Thursday, December 4, 2025
Home » Blog » प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदलकर सरकार ने किया सेवा तीर्थ, जानिए और किसका नाम बदला

प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदलकर सरकार ने किया सेवा तीर्थ, जानिए और किसका नाम बदला

सत्ता से सेवा की ओर बढ़ रहे

by Dakshi Sahu Rao
0 comments
cg prime news

CG Prime News@भिलाई. The government has renamed the Prime Minister’s Office as Seva Teerth संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का नाम बदलकर सेवा तीर्थ कर दिया है। वहीं देश भर के राज्य भवन का नाम अब लोक भवन होगा। इसके अलावा केंद्रीय सचिवालय को कर्तव्य भवन के नाम से जाना जाएगा।

सत्ता से सेवा की ओर बढ़ रहे

बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया था। पीएम का आधिकारिक निवास भी रेस कोर्स रोड कहलाता था, जिसे 2016 में बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया था। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सरकार के सूत्रों के हवाले से मंगलवार को यह जानकारी दी। पीएमओ के अफसरों ने कहा, सार्वजनिक संस्थानों में बड़ा बदलाव हो रहा है। सत्ता से सेवा की ओर बढ़ रहे हैं। ये बदलाव प्रशासनिक नहीं, सांस्कृतिक है।

78 साल पुराने साउथ ब्लॉक से शिफ्ट होगा PMO

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दफ्तर (PMO) अब 78 साल पुराने साउथ ब्लॉक से निकलकर ‘सेवा तीर्थ’ नाम वाले नए एडवांस कैंपस में शिफ्ट होने जा रहा है। यह बदलाव सेंट्रल विस्टा री डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का बड़ा हिस्सा है। 14 अक्टूबर को कैबिनेट सचिव टी.वी. सोमनाथन सेवा तीर्थ-2 में सेना प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर चुके हैं।

सेवा तीर्थ में क्या-क्या होगा?

  • PMO सेवा तीर्थ-1 से काम करेगा।
  • सेवा तीर्थ-2 में कैबिनेट सचिवालय होगें।
  • सेवा तीर्थ-3 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) का दफ्तर होगा।

गृह मंत्रालय नॉर्थ ब्लॉक से शिफ्ट हो रहा

सितंबर में बताया गया था कि केंद्रीय गृह मंत्रालय का पता रायसीना हिल्स, नॉर्थ ब्लॉक से जल्द ही बदलने वाला है। इसे जनपथ में बनी कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट (CCS) बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा रहा है। इसकी प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। सेंट्रल विस्टा री डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत सभी मंत्रालयों के लिए कर्तव्य पथ पर 10 ऑफिस बिल्डिंग और एक कन्वेंशन सेंटर समेत CCS बनना है। इनमें से तीन बिल्डिंग लगभग बन चुकी हैं। सभी ऑफिस शिफ्ट होने के बाद दोनों ब्लॉकों को ‘युगे युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय’में बदल दिया जाएगा।

You may also like