CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले में कांग्रेस ने मनरेगा ( MNREGA) में लगातार हो रही कटौती को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हल्की झड़प की भी स्थिति बन गई थी। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश से रोक दिया। दरअसल कांग्रेसियों का कहना है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में लगातार कटौती हो रही है। जिससे ग्रामीणों को एक बार फिर पलायन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मनरेगा मजदूरों की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई।

मामले पर की जाएगी चर्चा
दुर्ग एसडीएम हितेश वाधवानी ने कहा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनरेगा में कटौती को लेकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कांग्रेस शासन में 42 लाख मानव दिवस का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसमें धीरे-धीरे कटौती की है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले पर चर्चा की जाएगी और सरकार को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा।
वादाखिलाफी का आरोप
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने भाजपा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मनरेगा के तहत 42 लाख मानव दिवस सृजित किए गए थे, जो भाजपा सरकार के आने के बाद 2024-25 में घटकर 32 लाख हो गए और अब 2025-26 में केवल 18 लाख मानव दिवस निर्धारित किए गए हैं।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह सिर्फ आंकड़ों की कटौती नहीं, बल्कि लाखों ग्रामीण मजदूरों की आजीविका पर सीधा हमला है। उन्होंने बताया कि जिले में लगभग 1.5 लाख सक्रिय मनरेगा मजदूर हैं, लेकिन अब केवल 10,000 मजदूरों को ही काम मिल पा रहा है, जबकि पहले 40-50 हजार मजदूरों को रोजगार मिलता था। रोजगार की भारी कमी के कारण अब ग्रामीणों को दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
भाजपा सरकार से सुधार की मांग
पूर्व विधायक अरुण वोरा ने भी प्रदर्शन में शामिल होकर कहा कि भाजपा सरकार को ग्रामीण मजदूरों की स्थिति पर तुरंत ध्यान देना चाहिए और मनरेगा में बजट व कार्य दिवसों की बहाली करनी चाहिए।


