लद्दाख में हिंसा: पूर्ण राज्य का दर्जा मांग रहे प्रदर्शनकारियों ने CRPF की गाड़ी जलाई, भाजपा ऑफिस फूंका

CG PRIME NEWS

CG  Prime News@दिल्ली. Violence in Ladakh: Protesters demanding full statehood set CRPF vehicle on fire लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग लेकर प्रदर्शनकारी बुधवार को हिंसक हो गए। छात्रों और सुरक्षाबलों की झड़प हो गई है। प्रदर्शनकारियों ने लेह में भाजपा ऑफिस को आग के हवाले कर दिया। वहीं सीआरपीएफ की गाड़ी में भी आग लगा दी। झड़प के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की।

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लद्दाख में हिंसा: पूर्ण राज्य का दर्जा मांग रहे प्रदर्शनकारियों ने CRPF की गाड़ी जलाई, भाजपा ऑफिस फूंका

मिली जानकारी के अनुसार छात्र सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वांगचुक पिछले 15 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे थे। मांगें पूरी न करने के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को लद्दाख बंद बुलाया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर हिंसा की।

सोनम वांगचुक ने की शांति की अपील

लद्दाख में हिंसा के बाद सोनम वांगचुक ने कहा, यह लद्दाख के लिए दु:ख का दिन है। हम पांच साल से शांति के रास्ते पर चल रहे थे। अनशन किया, लेह से दिल्ली तक पैदल चलकर गए। आज हम शांति के पैगाम को असफल होते हुए देख रहे हैं। हिंसा, गोलीबारी और आगजनी हो रही है। मैं लद्दाख की युवा पीढ़ी से अपील करता हूं कि इसे रोक दें।

ये लद्दाख के मुद्दे का समर्थन नहीं है। इससे स्थिति और गंभीर होती जाएगी। मैं अपील करता हूं प्रशासन से कि गोलाबारी रोक दें। हम अपना अनशन तोड़ रहे हैं, प्रदर्शन रोक रहे हैं। हम चाहते हैं कि प्रशासन अपना दबाव छोड़ दें। युवा भी हिंसा रोक दें, हमारी यही अपील है। हम लद्दाख और देश में अस्थिरता नहीं आने देना चाहते।

प्रदर्शन करने बड़ी तादाद में लोग पहुंचे

आंदोलनकारियों ने मंगलवार की रात को 24 सितंबर को लद्दाख बंद का आह्वान किया था। भीड़ जुटाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया। लोगों से लेह हिल काउंसिल पहुंचने की अपील की। इसका असर दिखा और बड़ी तादाद में लोग पहुंचे।

पुलिस-प्रदर्शनकारियों की झड़प

लेह हिल काउंसिल के सामने आंदोलनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा रखे थे। जब आंदोलन कारी आगे बढ़े तो पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी, लेकिन भीड़ ने पुलिस की गाड़ी जलाई और तोडफ़ोड़ की। देखते ही देखते प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारी भी उग्र प्रदर्शन करते हुए पत्थरबाजी करने लगे।