CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले के दुर्ग शहर में पुलिस ने दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया है। ये दोनों महिलाएं पिछले 8 साल से अपना नाम, धर्म और पहचान छिपाकर खुद को भारतीय नागरिक बताकर यहां रह रही थी। एसटीएफ की टीम अवैध प्रवासियों की तलाश कर रही है। मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र का है। इससे पहले भिलाई से 3 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की गिरफ्तारी हुई थी। यह सभी अवैध तरीके से यहां रह रहे थे। Bangladeshi women arrested in Durg
सेक्स रैकेट से खुला राज
एएसपी सुखनंदन राठौर ने शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि, एक दिन पहले मोहन नगर के जयंती नगर में सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ था। उस मामले की जांच के दौरान आरोपी महिला के मोबाइल से इन महिलाओं के नंबर भी मिले। एक महिला ने अपना नाम रानी पासवान और दूसरी ने सपना शर्मा बताया।जब उनके दस्तावेजों की जांच की गई, तो पता चला कि रानी पासवान का असली नाम खुशबू बेगम और सपना शर्मा का सनाया नूर है। दोनों बांग्लादेश की रहने वाली हैं। अवैध तरीके से बार्डर पार कर भारत में घुसी हैं।
बनाए फर्जी दस्तावेज
बांग्लादेशी घुसपैठिए रानी पासवान उर्फ खुशबू से पूछताछ में पता चला कि, वो जोबरहाट जिला दिनाजपुर बांग्लादेश की रहने वाली है। 15 साल पहले अवैध रूप से बिना वैध दस्तावेज के बांग्लादेश से भारत में घुसी। पश्चिम बंगाल में अलग-अलग जन्म तिथि और खुद को मूल निवासी बताकर फर्जी आधार कार्ड तैयार किया। इसके बाद खुद को भारतीय नागरिक बताते हुए फर्जी शादी कर राशन कार्ड और बाकी दस्तावेज भी बनवाए।
बांग्लादेश में लगातार करती हैं बात
सनाया ने पहचान छुपाकर खुद को भारतीय नागरिक सिद्ध करने के लिए साल 2019 में कूटरचना कर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए। अभय शर्मा नाम के व्यक्ति को अपना पति बताकर फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र बनवा लिया। जांच पर पाया गया कि, वो इंटरनेट कॉल के जरिए बांग्लादेश के कई नंबरों से सम्पर्क में थी।
पिछले 8 साल से छत्तीसगढ़ में रह रही
एसटीएफ ने जब दोनों महिलाओं के मोबाइल डाटा की जांच की, तो पता चला कि, सनाया नूर मूलत: जोरहाट जिला दीनाजपुर बाग्लादेश की रहने वाली है। उसने 15 साल पहले बांग्लादेश सीमा को अवैध तरीके से पार किया। बिना वैध दस्तावेज के भारत आई। पिछले 8 सालों से चंगोराभाठा रायपुर में रह रही है।
मकान मालिक पर भी होगी कार्रवाई
पुलिस ने उन मकान मालिकों को भी नोटिस जारी किया है, जिनके मकान में यह महिलाएं फर्जी तरीके से रह रही थीं। यदि जांच में उनकी संलिप्तता पाई गई तो उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
