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पुलिस नोटिस का नहीं दे रही थी जवाब

CG prime News@भिलाई. रिसाली स्थित मणप्पुरम गोल्ड फायनेंस लिमिटेड कंपनी (Manipuram Gold finance limited company) ब्रांच की मैनेजर (manager) लक्ष्मी यादव (30 वर्ष) को पुलिस (Police) ने गिरफ्तार किया है। पुलिस (Police) के मुताबिक वह बेईमानी (fraud) से 23 तोला सोना को खरीदकर गिरवी रखवा लिया। पुलिस की नोटिस का अनसुना करती रही। पुलिस (Police) ने आरोपी महिला के खिलाफ धारा 420, 406, 411, 120 बी के तहत जुर्म दर्ज किया है। पूर्व में आरोपी विवेक शर्मा की गिरफ्तारी हो चुकी थी।

नेवई टीआई आनंद शुक्ला ने बताया कि 4 अक्टूबर को रिसाली गांव लक्ष्मी ज्वेलर्स के संचालक हेमंत सोनी ने शिकायत की। 13 से 17 मई 2024 के बीच वैशाली नगर निवासी विवेक शर्मा ने उसकी दुकान से लगभग 23 तोला सोने के आभूषण कीमत 18 लाख 71 हजार 282 रुपए का खरीदा। उसने 10 लाख रूपए का चेक भरकर दिया। जब उस चेक को बैक (bank) में लगाया तो बाउंस हो गया। जब उसे जाानकारी दी। तब विवेक ने फिर से चेक दे दिया। वह भी बाउंस हो गया। रकम मांगने पर वह घुमाते रहा। शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर आरोपी पर कार्रवाई की।

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धोखाझड़ी में शामिल होकर ज्वेलरी को लोन पर रखी

पुलिस (Police) ने बताया कि आरोपी विवेक शर्मा ने पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि धोखाधड़ी से खरीदी की गई ज्वेलरी को मणप्पुरम फायनेंस लिमिटेड कंपनी (Manipuram Gold finance limited company) रिसाली में गिरवी रखा। जब उक्त ज्वेलरी के बारे में मणप्पुरम फायनेंस लिमिटेड कंपनी रिसाली के प्रबंधक को गिरवी रखे सोने को पेश करने को कहा गया। मैनेजर उसे पेश नहीं किया। उसे नोटिस भेजकर सोना प्रस्तुत करने की कहा गया, लेकिन ब्रांच मैनेजर लक्ष्मी यादव निवासी सोरिद नगर धमतरी ने ज्वेलरी को पेस नहीं किया। आरोपी के कृत्य में अपराधिक षडयंत्र का साथ देना पाया जाने पर ब्रांच मैनेजर लक्ष्मी यादव को गिरफ्तार किया गया। न्यायिक रिमांड भेजा गया।

निवेशकों की शिकायत पर धोखाधड़ी और विश्वासधात करने का प्रकरण दर्ज

CG Prime News@भिलाई. धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद आरोपी डॉ. एमके खंडूजा के खिलाफ स्मृति नगर चौकी पुलिस ने एक और धोखाधड़ी और व्यवसायिक विश्वासघात करने के मामले में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी डॉ. खंडूजा ने अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल में निवेश करने पर अधिक ब्याज का झांसा दिया। जब निवेशकों ने रकम इनवेस्ट किया तो उनकी रकम को गबन किया और अस्पताल को बेचकर भाग गया था। निवेशकों की शिकायत पर जांच के बाद अमानत में खयानात ख्यातनाममामला पंजीबद्ध किया है।

स्मृति नगर चौकी प्रभारी वंदिता पानिकर ने बताया कि सुपेला राधिका नगर निवासी बीएसपी से सेवानिवृत्त शारदा प्रसाद सिन्हा (71 वर्ष) ने शिकायत की। आरोपी नेहरु नगर ईस्ट निवासी डॉ. एमके खंडूजा से उसका परिचय था। उसने और मैत्री कुंज निवासी अपने मैनेजर राजेश राय के माध्यम से ठगी की दुकान खोलकर झांसा दिया। उसने विश्वास दिलाया कि अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल का मालिक हूं। बीएसआर हेल्थ वेंचर प्राइवेट लिमिटेड नया व्यवसाय विकसित कर रहा है, जिसमें इनवेस्ट करने पर 15 प्रतिशत का लाभांश देगा। उसके झांसे में आकर ५ लाख रुपए इनवेस्ट कर दिया। इसके अलावा उसके अन्य साथियों ने भी 1 करोड़ 6 लाख 90 हजार रुपए निवेश कर दिया। लेकिन आरोपी डॉ. एमके खंडूजा सभी निवेशकों की रकम नहीं लौटाया। जब उससे पैसे मांगने जाते थे। वह अपोलो हॉस्पिटल बेच कर निवेशकों की रकम लौटाने का वादा किया, लेकिन इस बीच पता चला कि वह अस्पताल को किसी दूसरे व्यक्ति को बेच दिया और यहां से फरार हो गया। मामले की जांच के बाद आरोपी डॉ. एमके खंडूजा के खिलाफ धारा 420, 409, 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

इन निवेशकों को लगाई चपत

टीआई ने बताया कि आरोपी डॉ. एमके खंडूजा ने बीएसआर हॉस्पिटल को बेच दिया। बीएसआर हेल्थ वेंचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोल लिया, जिसमें रकम निवेश कराया। निवेश करने में पीवीएन राव ने 4 लाख 50 हजार, दीपक केशरवानी 2 लाख, मानसिंह राठौर 4 लाख, मनमोहन श्रीवास्तव 8 लाख, दिनेश कुमार ७ लाख, बिंदुलता 3 लाख, बेनीराम विश्वकर्मा 6 लाख, ललीत कुमार 8 लाख, के लक्ष्मी 3.5 लाख, दीपिका 2 लाख, के विजय लक्ष्मी 1 लाख, दिलीप चंद्राकर 5 लाख, एमआर गावर्डे 5.5 लाख, कुसुम कोरी 4 लाख, शांति देवी देवांगन 4 लाख, शशि देवांगन 3 लाख, नंदकुमार 1 लाख, मूलचंद जैन 4 लाख, प्रेमलाल मेश्राम 5 लाख, आशाराम 6 लाख, किशन लाल 1 लाख, विरेन्द्र गुप्ता 2.40 लाख, राम मूर्ति भंडारी 6 लाख, प्रवीण भंडारी 5 लाख, रवि भंडारी 1 लाख और अन्य निवेशकों से चेक व नकद रकम लेकर इनवेस्ट कराया है।

हॉस्पिटल बेच कर फरार हुआ डॉ. एमके खंडूजा

वर्ष 2011 से 2016 तक उक्त निवेशकों से रकम लिया। विश्वास जताने के लिए कुछ महीने तक लाभांश भी दिया। इसके बाद बंद कर दिया। जब उससे निवेश की राशि को लौटाने की मांग करने लगे। तब डॉ MK Khanduja टालमटोल करने लगा। जब दबाव बनाने लगे तब उसने अपने खाता का चेक दिया। जब चेक को बैंक में लगाया गया। तब डॉ. खंडूजा को पता चला तो उसने फिर झांसा दिया कि वह अस्पताल को बेचकर रकम को लौटाएंगा, लेकिन इस बीच अस्पताल को बेचा और निवेशकों की रकम गबन कर फरार हो गया।

जेल में बंद है डॉ. एमके खंडूजा

टीआई ने बताया कि संतोष रुंगटा ग्रुप के डायरेक्टर से अस्पताल का सौदा किया था। उससे भी एडवांस राशि 19 लाख 40 हजार रुपए ले लिया और अस्पताल को किसी दूसरे व्यक्ति को बेचकर धोखाधड़ी की। इस मामले में जांच करने के बाद फरार आरोपी डॉ. एमके खंडूजा को कलकत्ता से गिरफ्तार कर लाया गया। न्यायिक रिमांड पर वह जेल में समय व्यतीत कर रहा है।

फरार आरोपी ने चारामा से आकर रानीतारई खार के पेड़ में लगाई फांसी

CG Prime News @भिलाई. रानीतराई थाना अंतर्गत एक खार के पेड़ से 12 फीट ऊपर लटकती हुई लाश मिली। खेती किसानी करने वालों ने देखा। तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को नीचे उतारा और मर्ग कायम किया। पुलिस के मुताबिक आरोपी के घर में कपड़े का नाप देने आई युवती के साथ बलात्कार किया। इसके बाद रस्सी से उसका गला घोटकर मौते के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद खूद घर से फरार हो गया।

पाटन एसडीओपी प्रभारी हरीष पाटिल ने बताया कि 19 व 20 नवम्बर दरमियानी रात की घटना है। 20 नवंबर सुबह ग्रामीणों के माध्यम से सूचना मिली कि एक युवक का शव रानीतराई के खार में एक पेड़ से लटका हुआ है। टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। देखा  युवक 12 फीट ऊपर पेड़ में चढ़कर गमछा से फंदा बनाकर झूल गया। पंचनामा कर शव को नीचे उतारा गया। मृतक के जेब की तलाशी ली गई। उसमें लाइसेंस और गाड़ी पेपर मिला। जिससे वार्ड- 6 चरामा सरारपारा निवासी दीपचंद देवांगन (31 वर्ष) के रुप में पहचान हुई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सीएचसी भेजा गया। मृतक के परिजनों को सूचना दी।

    घातक नशा 14 ग्राम कीमत 1 लाख 20 हज़ार चिट्टा जब्त

    CG Prime News@ भिलाई. भारत-पाकिस्तान बार्डर से सटे पंजाब के तरनतारन से हेरोइन (चिट्टा) की सप्लाई करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 14 ग्राम चिट्टा, जिसकी कीमत 1 लाख 20 हजार रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवार्ई की।

    एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने गुरुवार को पत्रवार्ता लेकर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि चिट्टा के खिलाफ पूर्व में प्रभावी कार्रवाई की गई थी। इसके बाद से चिट्टा की सप्लाई करने वाले नशे के कारोबारी शहर छोड़कर भाग गए थे। कुछ दिन पहले फिर से सूचना मिली कि पाकिस्तान बार्डर से हेरोइन (चिट्टा) मंगाया है और उसे 1000 और 1500 की पुडियों से खपा रहा है। भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी और क्राइम डीएसपी हेमप्रकाश नायक के नेतृत्व में टीम गठित की गई। थाना और एसीसीयू की टीम मिलकर संयुक्त कार्यवाई की। इस बीच आरोपी कैंप-1 वृंदानगर निवासी आरोपी बब्लू अली पिता लियाकत अली (40 वर्ष) और कैंप-1, 18 नम्बर रोड संग्राम चौक निवासी हरपाल सिंह पिता सुखदेव सिंह (24 वर्ष) नशा की सप्लाई करते हुए रंगेहाथ वृंदानगर दक्षु बाड़ी मैदान के पास गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से 14 ग्राम चिट्टा नशा बरामद किया। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की।

    लोगों के जेहन में जहर घोलने का काम करने लगा

    एसपी ने बताया कि हेरोइन (चिट्टा) मामले में अब तक अच्छी कार्रवाई की गई। सूचना मिली है कि काफी हद इसकी सप्लाई करने वाले लोग दूर हो चुके है, लेकिन जब हरपाल से पूछताछ की गई। उसने बताया कि पहले वह अपने भाई मौत और उसके साथी जहर को पैसा देकर चिट्टा मंगाता था। फिर उस मध्यम वर्गीय लोगों के जेहन में जहर घोलने का काम करने लगा। शहर छोड़कर फरार मौत और जहर की तलाश की जा रही है। 

    पाकिस्तान बार्डर पंजाब के तरनतारन से लाते थे चिट्टा

    एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि  पूछताछ में आरोपी बब्लू अली ने बताया कि हरपाल सिंह से उसकी दोस्ती है। उसने कहा कि पंजाब से चिट्टा लाना है। किसी से फोन पर बात किया और 23 हजार रुपए देकर भेज दिया। ट्रेन और बस के जरिए पंजाब के तरनतारन पहुंचा। हरपाल के दिए हुए मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया। वह पाकिस्तान का बार्डर तरनतारन में मिला। उसे 23 हजार रुपए दिया तो 14 ग्राम चिट्टा लेकर भिलाई आ गया। जिसमें 10 ग्राम चिट्टा हरपाल सिंह को दिया और 6 ग्राम नशा अपने पास रखा। जब बब्लू को पकड़ा गया तो उसके पास से 4 ग्राम चिट्टा मिला। बाकि 2 ग्राम को वह खपा दिया था।

    पुलिस मुठभेड़ में 32 नक्सली मारे जाने की सूचना

    CG Prime News@रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने पर पुलिसबल के जवानों को मिली सफलता के लिए बधाई दी है। उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन किया। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन की सरकार दृढ़ संकल्पित है।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नारायणपुर-दंतेवाड़ा की सीमा में स्थित अबूझमाड़ क्षेत्र में हमारे सुरक्षा बलों के जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है। सर्चिंग में अभी तक 32 नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। सर्चिंग में एके-47 सहित कई हथियार मिले हैं। छत्तीसगढ़ में यह अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ है। हम पहले से ही माओवादियों को कहते आए हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें और विकास की मुख्य धारा से जुड़ें। अब हम लोग डबल इंजन सरकार के कारण मजबूती से नक्सलियों से लड़ रहे हैं। माओवाद अपनी अंतिम सांस गिन रहा है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है। नक्सलवाद के खात्मे तक हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं बीजापुर के दौर पर था, जहां नक्सल हिंसा पीड़ित लोगों से मुलाकात की। आज इस घटना के बाद शायद उनका विश्वास और अधिक बढ़ गया होगा। निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में माओवाद समाप्ति की ओर अग्रसर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विगत 9 महीने में नक्सलवाद की समीक्षा करने दो बार छत्तीसगढ़ आ चुके हैं, उनका संकल्प है कि मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद समाप्त हो जाए। उनकी सोच के अनुरूप हमारे जवान छत्तीसगढ़ में भी माओवादियों से मुकाबला कर रहे हैं।

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    सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लिए चलाया जा रहा विशेष अभियान

    रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन से छत्तीसगढ़ स्वस्थ हो रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेशभर में सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लिए विशेष अभियान चलाकर जा रहा है। इससे प्रदेशवासी लाभान्वित हो रहे है।

    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि छत्तीसगढ़ से सिकल सेल बीमारी को विदा करना है। इसके लिए हम सब मिलकर प्रयास करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य राज्य को सिकल सेल जैसे बिमारी से मुक्त कराना और लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस अभियान के तहत् राज्य में पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर विशेष कैंप होंगे। 40 वर्ष तक के लोगों को संभावित लक्षणों के आधार पर पहचान कर आवश्यक उपचार और दवाई उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही साथ प्रत्येक गर्भवती महिलाओं की सिकल सेल जांच की जा रही है। जिससे की जन्म लेने वाले प्रत्येक शिशु स्वस्थ्य और सिकल सेल मुक्त हो सके।

    सिकल सेल अनुवंशिक रक्त विकार

    सीएम ने बताया कि सिकल सेल एक अनुवांशिक रक्त विकार है। इससे अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती है। जिसमें लाल रक्त कणिका के सामान्य आकार में परिवर्तन होकर हसिया के आकार का हो जाता है। रक्त कणिकाओं का हसिया आकार होने के कारण इसकी ऑक्सीजन वहन क्षमता कम हो जाती है और ये कणिकाएं रक्त वाहिकाओं में चिपकने लगती है। इसके कारण शरीर के सभी अंगों को ऑक्सीजन आपूर्ति में समस्या आती है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को शरीर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, बुखार जैसे समस्या उत्पन्न होती है।

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    रोजगार सृजन के ठोस प्रयासों से हुआ साकार

    रायपुर. देश के सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ पांचवा स्थान पर पहुंचा। यह सर्वेक्षण भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (NSSO) द्वारा किया गया है। मुख्य मंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य सरकार के रोजगार सृजन के क्षेत्र में किए गए ठोस प्रयासों का यह सकारात्मक परिणाम है। राज्य के लिए यह बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ ने देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। हमारी सरकार ने प्रदेश में युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। खासतौर पर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित किया है। जिसके कारण हमारा छत्तीसगढ़ अब बड़े राज्यों को भी पीछे छोड़ चुका है, जो कम बेरोजगारी दर के मामले में राज्य की बड़ी सफलता को दर्शाता है। निश्चित ही यह प्रदेश के लिए गौरवान्वित करने वाला पल है। समस्त छत्तीसगढ़वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।