Big Breaking. ग्राम डोमा के पूर्व पंच किसान प्रेमलाल साहू ने की खुदकुशी, कारण की जांच कर रही पुलिस

एसडीएम धमधा ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा मृतक प्रेमलाल पर न ही कोई कर्ज था, न ही फसल नुकसान का मामला

रायपुर. दुर्ग जिले की बोरी तहसील ग्राम डोमा के पूर्व पंच प्रेमलाल साहू ने गुरुवार को सुबह 7 बजे बबूल के पेड़ में फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच जा कर रही है। बता दें कि सोशल मीडिया ने किसान प्रेम लाल साहू पर लाखों रुपए का कर्ज होने से खुदकुशी करना बताया गया। एसडीएम धंमधा ने जांच की। दुर्ग कलेक्टर को प्रेमलाल साहू के आत्महत्या के संबंध में प्रेषित अपने जांच प्रतिवेदन में एसडीएम धमधा ने लिखा है कि मृतक के ऊपर व्यक्तिगत, किसी सरकारी समिति या बैंक का कोई भी कर्ज नहीं था।

एसडीएम ने बताया कि मौखिक बंटवारे में पिता धनीराम द्वारा प्रदत्त डेढ़ एकड़ कृषि भूमि पर मृतक खेती-किसानी के साथ-साथ मजदूरी करता था। उसके खेत में इस साल फसल की स्थिति बीते वर्ष की तुलना में अच्छी थी, जिसकी कटाई अभी सप्ताह भर पूर्व हुई है। मृतक द्वारा स्वयं के निवास के लिए पक्का मकान बनाया जा रहा था, जो छज्जा स्तर तक पूरा हो चुका है।

मकान बनाने पिता ने दिया था 50 हजार रुपए

एसडीएम ने अपने प्रतिवेदन में इस बात का उल्लेख किया है कि ग्रामीण प्रेमलाल साहू के आत्महत्या के मामले में नायब तहसीलदार बोरी द्वारा डोमा गांव के ग्रामीणों से चर्चा की गई, जिसमें यह पाया गया कि मृतक प्रेमलाल अपने पिता से अलग अपनी धर्मपत्नी और तीन पुत्रियोें के साथ अलग मकान में रहता था। उसके पिता धनीराम साहू के नाम से ग्राम डोमा में 9.38 एकड़ कृषि भूमि है, जिसे अपने चारों पुत्रों को डेढ़-डेढ़ एकड़ भूमि मौखिक बंटवारे के रूप में दिया है। शेष भूमि पर मृतक के पिता धनीराम साहू स्वयं खेती करते हैं। मृतक प्रेमलाल अपने पिता से मौखिक बंटवारे में प्राप्त डेढ़ एकड़ भूमि पर खेती-बाड़ी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था तथा समयानुसार बाहर भी मजदूरी का काम करता था। मृतक द्वारा पिछले वर्ष की गई कृषि अच्छा उत्पादन हुआ था। इस वर्ष भी उसके द्वारा बोई गई फसल की स्थिति अच्छी थी। मृतक के नाम से किसी समिति अथवा बैंक में कोई कर्ज नहीं था, उसने किसी व्यक्ति से भी कोई कर्ज नहीं लिया था।

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