नर्सिंग की पढ़ाई कर भारतीय सेना का हिस्सा बनीं सुष्मिता और कविता

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शासकीय नर्सिंग कॉलेज दुर्ग से की है पढ़ाई पूरी, लेफ्टिनेंट बन मिलिट्री हॉस्पिटल में दे रहीं अपनी सेवाएं

भिलाई। कचांदुर दुर्ग स्थित चंदूलाल चंद्राकर शासकीय नर्सिंग कॉलेज (Chandulal Chandrakar Government Nursing College located at Kachandur Durg) की छात्राएं पढ़ाई पूरी कर अपना सुनहरा भविष्य गढ़ रही हैं। यहां की दो नर्सिंग छात्राओं सुष्मिता मनहर और कविता टंडन का  चयन प्रतिष्ठित मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) के लिए हुआ है। हाल ही में कॉलेज के दीक्षांत समारोह में सुष्मिता और कविता को सम्मानित किया गया। दोनों छात्राएं नर्सिंग सेवा के लिए भारतीय सेना का हिस्सा बन कर खुद को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। (Sushmita and Kavita became part of the Indian Army after studying nursing)

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उल्लेखनीय है कि सुष्मिता मनहर मूल रूप से कोरबा जिले के प्रेम नगर की रहने वाली है। उनके पिता बुधराम मनहर एसईसीएल में इलेक्ट्रीशियन के रूप में कार्यरत हैं। सुष्मिता ने अगस्त 2023 में शासकीय नर्सिंग कॉलेज दुर्ग से अपनी बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई पूरी की थी। करियर निर्माण की तैयारी को लेकर सुष्मिता ने बताया कि कॉलेज की पढ़ाई पूरी होते ही उन्होंने पूरा फोकस प्रतियोगी परीक्षा पर किया। जिसमें कॉलेज की प्रिंसिपल रीमा राजेश व सभी प्राध्यापकों ने समय-समय पर मार्गदर्शन दिया।

रोज 9 से 10 घंटे की पढ़ाई

रोजाना 9-10 घंटे की पढ़ाई के दौरान प्रतियोगी परीक्षा से जुड़े पाठ्यक्रम पर रहा। अंतत: सपना साकार हुआ और उनका चयन मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) में लेफ्टिनेंट के रूप में हो गया। वर्तमान में सुष्मिता मिलिट्री हॉस्पिटल अमृतसर पंजाब में तैनात हैं। सुष्मिता कहती हैं-वह भारतीय सेना का हिस्सा बनकर बेहद खुश हैं खुद को गौरवान्वित महसूस करती हैं। बांधा पार, जिला महासमुंद की रहने वाली कविता टंडन के पिता भूषण टंडन प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं।

नर्सिंग से जुड़ी सेवाओं पर लगाया ध्यान

कविता बताती हैं कि उन्होंने अगस्त 2023 में शासकीय नर्सिंग कॉलेज दुर्ग से बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने अपना ध्यान नर्सिंग से जुड़ी सेवाओं पर लगाया। प्रतियोगी परीक्षा के लिए उन्होंने हर संभव तैयारी की। जिसमें कॉलेज की लाइब्रेरी भी सहायक बनीं। वहीं कॉलेज की प्रिंसिपल रीमा राजेश व प्राध्यापकों का भी मार्गदर्शन मिला। जिसके चलते उनका मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) में लेफ्टिनेंट के पद पर चयन हुआ। कविता वर्तमान में कमांड अस्पताल पुणे में तैनात हैं। कविता कहती हैं- भारतीय सेना का हिस्सा बनकर वह बेहद खुश है और खुद को बेहद गौरवान्वित मानती हैं।