महादेव सट्टा का आरोपी सौरभ अपने ही शादी के मंडप से भागा, ED ने होटल में मारी रेड, दुल्हन से पूछताछ

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CG Prime News@रायपुर. Mahadev Betting App Case Chhattisgarh महादेव बेटिंग ऐप केस में छत्तीसगढ़ की ईडी (ED) की टीम ने राजस्थान के जयपुर के एक होटल में दबिश दी। इस दौरान वहां चोरी छिपे शादी कर रहा सौरभ आहूजा मंडप छोड़कर फरार हो गया। ईडी ने जयपुर के कूकस स्थित होटल फेयर माउंट में बुधवार को रेड मारी थी। ED को महादेव बेटिंग ऐप मामले के आरोपियों के फेयर माउंट होटल में रुके होने की सूचना मिली थी। इसी इनपुट के आधार पर ईडी की टीम ने होटल में दबिश देकर छापेमारी की। ईडी ने सौरभ की दुल्हन से भी पूछताछ की कोशिश की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। वर-वधू पक्ष के लोगों से भी पूछताछ की गई।

रेड की मिल गई थी सूचना

ईडी के अनुसार इस केस में वांटेड सौरभ आहूजा जयपुर में चोरी छिपे शादी कर रहा था। ईडी चाहती थी कि सौरभ को फेरे होने के बाद पकड़ा जाए। इस वजह से बुधवार सुबह रेड की। उधर, सौरभ को पता लग गया था कि ईडी उसे पकडऩे पहुंच चुकी है। ऐसे में वो होटल से फरार हो गया। इस केस में प्रणवेंद्र समेत तीन लोगों को पकड़ लिया। उन्हें फ्लाइट से ही रायपुर लाया गया है।

जानिए कौन है सौरभ

सौरभ आहूजा भोपाल से है। रायपुर से जुड़े मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर की दुबई में हुई शादी, पार्टी में प्लेन बुक करने में सौरभ आहूजा ने भूमिका अदा की थी। विशेष प्लेन से गेस्ट को दुबई ले जाया गया था। तब से वह ईडी की राडार पर था। महादेव बेटिंग एप मामले में छत्तीसगढ़ से आई ईडी की टीम ने 16 अप्रैल को जयपुर में ड्राई फ्रूट व्यापारी के घर पर छापा मारा था। सोडाला स्थित एपल रेजीडेंसी में व्यापारी भरत दाधीच के फ्लैट पर ईडी की टीम ने सर्च किया था। इसके साथ ही महादेव बेटिंग एप से जुड़े लोगों के 60 ठिकानों पर सर्च कार्रवाई की गई थी। ये कार्रवाई छत्तीसगढ़, भोपाल (मध्य प्रदेश), कोलकाता (पश्चिम बंगाल), दिल्ली और राजस्थान में एक साथ की गई थी।

ऐसे शुरू हुआ था शुरू हुआ था महादेव बेटिंग ऐप

छत्तीसगढ़ का भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर जूस फैक्ट्री के नाम से एक छोटी सी जूस की दुकान चलाता था। इसी दौरान उसकी दोस्ती रवि उप्पल नाम के एक इंजीनियर से हो गई। 2017 में रवि और सौरभ ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी (Mahadev Betting App) के जरिए पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई। हालांकि, शुरुआत में इस वेबसाइट के कम यूजर्स थे और इससे काफी कम कमाई होती थी।

दुबई भागे दोनों आरोपी

सौरभ की कमाई का मुख्य जरिया जूस की दुकान ही थी। उसका दोस्त रवि उप्पल एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। 2019 में नौकरी के लिए सौरभ दुबई चला गया। कुछ समय बाद सौरभ ने अपने दोस्त रवि उत्पल को भी दुबई बुलवा लिया। रवि के दुबई पहुंचने से पहले सौरभ ने बेटिंग वेबसाइट के जरिए पैसा कमाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था।

इसके बाद दोनों ने महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया। इसे सोशल मीडिया और दूसरे तरीके से प्रमोट करना शुरू कर दिया। सौरभ ने महादेव कंपनी का बिजनेस फैलाने के लिए दो रास्ते अपनाए। पहला- सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर के जरिए ऐप को प्रमोट करवाया। दूसरा- सट्टा लगाने वाले दूसरे एप और वेबसाइट को खरीद लिया।

पैसे देकर लगवाती है गेम खेलने की लत

महादेव बुक नाम के इस ऐप से कुछ ही महीनों के भीतर 12 लाख से अधिक लोग जुड़ गए। इसने जुडऩे वालों में सबसे ज्यादा लोग छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे। क्रिकेट से लेकर चुनाव तक में सट्टा लगाने के लिए लोग इस ऐप का इस्तेमाल करते थे। इसके यूजर्स इस ऐप के इस्तेमाल के लिए अलग से बैंक अकाउंट तक खुलवाने लगे थे।