CG Prime News@भिलाई. छत्तीसगढ़ की स्टील सिटी भिलाई में एक खूंखार तेंदुए (Leopard) की आमद से शहर के लोग दहशत में है। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai steel plant) के परिसर में तेंदुआ के घूमने और शिकार का वीडियो वायरल हुआ। पहले तो वन विभाग और मैत्री बाग जू प्रबंधन ने इसे हल्के में लिया और वायरल वीडियो को फर्जी बताया। जब तेंदुए के गाय का शिकार करने का वीडियो सामने आया तब जाकर वन विभाग ने जांच पड़ताल की और बीएसपी प्लांट के अंदर तेंदुए होने की पुष्टि की। DFO दुर्ग का कहना तेंदुआ दल्लीराजहरा के जंगल से निकलकर गुड्स ट्रेन में बैठकर तेंदुआ भिलाई पहुंचा है।
मिले पंजे के निशान
दुर्ग डीएफओ चंद्रशेखर सिंह परदेशी ने बताया कि पिछले दो दिनों से भिलाई में तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि हो चुकी है। प्लांट के अलग-अलग हिस्सों में उसके पंजों के निशान मिले हैं। वह अभी भी बीएसपी क्षेत्र में ही घूम रहा है। इस दौरान उसने एक गाय का भी शिकार किया है।
लोगों से अकेले नहीं निकलने की अपील
DFO ने लोगों से अपील की है कि वे सुनसान जगहों पर न जाएं और समूह में रहें। प्लांट में शिफ्ट के दौरान सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। भिलाई स्टील प्लांट में तेंदुए की मौजूदगी से हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन ने सभी कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की है
रेस्क्यू के लिए बनाई गई 7 टीमें
डीएफओ ने बताया कि तेंदुए का रेस्क्यू करने के लिए 7 टीमों को तैनात किया है। मंगलवार रात 10 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। रेस्क्यू का काम जारी है। टीमों में वन विभाग के विशेषज्ञों के अलावा सीआईएसएफ और मैत्री बाग के अनुभवी सदस्य भी शामिल हैं।
जगह-जगह लगाए गए हैं ट्रैप कैमरे
वन विभाग ने तेंदुए का लोकेशन जानने और उसकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कई स्थानों पर ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। पिंजरे में चारा रखकर उसे फंसाने की कोशिश की जा रही है। टीम ड्रोन की मदद से भी तेंदुए की लोकेशन ट्रैक कर रही है। यदि तेंदुआ किसी सुरक्षित स्थान पर देखा जाता है, तो उसे बेहोश करने के लिए ट्रैंक्विलाइजर गन का इस्तेमाल किया जाएगा।