@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@भिलाई. सऊदी अरब में काम कर रहे भिलाई सेक्टर-7 निवासी मोहम्मद शेहजाद खान की रेगिस्तान में भटक कर मौत हो गई है। शहजाद सऊदी के रेगिस्तान रुब-अल खाली में फंस गया था। उसका GPS काम करना बंद कर दिया था। तीन दिन तक रेगिस्तान में भटकता रहा। उसे दाना पानी नहीं मिली, जिससे उसकी मौत हो गई। चार दिन पहले उसकी डेडबॉडी को हैदराबाद करीमनगर लाया गया। जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। जहां उसकी मौत हुई उसे दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में से एक कहा जाता है।
सेक्टर-7 निवासी BJP के अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष अनवर सैयद अली ने बताया कि शहजाद उनाक भांजा है। सेक्टर-7 सड़क -26 क्वाटर-9 बी में रहते है। उसके पिता BSP में नौकरी करते थे। शेहजाद चार साल से सऊदी अरब की एक टेली-कम्युनिकेशन कंपनी में सर्वेयर की जॉब करता था। कंपनी ने उसे सर्वे के लिए भेजा था। वह गाड़ी में एक साथी के साथ निकला था। वह सुडान के रास्ते से गुजर रहा था। रास्ते में उनका GPS सिग्नल फेल हो गया। वह रेगिस्तान रुब-अल खाली में भटक गया। तीन दिनों तक रास्ता खोजता रहा, लेकिन इसके कुछ समय बाद उनकी गाड़ी में तेल और फोन की बैटरी भी खत्म हो गई, जिस वजह से वे किसी से मदद नहीं मांग पाए। तीन दिन तक शहजाद और उसका दोस्त लंबे समय तक रेगिस्तान की चिलचिलाती गर्मी में बिना पानी, खाने के फंसे रहे। भूखे-प्यास रहने की वजह से उनकी तबियत बिगड़ गई और दोनों की मौत हो गई।
तीन दिन खोजने के बाद नजर आई गाड़ी
अनवर सैयद अली ने बताया कि जब वह कंपनी नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरु की गई। पहले दो जहाज से उसे खोजा गया, लेकिन नहीं मिला। फिर चार जहाज लगाई गई। 22 अगस्त को उसकी गाड़ी दिखाई दी। जब गाड़ी के पास गए तो शहजाद मृत पड़ा मिला। दूसरा युवक 150 मीटर दूर मृत मिला। दोनों को शव को लाया गया। शहजाद के शव को भारत भेजा गया। हैदराबाद में उसके पैतृक गांव करीमनगर में उसका अंतिम संस्कार किया गया। अनवर ने बताया कि शेहदाज की शादी हो गई है। उसकी पत्नी दो बच्चे है। वह अपने छोटे बच्चे को देख भी नहीं पाया। इतना बोलकर उनकी आंखे भर आई। उन्होंने कहा कि शेहजाद पढऩे में होशियार था। सिविल में डिप्लोमा कर साउदी निकल गया। इस घटना से पूरे परिवार में शोक की लहर है।