दुर्ग रेप कांड: SIT ने शुरू की जांच, आरोपी का DNA टेस्ट के लिए भेजा सैंपल

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CG Prime News@भिलाई. Durg minor girl rape murder case दुर्ग जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म (RAPE) फिर हत्या (Murder) के मामले में दुर्ग SP द्वारा गठित एसआईटी (SIT) टीम ने जांच शुरू कर दिया है। एसआईटी ने मृत बच्ची के पड़ोस में रहने वाले 20 लोगों का बयान दर्ज किया। इधर पुलिस ने आरोपी का डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल भी भेज दिया है। शुक्रवार को भिलाई विधायक देवेंद्र यादव मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे। उन्होंने आरोपी के लिए सख्त सजा की मांग की।

दुर्ग SP जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि एसआईटी टीम ने जांच शुरू कर दिया है। परिजनों का कथन लेना था, लेकिन उनकी तबियत खराब है। टीम ने घटना स्थल के आस पास के करीब 20 लोगों को पूछताछ की है। पांच संदेहियों के सैंपल DNA जांच के लिए भेजा गया है।

एसआईटी (SIT) ने 20 लोगों से किया पूछताछ

SIT टीम ने घटना स्थल के आस पास रहने वाले करीब 20 लोगों पूछताछ की है। एसआईटी टीम में मोहन गर टीआई शिव प्रसाद चंद्रा, महिला थाना श्रद्धा पाठक, छावनी उपनिरीक्षक चेतन चंद्राकर, मोहन नगर उपनिरीक्षक पारस ठाकुर, सहायक उपनिरीक्षक राजेन्द्र देशमुख, रक्षा टीम सहायक उपनिरीक्षक संगीता मिश्रा, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण पात्रे को शामिल किया गया है। इसमें टीम के सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। डीएनए सैंपल कलेक्टर करना, पास पड़ोसियों से पूछताछ करना और अन्य तकनीकि साक्ष्य जुटाना शामिल है।

आरोपी के बचाव में उतरे परिजन

मृत बच्ची के परिजन आरोपी के बचाव में उतर गए हैं। परिजनों के आरोप के बाद इस मामले में अलग ही रुख अख्तियार कर लिया है। दरअसल परिजनों ने मासूम के चाचा को निर्दोष बताते हुए पुलिस पर जबरन चाचा को आरोपी बनाने का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने एसआईटी का गठन किया। ताकि मामले की जल्दी विवेचना की जा सके और आरोपी को सजा दिलाई जा सके।

पांच लोगों का लिया DNA सैंपल

पुलिस ने पांच लोगों का सेंपल लिया। जिसे डीएनए (DNA) जांच के लिए रायपुर साइंस लाइब्रोटरी भेजा गया। इसमें टीम ने बड़ी सूक्ष्मता से लिखा पढ़ी की है। ताकि डीएनए सेंपल भेजने में किसी प्रकार की त्रुटी न हो। कोर्ट में मामला प्रस्तुत करने पर संदेह न हो। इसलिए साक्ष्यों को पुख्ता किया जा रहा है।

तोडफ़ोड़ के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि बेकसूर बादल मेश्राम के घर में तोडफ़ोड़ करने वालों की पहचान कराई जा रही है। आस पास में लगे सीसीटीवी कैमरा और भीड़ की वीडियो फुटेज से पहचान की जा रही है। फिलहाल आरोपी लक्ष्मी नारायण सारथी, मरकाम और एक अन्य को जेल भेजा गया।