पत्नी संग प्रेम प्रसंग के शक में विवाद
भिलाई. उतई में एक युवक के सिर पर रॉड और डंडा से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम मामले की जांच शुरू की। आरोपियों की खोजबीन कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 103, 34, 3, 5 के तहत प्रकरण दर्ज किया।
उतई टीआई विपिन रंगारी ने बताया कि बुधवार रात करीब 8.30 बजे की ग्राम पुरई की घटना है। पुरई निवासी द्वारिका सिन्हा (३६ वर्ष) की पत्नी गांव में ही बजरंग राजपूत के घर सिलाई सिखने जाती थी। बजरंग राजपूत का भाई किशन राजपूत उर्फ छोटू (32 वर्ष) नेवई से दुकान चलाने आता था। 9 अक्टूबर को रात में बजरंग के मकान के पीछे मैदान में किशन अपने दोस्तों के साथ शराब पार्टी कर रहा था। वहीं से द्वारिका निकला। द्वारिका ने उन लोगों को देख लिया और दोनों के बीच विवाद हुआ। आरोपी किशन राजपूत अपने साथी जयसिंह बांधे और गणेश नायक के साथ मिलकर मारपीट शुरू कर दी। द्वारिका के सिर पर रॉड से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया।
हत्या की क्या है वज़ह
द्वारिका की पत्नी से सिलाई के दौरान किशन बातचीत करने लगा। उसके घर में आना जाना हो गया। द्वारिका को किशन पर शक होने लगा। वह पहले अपनी पत्नी को सिलाई जाने से मना करा दिया। घर पर बैठा दिया। इधर किशन उससे बातचीत करने के लिए उसके घर आया तो द्वारिका ने किशन को घर और गली मोहल्ले में आने से मना कर दिया, लेकिन किशन उसकी बात नहीं मानता था। आए दिन उसके घर के पास मडऱाते रहता था। इसी को लेकर विवाद बढ़ गया।
पत्नी के सामने पति की हत्या
द्वारिका ने घटना के दिन किशन और उसके दोस्तों को मैदान में देख लिया। वह घर गया और अपनी पत्नी को बताया। घर से निकला तो उसकी पत्नी ने उसे जाने से मना किया, लेकिन द्वारिका नहीं माना। वह बजरंग के घर के पीछे मैदान में गया। जहां किशन और उसके दोस्त शराब पी रहे थे। द्वारिका और किशन के बीच में विवाद हो गया। इधर पीछा करते हुए पत्नी भी पहुंच गई। वह देखी तो किशन और उसके साथी जय सिंह बांधे और गणेश नायक मिलकर द्वारिका के सिर पर रॉड से प्रहार कर घायल कर दिया।
पत्नी लेकर पहुंची अस्पताल
पुलिस ने बताया कि द्वारिका की पत्नी मौके पर पहुंच गई। आरोपियों का उसने विरोध किया। जब वे नहीं माने तो वह चिल्लाई, लेकिन कोई सुना नहीं। तब वह किसी तरह अपने घायल पति को लेकर सड़क तक पहुंची। एक व्यक्ति मिला, उसके घर पर सूचना देने के लिए बोली। परिजन पहुंचे और घायल द्वारिका को लेकर अस्पताल गए।, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।