DURG: ACB-EOW का बड़ा छापा: स्पर्श अस्पताल के डायरेक्टर, कारोबारी अशोक अग्रवाल सहित 20 से ज्यादा नामी लोगों के घर दबिश

CG PRIME NEWS

CG Prime News@भिलाई. chhattisgarh liquor scam छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ACB और EOW की टीम ने प्रदेश में 20 से ज्यादा जगहों पर मंगलवार को छापा मारा। अकेले दुर्ग जिला के दुर्ग-भिलाई में 22 जगहों पर एसीबी-ईओडब्ल्यू की एक साथ रेड से हड़कंप मच गया। दुर्ग-भिलाई के 7 से ज्यादा नामी कारोबारियों, बिल्डर्स के घर दबिश के बाद एसीबी-ईओडब्ल्यू की टीम की जांच जारी है। दुर्ग जिले में पहले भी शराब घोटाला मामले में नामी कारोबारियों और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर पर छापा पड़ चुका है।

दुर्ग-भिलाई में इन कारोबारियों के यहां पड़ा है छापा

एसके केजरीवाल, नेहरू नगर, भिलाई
अशोक अग्रवाल, आम्रपाली अपार्टमेंट, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, भिलाई
विनय अग्रवाल, खुर्सीपार
संजय गोयल, डायरेक्टर स्पर्श हॉस्पिटल, नेहरू नगर
विश्वास गुप्ता, बिल्डर, दुर्ग
बंसी अग्रवाल, नेहरू नगर
आशीष गुप्ता, डायरेक्टर, आशीष इंटरनेशनल होटल सुपेला, नेहरू नगर स्थित घर में कार्रवाई।

महासमुंद में कारोबारियों के ठिकानों पर कार्रवाई

महासमुंद जिले के सांकरा और बसना में भी ACB-EOW कार्रवाई कर रही है। सांकरा में कैलाश अग्रवाल और बसना में जय भगवान अग्रवाल के ठिकानों में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। यहां दो वाहनों में 20 सदस्यीय टीम पहुंची है।

क्या है शराब घोटाला ?

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था।

ED की ओर से दर्ज कराई गई FIR की जांच ACB कर रही है। ACB से मिली जानकारी के अनुसार साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई। इससे शासन को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ है।