महादेव सट्टा: EOW ने रायपुर, दुर्ग-भिलाई, कांकेर सहित कई जिलों में मारा छापा, कार्रवाई के बाद भी 100 रुपए में धड़ल्ले से बिक रहा ID-पासवर्ड

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@Dakshi sahu Rao

रायपुर. छत्तीसगढ़ में महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले में सबसे बड़ी कार्रवाई हुई। EOW की टीम ने गुरुवार को एक साथ प्रदेश के कई जिलों में दबिश दी है। EOW की टीमें सुबह से रायपुर, दुर्ग, भिलाई, कांकेर और राजनांदगांव में एक साथ कार्रवाई में जुटी हैं। अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षाबल भी कार्रवाई के दौरान मौजूद हैं। दरअसल, पिछले दिनों महादेव सट्टा ऐप के आरोपियों को रिमांड में लेकर ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। इस दौरान जो नाम सामने आए थे उनके घरों और ठिकानों पर छापेमारी की गई है।

दुर्ग-भिलाई में यहां पड़ा छापा
दुर्ग में सराफा कारोबारी प्रकाश सांखला और राजेंद्र जैन के महावीर कॉलोनी स्थित घर और राजेंद्र जैन के घर भी ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने छापा मारा है। वहीं धरमजयगढ़ में ईओडब्ल्यू ने कारोबारी अनिल अग्रवाल उर्फ पिंटू अग्रवाल के नीचेपारा स्थित आवास में छापामारी की। हालांकि घर कई सालों से बंद पड़ा, लिहाजा अधिकारियों ने मकान को सील कर दिया।कांकेर के चारामा में हेड कॉन्स्टेबल विजय पांडेय के वार्ड नंबर 13 स्थित आवास में दबिश दी है। कांकेर में इस मामले में ये पहला एक्शन है। निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के घर भी टीम जांच करने पहुंची है। चंद्रभूषण वर्मा न्यायिक रिमांड पर अभी रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। आरोप है कि वर्मा ने महादेव ऐप से जुड़े लोगों को बचाने के लिए प्रोटेक्शन मनी लेकर पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं तक पहुंचाने का काम किया। सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है, उनमें से ज्यादातर सराफा कारोबारी, पुलिसकर्मी हैं।

जारी किया था समंस
महादेव सट्टा में मनी लॉड्रिंग और हवाला मामले की प्रवर्तन निदेशालय ने फिर से जांच शुरू कर दी है। छापे से पहले रायपुर-दुर्ग के आधा दर्जन पुलिस वालों व कारोबारियों को समंस जारी किया गया है। इन सभी के नाम अब तक गिरफ्तार हो चुके आरोपियों के बयान में आ चुके हैं। ईडी की कुछ टीम जांच के लिए दूसरे राज्य भी गई है। ईडी, ईओडब्ल्यू और पुलिस की जांच के बाद भी महादेव सट्टा की आईडी खुलेआम ऑनलाइन बेची जा रही है।

100 रुपए सटोरी बेच रहे आईडी-पासवर्ड
सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म में महादेव सट्टा की आईडी बिक रही है। प्रमोटर ने महादेव सट्टा के अलावा अलग-अलग नाम की गूगल में एप बनाया है। वे उसकी आईडी और पासवर्ड 100-100 रुपए में सटोरियों को बेच रहे हैं। सटोरिये आईडी लेकर आईपीएल के मैचों में दांव भी लगा रहे हैं। लगातार कार्रवाई के बाद भी ये बंद नहीं हो रहा है। रोज करोड़ों रुपए दांव लग रहा है और हवाला के माध्यम से पैसा विदेश जा रहा है। सैकड़ों खाते में सट्टे का पैसा जमा रहा है।