Home » maa bamleshwari temple
Tag:

maa bamleshwari temple

cg prime news

CG Prime News@डोंगरगढ़. Free medical camp at Maa Bamleshwari Temple, Dongargarh मां बम्लेश्वरी मंदिर प्रांगण डोंगरगढ़ में शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग, हुडको, भिलाई और शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी के संयुक्त तत्वावधान में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों को स्वास्थ्य परामर्श, जांच एवं नि:शुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई गईं। पिछले 6 दिनों में इस शिविर से 1200 से अधिक श्रद्धालु और मरीजों को नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श, नर्सिंग सहायता, आवश्यक दवाइयाँ उपलब्ध कराई गई।

डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ दे रहे सेवा

इस पूरे आयोजन में शंकराचार्य गु्रप ऑफ कॉलेज के अध्यक्ष आईपी मिश्रा का विशेष योगदान रहा। उनके प्रयासों से ही दोनों शिफ्टों में योग्य चिकित्सक उपलब्ध कराए गए तथा मरीजों के लिए नि:शुल्क दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। शिविर का संपूर्ण प्रबंधन शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग के निदेशक डॉ. दीपक शर्मा और डॉ. मोनिषा शर्मा के नेतृत्व में संचालित हो रहा है। डॉ. दीपक शर्मा ने चिकित्सा शिविर को लेकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस आयोजन से अभिभूत हैं और मां बम्लेश्वरी मंदिर के दर्शनार्थियों को सेवा प्रदान कर पाना उनके लिए अत्यंत सुखद और सौभाग्य की बात है।

मंदिर आने वाले श्रद्धालु लगातार डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की समर्पित सेवा भावना की सराहना कर रहे हैं। मां बम्लेश्वरी मंदिर पहुंचे दर्शनार्थियों और पर्यटकों ने चिकित्सा शिविर की टीम की सराहना करते हुए कहा कि पूरी टीम अत्यंत सहयोगी एवं मददगार रही। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने न केवल धैर्यपूर्वक उनकी समस्याएँ सुनीं, बल्कि उचित परामर्श और दवाइयाँ भी नि:शुल्क उपलब्ध कराईं। शिविर में कार्यरत सभी सदस्य सेवा भाव से जुड़े रहे। जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा प्राप्त हुई।

श्रद्धालुओं ने की चिकित्सा शिविर की सराहना

मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल गट्टानी, सीपी मिश्रा, संजीव गोमस्तव, बबलू सांडिल्य सहित अन्य ट्रस्टियों ने शिविर को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग दिया। स्थानीय स्तर पर शिविर के समन्वय जिम्मेदारी बीआईटी दुर्ग के डॉ. अभिषेक चक्रवर्ती निभा रहे हैं। मां बम्लेश्वरी धाम पहुंचे श्रद्धालुओं ने इस पहल की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ के बीच चिकित्सा सुविधा मिलना बेहद सुखद अनुभव है।

लोग डॉक्टरों और नर्सों की नि:स्वार्थ सेवा भावना की प्रशंसा कर रहे हैं। यह चिकित्सा शिविर न केवल श्रद्धालुओं के लिए राहत का माध्यम बना, बल्कि यह संदेश भी दिया कि सामूहिक प्रयास और सेवा भावना से समाज में बड़ी सकारात्मक पहल की जा सकती है। श्रद्धालुओं ने इस पहल को माँ बम्लेश्वरी की नगरी में मानव सेवा का अनूठा उदाहरण बताते हुए आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

cg prime news

CG Prime News@दुर्ग. सरकारी नौकरी लगने की मन्नत पूरी होने पर दुर्ग जिले की 12 वीं बोर्ड टॉपर महिमा नवरात्रि में पैदल मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने के लिए डोंगरगढ़ निकली थी। राजनांदगांव जिले में वह हिट एंड रन की शिकार हो गई। एक तेज रफ्तार थार सवार ने उसे बेहरमी से सड़क पर कुचल दिया और उसकी मौत हो गई।

भिलाई के जामुल अटल अवास निवासी महिमा साहू का शव जब उसके घर पहुंचा तो परिजनों रो-रोककर बेहाल हो गए। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर किस तरह से खुद को संभाले। महिमा घर की इकलौती कमाऊ सदस्य थी।

ऐसे हुआ दिलदहला देने वाला हादसा

मिली जानकरी के अनुसार भिलाई के अटल आवास जामुल की रहने वाली महिमा साहू अपनी बहन और मोहल्ले के बाकी श्रद्धालुओं के साथ पैदल यात्रा में शामिल होकर मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए डोंगरगढ़ जा रही थी। पैदल यात्रा का माहौल जयकारों से गूंज रहा था।

महिमा के मामा नितेश साहू ने बताया कि सोमवार रात 8:30 बजे वो अपनी छोटी बहन याचना के साथ पैदल डोंगरगढ़ दर्शन के लिए निकले थे। रास्ते में बेकाबू थार क्रमांक CG04 QC 8007  आते देख दोनों घबरा गए। इसी दौरान बहनों का हाथ छूट गया। थार ने महिमा को टक्कर मार दी। हादसे में युवती गंभीर रूप से घायल हो गई। साथी श्रद्धालु तुरंत उसे उठाकर सेक्टर-9 अस्पताल भिलाई पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

गाड़ी से कुचलकर भाग गया ड्राइवर

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के वक्त बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल यात्रा पर थे। लोग “जय माता दी” के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। इसी बीच तेज रफ्तार थार महिमा को टक्कर मारकर फरार हो गया। 20 साल की महिमा साहू 2023 में 12वीं की टॉपर थी। राज्य में 6वां रैंक हासिल किया था। यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। कलेक्टर बनना चाहती थी। वहीं, पोस्ट ऑफिस में सरकारी नौकरी भी कर रही थी। घटना सोमनी थाना इलाके की है।

मन्नत मांगी थी माता से

बता दें, कि महिमा ने सरकारी नौकरी लगने के तीन साल पहले मन्नत मांगकर डोंगरगढ़ जाने का संकल्प लिया था। यह तीसरा और अंतिम वर्ष था। आठ महीने पहले ही उसे कोंडागांव में सरकारी नौकरी मिली थी।

मनोकामना पूरी होने के बाद वह डोंगरगढ़ दर्शन के लिए रवाना हुई थी, लेकिन माता के दरबार तक पहुंच नहीं सकी। परिवार के मुताबिक, युवती ने संकल्प लिया था कि नौकरी लगने के बाद लगातार तीन वर्षों तक दर्शन के लिए पैदल डोंगरगढ़ जाएगी। इस वर्ष वह अंतिम बार जा रही थी।

cg prime news

CG Prime News@दुर्ग. 10 express trains will stop at Dongargarh during Navratri छत्तीसगढ़ में नवरात्र पर डोंगरगढ़ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। रेलवे ने 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज 9 दिनों तक के लिए डोंगरगढ़ में दे दिया है। 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक निर्धारित एक्सप्रेस ट्रेनें डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन रूकेंगी। वहीं दुर्ग से डोंगरगढ़ तक एक स्पेशल मेमू ट्रेन भी चलाई जाएगी। इसके अलावा 2 मेमू ट्रेनों को गोंदिया तक आगे बढ़ाया गया है। जिससे डोंगरगढ़ जाने वाले यात्रियों को बड़ी सहूलियत दी है।

बतां दें हर साल नवरात्रि में लाखों श्रद्धालु मां बम्लेश्वरी के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचते हैं। साल का सबसे बड़ा 9 दिनों का नवरात्रि मेला भी डोंगरगढ़ में लगता है। ऐसे में रेलवे के द्वारा अतिरिक्त ट्रेनों के स्टॉपेज देने से यात्रियों के चेहरे खिल गए हैं। छत्तीसगढ़ के अलावा पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में भक्त, माता के दर्शन करने के लिए डोंगरगढ़ पहुंचते हैं।

यह ट्रेनें रूकेगी डोंगरगढ़ में

बिलासपुर-भगत की कोठी-बिलासपुर, बिलासपुर-बीकानेर-बिलासपुर, बिलासपुर-चेन्नई-बिलासपुर, बिलासपुर-पुणे-बिलासपुर और रायपुर-सिकंदराबाद-रायपुर एक्सप्रेस का स्टॉपेज 2 मिनट के लिए दिया जाएगा।

गोंदिया तक जाएगी रायपुर-डोंगरगढ़ मेमू ट्रेन

इसी तरह रायपुर-डोंगरगढ़ मेमू को 9 दिन के लिए गोंदिया तक बढ़ाया गया है। यह ट्रेन डोंगरगढ़ से चलकर गुदमा, आमगांव, धानौली, सालेकसा, दरेकसा, बोरतलाव, पनिया-जोब होते हुए गोंदिया पहुंचेगी। वापसी में गोंदिया से डोंगरगढ़ होते हुए रायपुर तक जाएगी।

दुर्ग और डोंगरगढ़ के बीच चलेगी मेमू स्पेशल

इसके अतिरिक्त दुर्ग और डोंगरगढ़ के मध्य 9 दिन के लिए एक मेमू स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएगी। यह ट्रेन दुर्ग से रसमड़ा, मुरहीपार, परमलकसा, राजनांदगांव, बकल, मुसरा, जटकन्हार होते हुए डोंगरगढ़ पहुंचेगी।

गोंदिया-दुर्ग मेमू का फेरा बढ़ाया

गोंदिया-दुर्ग मेमू को 9 दिन के लिए रायपुर तक बढ़ाया गया है। यह ट्रेन गोंदिया से दुर्ग तक पहुंचने के बाद भिलाई नगर, भिलाई पावर हाउस, भिलाई, देव बलौदा चरौदा, डी-केबिन, कुम्हारी, सरोना होते हुए रायपुर पहुंचेगी। वापसी में भी यही मार्ग तय करते हुए गोंदिया लौटेगी।

cg prime news

CG Prime News@भिलाई. 30 मार्च से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) में देवी भक्तों के लिए रेलवे (Railway) ने बड़ी राहत दी है। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध डोगरगढ़ मंदिर दर्शन (maa bamleshwari temple) के लिए 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज दिया गया है। मां बम्लेश्वरी देवी दर्शन के लिए हर साल दोनों नवरात्र बड़ी संख्या में श्रद्धालु डोंगरगढ़ पहुंचते हैं। इसके तहत 30 मार्च से 6 अप्रैल तक 10 ट्रेनें डोंगरगढ़ स्टेशन में रुकेंगी। इसमें लंबी दूरी की गाडिय़ां भी शामिल हैं।

इन गाडिय़ों का किया विस्तार

68742 / 68741 गोंदिया-दुर्ग मेमू पैसेंजर को रायपुर तक।
68729/ 68730 रायपुर-डोंगरगढ मेमू पैसेंजर को गोंदिया तक।
08709/08710 डोंगरगढ-दुर्ग मेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।
08701/08702 दुर्ग-रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।

लगता है डोंगरगढ़ में मेला

दरअसल, इस बार चैत्र नवरात्र पर्व 30 मार्च से शुरू हो रहा है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी डोंगरगढ़ में नवरात्र पर्व पर मेले का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। साथ ही डोंगरगढ़ स्टेशन में यात्रियों का दबाव भी बढ़ जाता है। ऐसे में रेलवे प्रशासन देवी दर्शन और मेला जाने वाले श्रद्धालुओं को अतिरिक्त सुविधा देने का आदेश दिया है।

दुर्ग-हटिया स्पेशल ट्रेन 27 जून तक

नवरात्रि में रेल यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन के द्वारा दुर्ग-हटिया के मध्य चल रही स्पेशल ट्रेन के परिचालन में विस्तार किया गया है। अब यह स्पेशल ट्रेन 27 जून तक चलेगी। पहले इसे 28 मार्च तक चलाने का निर्णय लिया गया था। 08185 हटिया-दुर्ग द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन एक अप्रैल से 26 जून और 08186 दुर्ग-हटिया द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन दो अप्रैल से 27 जून तक चलेगी।

लाखों भक्त आते हैं मन्नत लेकर

डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर में हर साल दोनों नवरात्रि में लाखों भक्त अपनी मन्नत लेकर मां के दर्शन करने पहुंचते हैं। इनमें छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र के भक्त भी शामिल हैं। नौ दिनों तक यहां भव्य मेला लगता है। इसके साथ ही मां के मंदिर परिसर में हर साल हजारों मनोकामना ज्योति कलश जलाए जाते हैं।