परिवार के साथ पंचमढ़ी में छुपा था अर्जुन
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भिलाई. ईओडब्ल्यू की टीम ने दुर्ग जिले का बर्खास्त फरार आरक्षक अर्जुन यादव को मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी में पकड़ा है। उसे हिरासत में लेकर रायपुर दफ्तर लाया गया। बर्खास्त आरक्षक अर्जुन यादव पर महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा मामले में संलिप्तता का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच से बचने फरार चल रहा था। ईडी की नोटिस के बाद भी शामिल नहीं हुआ। महादेव ऐप घोटाले मामले में इसका छोटा भाई बर्खास्त आरक्षक भीम सिंह यादव जेल में है। अब महादेव ऐप सट्टा घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू कर रही है।
गौरतलब है कि ईओडब्ल्यू की टीम महादेव ऐप को लेकर अर्जुन यादव से पूछताछ कर रही है। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर शुक्रवार को विशेष न्याय न्यायालय में पेश किया जाएगा। ईओडब्ल्यू उसे पूछताछ के लिए रिमांड लगी। वहीं इसी छापेमार कार्रवाई के तारतम्य में प्रधान आरक्षक विजय पांडेय के घर कांकेर के चारामा में टीम गई। जहां ईओडब्ल्यू कार्रवाई की विजय को भनक लग गई थी, वह परिवार समेत घर से नदारत हो गया। ईओडब्ल्यू की टीम ने उसके मकान को सील कर दिया है। बता दें ईओडब्ल्यू को महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा से जुड़े सराफा व्यापारियों के ठिकाने से काफी अहम दस्तावेज मिले है।, जिसे जब्त कर जांच की जा रही है।
EOW अब कसने लगी शिकंजा, अब पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों की बारी
ईओडब्ल्यू की टीम अब महादेव ऐप सट्टा घोटाला के मामले में शिकंजा कसना शरू कर दी है। महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा के मामले में कार्रवाई तेज करते हुए धर पकड़ करनेलगी है। सूत्रों के अनुसार अब इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों की धर पकड़ हो सकती है। जो रायपुर और दुर्ग में पदस्थ थे। महादेव ऐप के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर की मदद के एवज में लाभ लेने का आरोप हैं। उन्हें पकड़ने के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा। इसके बाद ईओडब्ल्यू के अधिकारी पूछताछ के लिए रिमांड पर ले सकते है।
दुर्ग एसपी ने किया था आरक्षकों को बर्रखास्त
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने जिले का कार्यभार संभालते ही लंबे समय से फरार चल रहे आरक्षक अर्जुन सिंह यादव के मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए 6 फरवरी को सेवा से बर्खास्त कर दिया था। महादेव मामले में रायपुर की जेल में बंद अर्जुन यादव का भाई भीम सिंह यादव भी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि इसी मामले में लंबे समय से फरार चल रहे आरक्षक भाई सहदेव सिंह यादव के मामले की विभागीय जांच जारी है।