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CG Prime News@Raipur. रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी ने कांग्रेस उम्मीदवार आकाश शर्मा को 46,167 वोटों के बड़े अंतर से हराकर जीत का परचम लहराया। यह जीत भाजपा के लिए एक मजबूत संदेश है और पार्टी के जनाधार को और सुदृढ़ करती है।

गौरतलब है कि किसी भी राउंड में कांग्रेस के आकाश शर्मा बढ़त हासिल नहीं कर सके। सुनील सोनी ने पहले चक्र से ही अपनी पकड़ मजबूत रखी और अंतिम राउंड तक बढ़त को बनाए रखा।

16 राउंड की गिनती में भाजपा का दबदबा

इस उपचुनाव में कुल 16 राउंड की मतगणना हुई, जिसमें हर राउंड में सुनील सोनी ने बढ़त बनाए रखी।
• भाजपा को कुल 74,782 वोट मिले।
• कांग्रेस को 36,005 वोट पर ही संतोष करना पड़ा।

पिछले चुनाव की तुलना

2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने 67,000 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। इस उपचुनाव में हालांकि मतदान प्रतिशत कम रहा, फिर भी भाजपा ने 46,167 वोटों के अंतर से जीत दर्ज कर एक बार फिर अपनी मजबूत स्थिति साबित की।

महत्वपूर्ण वार्डों में भी कांग्रेस पिछड़ी

इस उपचुनाव की मतगणना में यह बात सामने आई कि जिन क्षेत्रों में कांग्रेस को जीत की उम्मीद थी, वहां भी भाजपा ने बढ़त बनाई।
• महापौर एजाज ढेबर और नगर सभापति प्रमोद दुबे के वार्डों में भी कांग्रेस पिछड़ गई, जो पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है।

भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल

सुनील सोनी की जीत के बाद भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल है।
• बृजमोहन अग्रवाल समेत पार्टी के कई बड़े नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता वहां पहुंचे।
• ढोल-नगाड़ों की गूंज और आतिशबाजी के बीच कार्यकर्ताओं ने इस बड़ी जीत का उत्सव मनाया।

50% मतदान, मजबूत संदेश

इस बार कुल मतदान प्रतिशत 50% रहा, जो पिछले चुनावों की तुलना में कम था। बावजूद इसके भाजपा ने यह जीत दर्ज की, जो कांग्रेस के लिए आत्ममंथन का विषय है।

भविष्य के लिए संकेत

रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के नतीजे आगामी राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। यह जीत भाजपा के लिए न केवल आत्मविश्वास बढ़ाने वाली है, बल्कि रायपुर में पार्टी की पकड़ को और मजबूत करने का संकेत भी देती है।

निवेशकों की शिकायत पर धोखाधड़ी और विश्वासधात करने का प्रकरण दर्ज

CG Prime News@भिलाई. धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद आरोपी डॉ. एमके खंडूजा के खिलाफ स्मृति नगर चौकी पुलिस ने एक और धोखाधड़ी और व्यवसायिक विश्वासघात करने के मामले में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी डॉ. खंडूजा ने अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल में निवेश करने पर अधिक ब्याज का झांसा दिया। जब निवेशकों ने रकम इनवेस्ट किया तो उनकी रकम को गबन किया और अस्पताल को बेचकर भाग गया था। निवेशकों की शिकायत पर जांच के बाद अमानत में खयानात ख्यातनाममामला पंजीबद्ध किया है।

स्मृति नगर चौकी प्रभारी वंदिता पानिकर ने बताया कि सुपेला राधिका नगर निवासी बीएसपी से सेवानिवृत्त शारदा प्रसाद सिन्हा (71 वर्ष) ने शिकायत की। आरोपी नेहरु नगर ईस्ट निवासी डॉ. एमके खंडूजा से उसका परिचय था। उसने और मैत्री कुंज निवासी अपने मैनेजर राजेश राय के माध्यम से ठगी की दुकान खोलकर झांसा दिया। उसने विश्वास दिलाया कि अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल का मालिक हूं। बीएसआर हेल्थ वेंचर प्राइवेट लिमिटेड नया व्यवसाय विकसित कर रहा है, जिसमें इनवेस्ट करने पर 15 प्रतिशत का लाभांश देगा। उसके झांसे में आकर ५ लाख रुपए इनवेस्ट कर दिया। इसके अलावा उसके अन्य साथियों ने भी 1 करोड़ 6 लाख 90 हजार रुपए निवेश कर दिया। लेकिन आरोपी डॉ. एमके खंडूजा सभी निवेशकों की रकम नहीं लौटाया। जब उससे पैसे मांगने जाते थे। वह अपोलो हॉस्पिटल बेच कर निवेशकों की रकम लौटाने का वादा किया, लेकिन इस बीच पता चला कि वह अस्पताल को किसी दूसरे व्यक्ति को बेच दिया और यहां से फरार हो गया। मामले की जांच के बाद आरोपी डॉ. एमके खंडूजा के खिलाफ धारा 420, 409, 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

इन निवेशकों को लगाई चपत

टीआई ने बताया कि आरोपी डॉ. एमके खंडूजा ने बीएसआर हॉस्पिटल को बेच दिया। बीएसआर हेल्थ वेंचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोल लिया, जिसमें रकम निवेश कराया। निवेश करने में पीवीएन राव ने 4 लाख 50 हजार, दीपक केशरवानी 2 लाख, मानसिंह राठौर 4 लाख, मनमोहन श्रीवास्तव 8 लाख, दिनेश कुमार ७ लाख, बिंदुलता 3 लाख, बेनीराम विश्वकर्मा 6 लाख, ललीत कुमार 8 लाख, के लक्ष्मी 3.5 लाख, दीपिका 2 लाख, के विजय लक्ष्मी 1 लाख, दिलीप चंद्राकर 5 लाख, एमआर गावर्डे 5.5 लाख, कुसुम कोरी 4 लाख, शांति देवी देवांगन 4 लाख, शशि देवांगन 3 लाख, नंदकुमार 1 लाख, मूलचंद जैन 4 लाख, प्रेमलाल मेश्राम 5 लाख, आशाराम 6 लाख, किशन लाल 1 लाख, विरेन्द्र गुप्ता 2.40 लाख, राम मूर्ति भंडारी 6 लाख, प्रवीण भंडारी 5 लाख, रवि भंडारी 1 लाख और अन्य निवेशकों से चेक व नकद रकम लेकर इनवेस्ट कराया है।

हॉस्पिटल बेच कर फरार हुआ डॉ. एमके खंडूजा

वर्ष 2011 से 2016 तक उक्त निवेशकों से रकम लिया। विश्वास जताने के लिए कुछ महीने तक लाभांश भी दिया। इसके बाद बंद कर दिया। जब उससे निवेश की राशि को लौटाने की मांग करने लगे। तब डॉ MK Khanduja टालमटोल करने लगा। जब दबाव बनाने लगे तब उसने अपने खाता का चेक दिया। जब चेक को बैंक में लगाया गया। तब डॉ. खंडूजा को पता चला तो उसने फिर झांसा दिया कि वह अस्पताल को बेचकर रकम को लौटाएंगा, लेकिन इस बीच अस्पताल को बेचा और निवेशकों की रकम गबन कर फरार हो गया।

जेल में बंद है डॉ. एमके खंडूजा

टीआई ने बताया कि संतोष रुंगटा ग्रुप के डायरेक्टर से अस्पताल का सौदा किया था। उससे भी एडवांस राशि 19 लाख 40 हजार रुपए ले लिया और अस्पताल को किसी दूसरे व्यक्ति को बेचकर धोखाधड़ी की। इस मामले में जांच करने के बाद फरार आरोपी डॉ. एमके खंडूजा को कलकत्ता से गिरफ्तार कर लाया गया। न्यायिक रिमांड पर वह जेल में समय व्यतीत कर रहा है।

आत्मघाती कदम उठाने पर पूरी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन और एमडी की होगी

CG Prime News@भिलाई. विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक पर कर्मचारी की पत्नी ने प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कंपनी के चेयरमेन रोहित यादव को पत्र लिखकर पूरे वाकिए की जानकारी दी है। पूरा मामला ट्रांसफर से जुड़ा हुआ है। उन्होंने प्रबंध निदेशक के खिलाफ उचित और आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है। इस मामले में अवसाद में आने के कारण कर्मचारी की ओर से यदि कोई आत्मघाती कदम उठाया जाता है तो उसकी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन और प्रबंध निदेशक पर होने की बात कही।

बिजली कंपनी बलरामपुर में पदस्थ कर्मचारी बी नागेश्वर राव की पत्नी बी त्रिवेणी ने आरोप लगाया है कि वर्ष २०१७ में वर्तमान प्रबंध निदेशक भीम सिंह कवर को श्रम न्यायालय ने दंडित किया था, जिसके बाद उसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उसके पति और कर्मचारी बी नागेश्वर राव को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रुप से प्रताडि़त करते हुए घोर नक्सली क्षेत्र मानपुर डीसी में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद अंबिकापुर रिजन के मनेन्द्रगढ़ संभाग के कालापानी कहे जाने वाला स्थान जनकपुर वितरण केन्द्र (डीसी) फिर पत्थलगांव उपसंभाग और वर्तमान में बलरामपुर उपसंभाग कर दिया। नागेश्वर राव ने पारिवारिक और स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए ट्रांसफर करने का आग्रह किया, जिस पर कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। ऐसे में बच्चों के भविष्य और पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।

एमडी दे रहे ट्रांसफर उद्योग को बढ़ावा

बी त्रिवेणी ने आरोप लगाया कि प्रबंध निदेशक भीम सिंह कंवर के संरक्षण में ट्रांसफर उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में उनके पति बी नागेश्वर राव द्वारा अवसाद में आकर यदि कोई आत्मघाती कदम उठाया जाता है तो इसकी पूर्ण जवाबदेही कंपनी प्रबंधन और एमडी भीम सिंह कंवर की होगी। बी त्रिवेणी ने चेयरमेन से ट्रांसफर आवेदन पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की मांग की है। इसके साथ ही एमडी भीम सिंह कंवर के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग रखी।

    पत्नी संग प्रेम प्रसंग के शक में विवाद

    भिलाई. उतई में एक युवक के सिर पर रॉड और डंडा से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम मामले की जांच शुरू की। आरोपियों की खोजबीन कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 103, 34, 3, 5 के तहत प्रकरण दर्ज किया।

    उतई टीआई विपिन रंगारी ने बताया कि बुधवार रात करीब 8.30 बजे की ग्राम पुरई की घटना है। पुरई निवासी द्वारिका सिन्हा (३६ वर्ष) की पत्नी गांव में ही बजरंग राजपूत के घर सिलाई सिखने जाती थी। बजरंग राजपूत का भाई किशन राजपूत उर्फ छोटू (32 वर्ष) नेवई से दुकान चलाने आता था। 9 अक्टूबर को रात में बजरंग के मकान के पीछे मैदान में किशन अपने दोस्तों के साथ शराब पार्टी कर रहा था। वहीं से द्वारिका निकला। द्वारिका ने उन लोगों को देख लिया और दोनों के बीच विवाद हुआ। आरोपी किशन राजपूत अपने साथी जयसिंह बांधे और गणेश नायक के साथ मिलकर मारपीट शुरू कर दी। द्वारिका के सिर पर रॉड से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया।

    हत्या की क्या है वज़ह

    द्वारिका की पत्नी से सिलाई के दौरान किशन बातचीत करने लगा। उसके घर में आना जाना हो गया। द्वारिका को किशन पर शक होने लगा। वह पहले अपनी पत्नी को सिलाई जाने से मना करा दिया। घर पर बैठा दिया। इधर किशन उससे बातचीत करने के लिए उसके घर आया तो द्वारिका ने किशन को घर और गली मोहल्ले में आने से मना कर दिया, लेकिन किशन उसकी बात नहीं मानता था। आए दिन उसके घर के पास मडऱाते रहता था। इसी को लेकर विवाद बढ़ गया।

    पत्नी के सामने पति की हत्या

    द्वारिका ने घटना के दिन किशन और उसके दोस्तों को मैदान में देख लिया। वह घर गया और अपनी पत्नी को बताया। घर से निकला तो उसकी पत्नी ने उसे जाने से मना किया, लेकिन द्वारिका नहीं माना। वह बजरंग के घर के पीछे मैदान में गया। जहां किशन और उसके दोस्त शराब पी रहे थे। द्वारिका और किशन के बीच में विवाद हो गया। इधर पीछा करते हुए पत्नी भी पहुंच गई। वह देखी तो किशन और उसके साथी जय सिंह बांधे और गणेश नायक मिलकर द्वारिका के सिर पर रॉड से प्रहार कर घायल कर दिया।

    पत्नी लेकर पहुंची अस्पताल

    पुलिस ने बताया कि द्वारिका की पत्नी मौके पर पहुंच गई। आरोपियों का उसने विरोध किया। जब वे नहीं माने तो वह चिल्लाई, लेकिन कोई सुना नहीं। तब वह किसी तरह अपने घायल पति को लेकर सड़क तक पहुंची। एक व्यक्ति मिला, उसके घर पर सूचना देने के लिए बोली। परिजन पहुंचे और घायल द्वारिका को लेकर अस्पताल गए।, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

    घटना के बाद आरोपी मोबाइल बंद कर हो गए थे फरार

    भिलाई. अवैध रूप से प्रतिबंधित तम्बाखू युक्त गुटखा बनाने वाली फैक्ट्री के संचालक साजिद खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ दो अन्य आरोपियों को भी पकड़ा गया है। आरोपी के विरूद्ध पूर्व में भी अवैध गुटखा निर्माण के संबंध कार्रवाई की जा चुकी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 270, 111 बीएनएस खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 58, 59, 63 के तहत कार्रवाई की गई। गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

    भिलाई तीन थाना TI महेश ध्रुव ने बताया कि ग्राम उमदा में अवैध रूप से प्रतिबंधित तम्बाखू युक्त गुटखा निर्माण कर भंडारण एवं परिचालन कर एक जिले से दूसरे जिले भेजे जाने की सूचना पर टीम बनाकर रेड की गई। उमदा रोड एवर ग्रीन सिटी के पास एक फैक्ट्री में कुछ लोग अवैध रूप से गुटखा बना कर मार्केट में बेचने के लिए बना रहे थे। मौके पर एक चार पहिया वाहन में लोड 60 बोरी गुटखा और 20 बोरी गुटखा अलग से रखा हुआ था। इसके अलावा गुटखा बनाने वाली मशीन, गुटखा बनाने में उपयोग किए जाने वाले सामान रैपर, तम्बाखू, सुपारी, कत्था व पाउज को पैक करने की झिल्ली को जब्त किया गया। बता दें कि आरोपी दूसरे जिलों व अन्य राज्यों से मजदूर बुलाकर गुटखा बनाने का काम करवाता था।

    रेपर में नहीं लिखी गई थी कोई वैधानिक चेतावनी

    थाना प्रभारी ने बताया कि गुटखा को चेक करने पर उसके रेपर में एक्स्ट्रा स्ट्रॉन्ग केसर युक्त फिट पानराज और दूसरे रेपर में पान बाग लिखा हुआ था, जिस पर किसी भी प्रकार की मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक या तम्बाखू व गुटखा चबाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, जैसी चेतवानी नहीं लिखी गई थी। इस मामले में मो. बिसमिल्लाह खान को नोटिस दिया गया। उसने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया। पूछताछ करने पर बताया कि तम्बाखू युक्त गुटखा फैक्ट्री साजिद खान निवासी साक्षरता चौक छावनी का है, उसी के निर्देश पर संचालित हो रहा है। साथ में राम भजन कैवर्त ने फैक्ट्री में काम करने के लिए मजदूर लाना और काम पर रखना, मजदूरों का पेमेंट करना तथा राजेन्द्र पंडा के द्वारा अवैध माल की ट्रांसपोर्टिंग कर दूसरे जिला बालोद, धमतरी, कांकेर तक भेजना बताया। गुटखा बेचकर प्राप्त रकम को आपस में बांटना बताया।

    घटना के बाद फरार थे आरोपी

    पुलिस ने बताया कि आरोपी साजिद खान, राजेन्द्र पंडा और राम भजन कैवर्त घटना के बाद से अपना मोबाइल बंद करके फरार हो गए थे। आरोपियों नेे पूछताछ करने पर आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए संगठित होकर तम्बाखू युक्त गुटखा फैक्ट्री संचालित करना स्वीकार किया। आरोपी साजिद खान पूर्व में भी थाना छावनी और चौकी जेवरा सिरसा से अवैध माल गुटखा परिचालन करते पकड़ा चुका है।

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    रोजगार सृजन के ठोस प्रयासों से हुआ साकार

    रायपुर. देश के सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ पांचवा स्थान पर पहुंचा। यह सर्वेक्षण भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (NSSO) द्वारा किया गया है। मुख्य मंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य सरकार के रोजगार सृजन के क्षेत्र में किए गए ठोस प्रयासों का यह सकारात्मक परिणाम है। राज्य के लिए यह बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ ने देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। हमारी सरकार ने प्रदेश में युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। खासतौर पर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित किया है। जिसके कारण हमारा छत्तीसगढ़ अब बड़े राज्यों को भी पीछे छोड़ चुका है, जो कम बेरोजगारी दर के मामले में राज्य की बड़ी सफलता को दर्शाता है। निश्चित ही यह प्रदेश के लिए गौरवान्वित करने वाला पल है। समस्त छत्तीसगढ़वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।