मुंगेली। आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार सबसे ज्यादा चर्चित और सफल योजनाओं में शामिल है। इस योजना के तहत गरीबों को पांच लाख रुपये तक फ्री इलाज की सुविधा हासिल है, लेकिन कुछ जिम्मेदार लोग इस योजना को ही बदनाम कर रहे है। इसका ताजा उदाहरण मुंगेली जिले के पथरिया विकासखंड के कंचनपुर गांव में देखने को मिला, जहां एक शिक्षक पर मुफ्त आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ग्रामीणों से 500 रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा है।
बता दें कि इस मामले का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में शिक्षक और एक जनप्रतिनिधि के बीच तीखी बहस देखी जा सकती है। फिलहाल जो आरोप सामने आए हैं उन्होंने योजना पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, पथरिया विकासखण्ड के कंचनपुर गांव में आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य शिक्षक राम सिंह राजपूत को सौंपा गया है। एक ओर जहां घर घर जाकर मुफ्त में कार्ड बनाने का शासन का निर्देश है, लेकिन शिक्षक आयुष्मान कार्ड बनाने के बदले 500 रुपये लोगों से ले रहा है। बताया जा रहा है कि, जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की तो कंचनपुर की उप सरपंच वर्षा बाई मरकाम ने शिक्षक से सवाल-जवाब किया। वायरल वीडियो में शिक्षक यह स्वीकार करते दिख रहे हैं कि उन्होंने पैसे लिए लेकिन दावा किया कि यह जबरदस्ती नहीं था और सरकार की ओर से कोई स्पष्ट आदेश नहीं मिला।
फिलहाल इस मामले को लेकर उप सरपंच वर्षा बाई मरकाम ने लिखित शिकायत मुंगेली के जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी है, जिसमें शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।

