रायपुर। Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की गूंज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर तक पहुंची। इस आतंकी हमले ने छत्तीसगढ़ के दो टूरिस्ट को अपनी चपेट में लिया है। जिसमें से एक की मौत हो गई जबकि दूसरी की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद पूरे देश में राजनीति का माहौल गरमा गया है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने घटना पर रोष जताया है।
डॉ. सलीम राज ने घटना पर रोष जताते हुए कहा कि आतंकवादी का धर्म भी तय हो गया है, और वह कौन से धर्म के अंत के लिए काम करें, यह भी तय हो गया है। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को खत्म कर अखंड भारत का सपना पूरा करना चाहिए।
आतंकियों ने हिंदू-मुस्लिम की एकता को खंडित किया
बता दें कि पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने 27 पर्यटकों को मार डाला। ये सभी पर्यटक गर्मी के मौसम में कश्मीर की घाटी का भ्रमण करने पहुंचे थे। सब अपने परिवार के साथ सैर सपाटा कर रहे थे। इस दौरान पहलगाम में आतंकवादी आए और 27 लोगों का नाम पूछकर उन पर गोलियां बरसा दी। आतंकी हमले में मारे गए दिनेश मिरानिया के घर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज पहुंचे हुए थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि दिनेश मिरानिया ने कभी हिंदू-मुसलमान की बात नहीं की है, केवल मानवता की बात की है लेकिन आज आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर मारा है। हिंदू-मुस्लिम की एकता को खंडित करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि वक्फ बिल आने के बाद दबाव बना रहे थे कि ये बिल मुसलमान के हित नहीं है, मुसलमानों की तरक्की का बिल नहीं है। इसके बाद ही यह घटना सामने आई है। इस घटना से तय हो चुका है कि आतंकवादियों का धर्म है। आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर मारा है। हमारी गंगा-जमुना की तहजीब को खत्म करने का काम किया है।
सरकार से बदला लेने की मांग
बिलासपुर के लोगों ने पहलगाम टेरर अटैक के आतंकवादियों पर कार्रवाई की मांग की है। पाकिस्तानी झंडे जालने के बाद बिलासपुर के लोगों ने मांग की कि इस आतंकी हमले का बदला लिया जाए। निर्दोष लोगों की जो शहादत हुई है उस पर सरकार सख्त कदम उठाए। आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाए, जिन 27 निर्दोष लोगों की जान गई है। उसका सरकार को बदला लेना चाहिए।
राजनीतिक दलों ने जताया आक्रोश
वहीं पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए छत्तीसगढ़ के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने एकजुटता दिखाई है। कांग्रेस ने इस हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है और केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। अन्य दलों ने भी इस घटना को कायरतापूर्ण करार देते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
