतोष व्यक्त किया और संकाय और छात्रों को भारत की स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों पर इस तरह के और सत्र आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।