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CG PRIME NEWS

CG Prime News@दुर्ग. Chief Minister Higher Education Encouragement Scholarship Scheme chhattisgarh मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना वर्ष 2025-26 हेतु स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसके तहत् राज्य के प्रतिभावान निम्न आय वर्ग के विद्यार्थी जो कि राष्ट्रीय स्तर के उच्च व्यवसायिक संस्थानों जैसे आईआईटी (IIT), एम्स (AIMS), आईआईएम (IIM), एनएलयू, एमबीबीएस (MBBS) जैसे संस्थाओं में शिक्षण सत्र 2025-26 में प्रवेश प्राप्त कर अध्ययन कर रहे हैं उन्हे तात्कालिक सहायता प्रदान की जाएगी। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त योजना के तहत् आमंत्रण करने हेतु विद्यार्थी छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।

यह है पात्रता

विद्यार्थी को छत्तीसगढ़ राज्य हेतु अधिसूचित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग की सूची में शामिल होना चाहिए। उल्लेखित संस्था में चयन की पात्रता के साथ ही चयन होने का प्रमाण पत्र एवं प्रवेश लेने हेतु संस्था द्वारा जारी सूचना पत्र होना चाहिए। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए पालक की वार्षिक आय रूपए 2.50 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।

ऑफलाइन करना होगा आवेदन

शासकीय सेवकों के आश्रित इस योजना के पात्र नहीं होंगे। किन्तु चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के बच्चे इस योजना का लाभ ले सकेंगे। इच्छुक एवं पात्र अभ्यर्थियों से 25 अक्टूबर 2025 तक कार्यालयीन समय में ऑफलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए है। पात्रता, शर्ते तथा आवेदन पत्र का प्रारूप जिले की वेबसाईट से डाउनलोड की जा सकती है। अभ्यर्थी आवेदन पत्र निर्धारित प्रपत्र में जिले के सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कार्यालय में अंतिम तिथि तक जमा कर सकते है।

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CG Prime News@बिलासपुर. छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों और टीचर्स के युक्तियुक्तकरण (Rationalization case) का मामला अब बिलासपुर हाईकोर्ट पहुंच गया है। स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश को 34 शिक्षकों और शिक्षक संघ अध्यक्ष संजय तिवारी ने चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन कर काउंसलिंग की जा रही है। उन्हें अपील करने का मौका भी नहीं दिया जा रहा है। साथ ही, याचिकाकर्ताओं ने कलेक्टर को नोडल अधिकारी बनाए जाने पर भी आपत्ति जताई है।

तत्काल रोक लगाने की मांग की

शिक्षक संघ के अयक्ष तिवारी ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 309 और भर्ती नियम 2019 का हवाला देते हुए कहा कि बिना किसी संशोधन के यह आदेश जारी कर दिया गया है। जो विधिसम्मत नहीं है। याचिका में युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।

यह है युक्तियुक्तकरण

युक्तियुक्तकरण के तहत जिन स्कूलों में ज्यादा शिक्षक है, उन्हें शिक्षक विहीन या कम शिक्षक वाले स्कूल में भेजा जाएगा। जिन स्कूलों में छात्राओं की संख्या कम है, उन छात्रों को नजदीक के स्कूल में मर्ज किया जाएगा। प्रक्रिया शुरू होते ही सरकार के इस फैसले का शिक्षक संघ ने विरोध शुरू कर दिया है।

7 हजार 127 स्कूलों में है सिर्फ एक शिक्षक

छत्तीसगढ़ के 54185 स्कूल में से 297 स्कूल शिक्षकविहीन है और 7 हजार 127 स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक है। इसी असमानता को दूर करने के लिए सरकार ने युक्तियुक्तकरण करने का फैसला लिया है। इसके लिए 10 हजार 463 स्कूल शामिल किए गए हैं।

सरकार के फैसले के विरोध में कांग्रेस

इस पूरे मामले में कांग्रेस भी सरकार के फैसले के विरोध में आ गई है। कांग्रेस का कहना है सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने में लगी है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि प्रदेश सरकार ने माना था कि 45 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं, लेकिन शिक्षकों की भर्ती से बचने के लिए शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने वाले फैसले के तहत यह सरकार स्कूलों का युक्तियुक्तकरण कर रही है।

CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों और संसाधनों का समान और न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करने के मकसद से स्कूलों के युक्तियुक्तकरण (Rationalization) की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के साथ ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है। एक तरफ कांग्रेस तो दूसरी तरफ शिक्षक संघ ने इस फैसले का विरोध किया है।

जारी आदेश के मुताबिक प्रदेश के 10 हजार 463 स्कूलों के युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। CM विष्णुदेव साय युक्तियुक्तकरण को छात्रों के हित में बता रहे हैं।

45 हजार शिक्षकों का पद खत्म किया

इसके साथ ही सरकार के इस आदेश का विरोध भी शुरू हो गया है। शिक्षक संघ ने सरकार के फैसले के खिलाफ मंत्रालय घेराव का ऐलान किया है। शिक्षक संघ का आरोप है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर चार हजार से ज्यादा स्कूल बंद हो जाएंगे और 45 हजार शिक्षकों के पद को भी खत्म कर दिया जाएगा। हालांकि, सरकार इसे छात्रों के हित में बता रही है।

यह है युक्तियुक्तकरण

युक्तियुक्तकरण के तहत जिन स्कूलों में ज्यादा शिक्षक है, उन्हें शिक्षक विहीन या कम शिक्षक वाले स्कूल में भेजा जाएगा। जिन स्कूलों में छात्राओं की संख्या कम है, उन छात्रों को नजदीक के स्कूल में मर्ज किया जाएगा। प्रक्रिया शुरू होते ही सरकार के इस फैसले का शिक्षक संघ ने विरोध शुरू कर दिया है।

सरकार के फैसले के विरोध में कांग्रेस

इस पूरे मामले में कांग्रेस भी सरकार के फैसले के विरोध में आ गई है। कांग्रेस का कहना है सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने में लगी है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि प्रदेश सरकार ने माना था कि 45 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं, लेकिन शिक्षकों की भर्ती से बचने के लिए शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने वाले फैसले के तहत यह सरकार स्कूलों का युक्तियुक्तकरण कर रही है।

7 हजार 127 स्कूलों में है सिर्फ एक शिक्षक

छत्तीसगढ़ के 54185 स्कूल में से 297 स्कूल शिक्षकविहीन है और 7 हजार 127 स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक है। इसी असमानता को दूर करने के लिए सरकार ने युक्तियुक्तकरण करने का फैसला लिया है। इसके लिए 10 हजार 463 स्कूल शामिल किए गए हैं।

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CG Prime News@भिलाई. आईआईटी भिलाई (IIT Bhilai) में स्मार्ट फोन (smart phone) को लेकर एक विशेष व्याख्यान अपने स्मार्ट फोन पर निर्भर हुए बिना उससे सर्वोत्तम लाभ कैसे प्राप्त करें विषय पर आयोजित किया गया। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी भिलाई के हैप्पीनेस एंड वेलनेस सेंटर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में क्लिनिकल साइकोलॉजी के प्रोफेसर और शट क्लिनिक (भारत का पहला टेक डि-एडिक्शन क्लिनिक), निमहांस बेंगलुरु के समन्वयक प्रोफेसर मनोज कुमार शर्मा ने संबोधित किया। उन्होंने सत्र में स्मार्टफोन और आधुनिक जीवन के बीच जटिल संबंधों पर गहन चर्चा की। इसके सजग उपयोग के लिए रणनीतियां प्रस्तुत की।

व्याख्यान की शुरुआत स्मार्टफोन के इस्तेमाल की व्यापकता को संबोधित करते हुए की गई। जिसमें बताया गया कि कैसे ये डिवाइस सभी आयु समूहों के लिए अपरिहार्य हो गए हैं। प्रो. शर्मा ने फिर अत्यधिक स्मार्टफोन के इस्तेमाल के नुकसानों पर चर्चा की। जिससे नोमोफोबिया, फैंटम वाइब्रेशन सिंड्रोम, सोशल मीडिया थकान आदि समस्याएं पैदा होती हैं। मास्लो के आवश्यकताओं के पदानुक्रम का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि किस प्रकार टेक्नोलॉजी का उपयोग व्यक्तियों के मनोवैज्ञानिक कल्याण पर प्रभाव डालता है। संभावित रूप से व्यक्तिगत विकास और सामाजिक संबंधों में बाधा उत्पन्न करता है।

इससे स्मार्टफोन की लत से जुड़ी सह-रुग्णताओं, जैसे चिंता, अवसाद और ध्यान की कमी, पर चर्चा शुरू हुई। मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से डॉ. शर्मा ने इंटरनेट की लत की अवधारणा का पता लगाया। जिसमें बताया गया कि कैसे विभिन्न समस्याग्रस्त विचार और भावनाएं स्मार्टफोन के उपयोग को बढ़ाती हैं। इसके बाद उन्होंने स्मार्टफोन के प्रभावी उपयोग के लिए व्यावहारिक रणनीतियां प्रस्तुत कीं। जिसमें अति प्रयोग के लिए ट्रिगर्स की पहचान करने के लिए व्यक्तिगत उपयोग पैटर्न का आकलन करना, वास्तविक दुनिया के कनेक्शन को बढ़ावा देने के लिए शारीरिक गतिविधियों में शामिल होना, मनोवैज्ञानिक गतिविधियों का अभ्यास करना, सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देना, जैसे कि पारिवारिक डिजिटल उपवास और इंटरनेट उपयोग डायरी रखना, संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) में विचार रिकॉर्ड के समान शामिल है।

लेक्चर का समापन एक विचारोत्तेजक चर्चा के साथ हुआ। जिसमें प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की गई। जैसे कि स्मार्टफोन का कितना उपयोग बहुत अधिक है? क्या हम सामाजिक अलगाव के उच्च स्तर का अनुभव कर रहे हैं? क्या हम वास्तविक दुनिया में सार्थक संबंध खो रहे हैं? प्रो. शर्मा ने स्मार्टफोन के स्वस्थ उपयोग को बढ़ावा देने के लिए रणनीतियों को अपनाने के महत्व पर जोर दिया। श्रोतााओं से डिजिटल सुविधा और वास्तविक मानवीय संपर्क के बीच संतुलन बनाने का आग्रह किया।

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CG Prime News@दुर्ग. Startup center will be opened in Science College Durg दुर्ग जिले में आर्थिक विकास और रोजगार को बढ़ावा देने जिला मुख्यालय स्थित साइंस कॉलेज परिसर में शीघ्र स्टार्टअप सेंटर (Startup Center) का शुभारंभ होगा। कलेक्टर अभिजीत सिंह ने शुक्रवार को साइंस कॉलेज परिसर में निर्माणाधीन ऑडिटोरियम से संलग्न कक्ष जिसमें स्टार्टअप सेंटर स्थापित किया जाएगा, का अवलोकन किया। उन्होंने प्रोग्राम मैनेजर समिरन मित्रा, पीएमयू श्री अयाज खान और यामिनी से स्टार्टअप गतिविधियों की जानकारी ली।

कलेक्टर ने दिया शीघ्र कार्य पूर्ण कराने का निर्देश

कलेक्टर सेंटर में आवश्यक निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि स्टार्टअप पहल का लक्ष्य नवाचार और उद्यमशीलता के लिए एक ऐसा सुदृढ़ परिस्थितिकी तंत्र निर्मित करना है, जो कर लाभ, सरल अनुपालन और वित्त पोषण के अभिगम जैसे उपायों के माध्यम से स्टार्टअप्स की सहायता कर आर्थिक विकास और रोजगार को बढ़ावा दें। स्टार्टअप इंडिया पहल का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना, स्टार्टअप का समर्थन करना और निवेश को प्रोत्साहित करना है।

औद्योगिक विकास नीति पर संभाग स्तरीय कार्यशाला संपन्न

दुर्ग जिले के भिलाई स्थित महात्मा गांधी कला मंदिर में शुक्रवार को औद्योगिक विकास नीति 2024-30, रैम्प तथा इज ऑफ र्डूइंग बिजनेस पर संभाग स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम के अध्यक्ष कलेक्टर अभिजीत सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश और प्रदेश के विकास में उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान है। शासन की मंशा है कि प्रदेश की जीडीपी में औद्योगिक समूह का योगदान भी हो।

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कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश की नई औद्योगिक विकास नीति में कई ऐसे प्रावधान है, जो उद्योगों को बढ़ावा देने में सहयोगी है। इससे सकारात्मक माहौल निर्मित होगा और उद्योग व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। कलेक्टर ने कहा कि सन् 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में प्रदेश की औद्योगिक नीति यहां के उद्यमियों के लिए सहायक होगी। उन्होंने कहा कि जिले में औद्योगिक विकास हेतु जिला प्रशासन यहां के उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग करेगी।

कार्यशाला में केन्द्र सरकार द्वारा एमएसएमई उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जारी रैम्प स्कीम की विस्तृत जानकारी ईवाय की टीम द्वारा दी गई। साथ ही राज्य की नवीन औद्योगिक विकास नीति-2024-30 के अंतर्गत रोजगार रणनीति, नवीन पहल, समग्र औद्योगिक विकास, सूक्ष्म, लघु, मध्यम व वृहद उद्यम, औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन तथा विशिष्ट उत्पाद श्रेणी के वृहद उद्यमों के लिए औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पर परिचर्चा कर प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया।

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CG Prime News@भिलाई. भिलाई महिला महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा 12 दिवसीय माइक्रो एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम (MEDP) का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद की संयुक्त पहल के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के के निर्देशानुसार  भिलाई महिला महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना एवं आइकूएसी के बैनर के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है।

12 दिवसीय कार्यशाला

12 दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजश्री शर्मा ने कार्यक्रम का उद्देश्य और उसकी रूपरेखा प्रस्तुत की। कॉलेज की प्राचार्या डॉ. संध्या मदन मोहन ने अपने संबोधन में छात्राओं को अभिप्रेरित करते हुए कहा, कि उद्यमिता ही देश की आर्थिक समृद्धि की कुंजी है। इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को न केवल स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें नवाचार और आर्थिक स्वतंत्रता का अवसर भी प्रदान करते हैं।

आज का दौर स्टार्टअप का

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ईडीआईआई के राज्य प्रमुख डॉ. मुकुल बेदी परियोजना अधिकारी भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान रायपुर छत्तीसगढ़ ने कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का दौर स्टार्टअप और नवाचार का है। उद्यमिता विकास के लिए सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण आवश्यक है। हमारा प्रयास है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं, जिससे वे सफल उद्यमी बन सकें।

देगा महत्वपूर्ण अवसर

कार्यक्रम के समन्वयक रविकांत भारती प्रोजेक्ट लीड भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान रायपुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में युवाओं और महिलाओं के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक प्रतिभागी इस प्रशिक्षण का लाभ उठाकर अपने स्वयं के व्यवसाय शुरू करें और स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान दें। प्रशिक्षक और मेंटोर उज्जवल पुरी गोस्वामी ने कहा कि कार्यक्रम में विभिन्न सफल उद्यमी बनने के लिए सही प्रशिक्षण और सतत प्रयास की आवश्यकता होती है।

इस कार्यक्रम में हम न केवल व्यावसायिक अवधारणाओं को समझाएंगे, बल्कि प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान करेंगे। ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। आज के सत्र में प्रतिभागियों को सर्वप्रथम उद्यमिता को उदाहरण सहित समझाया । कार्यक्रम का सफल संचालन आइकूएसी समन्वयक डॉ. भारती वर्मा ने किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ. हेमलता सिदार का भी योगदान रहा। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे।

स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा

कार्यक्रम में 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें से चयनित 50 से 60 छात्राओं के समूह के जिन्हें व्यवसाय योजना निर्माण, वित्तीय प्रबंधन, मार्केटिंग, डिजिटल टूल्स, सरकारी योजनाओं एवं विभिन्न व्यावसायिक अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा किया जा रहा है। जो राज्य में नवोद्यमिता और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयासरत है।

CG Prime News@भिलाई. बोर्ड के साथ सभी स्कूली परीक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में न केवल स्टूडेंट्स बल्कि उनके पैरेंट्स भी काफी तनाव में रहते हैं। इस तनाव में पैरेंट्स का यही प्रयास रहता है कि उनके बच्चों का कोई पेपर ना बिगड़े। बावजूद कई बार स्थितियां उनके नियंत्रण में नहीं रहती। ऐसे में वे बड़ी उम्मीद से चारों तरफ देखते हैं कि कहीं से उन्हें कोई सुझाव मिले।

पैरेंट्स की इसी समस्या को ध्यान में रखकर पेरेंटिंग विशेषज्ञ चिरंजीव जैन और पत्रकार किसलय पिछले कई हफ्तों से परीक्षा से संबंधित कई विषयों पर चर्चा कर रहे हैं। इस चर्चा में किसी वरिष्ठ शिक्षाविद की भूमिका अहम रहती है जो उनके सवालों का जवाब देता है। 3 मार्च सोमवार को एक बार फिर परीक्षा के पैटर्न और तनाव में पैरेंट्स विषय को लेकर यह लोग चर्चा करने जा रहे हैं।

इस बार की चर्चा में CBSE की डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर और केएच मेमोरियल स्‍कूल की प्रिंसिपल विभा झा शामिल होंगी। वे इस महत्वपूर्ण विषय पर अपनी बात रखेंगी और सवालों का जवाब देंगी। 3 मार्च को शाम 07: 00 बजे इस चर्चा

भिलाई . रूंगटा आर-1 ग्रुप का नाम शनिवार को दुनियाभर में मशहूर हो गया। ग्रुप के फाउंडर स्वर्गीय घनश्याम दास रूंगटा की जन्म शताबदी और कॉलेज के फाउंडेशन डे के मौके पर रूंगटा ग्रुप ने एक ही दिन में 207 रिसर्च पेटेंट फाइल कर नया इतिहास रच दिया। यह अनोखा रिकॉर्ड गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। गु्रप के सभी कॉलेजों की 256 फैकल्टी और विद्यार्थियों ने लगातार 12 घंटे तक अपने रिसर्च का युटिलिटी पेटेंट भारत सरकार के मुंबई स्थिति पेटेंट कार्यालय में ऑनलाइन फाइल किया।

इस तरह बना रिकॉर्ड

इससे पहले तक गुजरात की एक निजी यूनिवर्सिटी ने एक ही दिन में 165 पेटेंट आईपीआर फाइल कर रिकॉर्ड कायम किया था, जिसे रूंगटा आर-१ ग्रुप ने तोड़ते हुए 207 पेटेंट फाइल कर दिए और एक ही दिन में सबसे अधिक पेटेंट फाइल करने का नया वल्र्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। पेटेंट के लिए जरूरी सभी मापदंडों को परखने के साथ ही साथ गोल्डन बुक ऑफ रिकॉड्र्स की टीम ने एक-एक पेटेंट फाइलिंग की सुक्ष्म जांच की। नतीजों से संतुष्ट होने के बाद गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के इंडिया हेड आलोक कुमार ने नए वल्र्ड रिकॉर्ड का प्रशस्ति पत्र रूंगटा आर- 1 ग्रुप के चेयरमैन संतोष रूंगटा को सौंपा।

इसलिए खास है वर्ल्ड रिकॉर्ड

रूंगटा ग्रुप के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने बताया कि, पेटेंट फाइलिंग का नया वल्र्ड रिकॉर्ड बेहद खास है। भारत में हर महीने जितने पेटेंट फाइल किए जाते हैं, उसका 3 फीसदी एक ही दिन में रूंगटा ग्रुप ने फाइल कर दिया है। वहीं छत्तीसगढ़ में हर साल जितने पेटेंट फाइल होते हैं, उसका 66 फीसदी रूंगटा ग्रुप ने एक ही दिन में फाइल कर नया कीर्तिमान रचा है। इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान सालाना जितने पेटेंट फाइल करता है, उसका 41 फीसदी पेंटेंट रूंगटा ग्रुप ने एक ही दिन में फाइल कर गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है। गोल्डन बुक के बाद गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड्र्स में जाने की तैयारी है। वल्र्ड रिकॉर्ड बनाने में आईपीआर फाइलिंग में मदद करने वाली संस्था माइक्रेव का सहयोग रहा।

सांसद ने किया प्रतिमा अनावरण

ग्रुप के फाउंडर स्वर्गीय जीडी रूंगटा की जन्म शताबदी वर्ष को यादगार बनाने के लिए रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मास्यूटिकल और साइंस कॉलेज के विद्यार्थी और फैकल्टीज ने मिलकर पौधरोपण किया और सौ पौधे रोपे। इसी तरह रक्तदान शिविर भी लगाया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने सौ यूनिट ब्लड डोनेट किया। शाम के कार्यक्रम में लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने कैंपस में स्थापित स्वर्गीय जीडी रूंगटा की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के जरिए छत्तीसगढ़ की उच्च और तकनीकी शिक्षा ने एक और मुकाम हासिल कर लिया है। शोध ही वर्तमान शिक्षा प्रणाली और नई शिक्षा नीति का प्रमुख स्तंभ है। ऐसे में इस अवॉर्ड के माध्यम से शोधार्थियों का मनोबल बढ़ेगा। इसी कार्यक्रम में प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर पंडित विजय शंकर मेहता विशेष अतिथि रहे। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद छात्रों को माता-पिता की सेवा, संस्कार और शिक्षा का महत्व समझाया। कार्यक्रम में संजय रूंगटा और डॉ. सुशील रूंगटा भी शामिल रहे।

जरूरतमंद छात्रों को मिलेगी स्कॉलरशिप

रूंगटा ग्रुप ने अपनी स्थापना के २५ साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों ने ग्रुप में 25 साल से कार्यरत टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ व फैकल्टीज को सम्मानित किया। कार्यक्रम में ग्रुप के कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले जरूरतमंद विद्यार्थियों ने लिए १० लाख रुपए की जीडीआर मेमोरियल स्कॉलरशिप की घोषणा की गई। संस्थान के चेयरमैन संतोष रूंगटा ने सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को इसका चेक सौंपा। इस स्कॉलरशिप के जरिए कमजोर आर्थिक स्थिति वाले विद्यार्थियों को वित्तीय सहायता दी जा सकेगी। कार्यक्रम के आखिर में कॉलेज की मैग्जीन बीकन का विमोचन भी किया गया।

CG Prime News: भिलाई| भारत सरकार (indian government) के अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने भिलाई दुर्ग के स्कूल व कॉलेजों में विज्ञान की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को आइडिया लैब की सौगात दे दी है। एआईसीटीई ने भिलाई के रूंगटा आर-१ इंजीनियरिंग कॉलेज को आइडिया लैब स्थापित करने स्वीकृति जारी कर दी है। करीब ४ हजार स्क्वैयर फीट में स्थापित होने वाली इस लैब में 9वीं से 12वीं तक के छात्र अपनी टेक्निकल कल्पनाओं को मूर्त रूप दे सकेंगे।

आइडिया को मिलेगा मंच

यह लैब साल के सभी दिनों में चौबीस घंटे खुली रहेगी, जिसमें प्रदेश का कोई भी अपने प्रोजेक्ट्स कर पाएगा। इसी तरह आइडिया लैब के जरिए प्रोफेसर्स बच्चों व युवाओं को साइंस एंड टेक्नोलॉजी से जोडऩे मुहिम चलाएंगे। इस लैब में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों ही तरह के प्रोजेक्ट्स किए जाएंगे। इस लैब के जरिए शासकीय स्कूलों को विशेष साइंस प्रोजेक्ट्स देने के साथ उन्हें इसमें माहिर बनाने का भी काम होगा। इससे बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ेगी और वे इस फील्ड में आगे आएंगे।

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इनोवेशन दिखा पाएंगे स्कूली बच्चे

आइडिया लैब में प्रयोग करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए कोई विशेष क्राइटेरिया नहीं रखा गया है। न ही उनके लिए अंकों का बंधन है और न ही विज्ञान या गणित विषय की बाध्यता होगी। किसी भी विषय के हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों में पढऩे वाले राज्य के किसी भी जिले के बच्चे एआईसीटीई आइडिया लैब का इस्तेमाल कर पाएंगे। इलेक्ट्रिकल से लेकर मैकेनिकल स्तर के प्रोजेक्ट्स के लिए जरूरी कहे जाने वाले सभी तरह के इंस्टूमेंट्स यहां मौजूद होंगे। प्रोजेक्ट मेकिंग करने विशेष पेड सॉफ्टवेयर का फायदा विद्यार्थियों को मुफ्त में मिलेगा।

स्कूली शिक्षा में हो सकेगा सुधार

भिलाई में आइडिया लैब के बनने से स्कूली शिक्षा में बड़ा सुधार होगा। इससे बच्चों में विज्ञान के प्रति दिलचस्पी जागेगी। आइडिया लैब की ओर से विभिन्न ट्रेनिंग कैम्प लगाए जाएंगे, जिससे बच्चों में विज्ञान की समझ बढ़ेगी। सामान्य टेक्नोलॉजी के साथ बच्चों को थ्रीडी प्रिंटिंग, इमेज प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी, जॉब वर्क मेकिंग सरीखे दर्जनों प्रोजेक्ट समझाए जाएंगे। रूंगटा कॉलेज में एआईसीटीई आइडिया लैब के समन्वयक डॉ. सौरभ रूंगटा और सह-समन्वयक डॉ. रामकृष्ण राठौर ने बताया कि, आइडिया लैब का मकसद बच्चों और युवाओं में इनोवेटिव आइडियाज को डेवलप करना है।

लैब में प्रोटोटाइप और फिर प्रोडक्ट बनाना सिखाया जाएगा। लैब स्थापित करने के लिए एआईसीटीई ने देशभर के तकनीकी संस्थानों से प्रपोजल मंगवाया था। प्रजेंटेशन और विजन के आधार पर संस्थानों का चयन किया गया। इसमें रूंगटा आर-१ इंजीनियरिंग कॉलेज ने भी अपनी क्षमता दिखाते हुए आइडिया लैब की चयन सूची में जगह बनाई।

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नहीं लगेगा कोई शुल्क

आइडिया अच्छा होने पर कोई भी इस लैब का हिस्सा बन सकेगा। अगर कोई व्यक्ति पढ़ा-लिखा नहीं है, लेकिन उसके पास अच्छा आइडिया है तो भी उसे इस लैब में आने की अनुमति होगी। रूंगटा ग्रुप के डायरेक्टर रिसर्च एंड डेवलपमेंट डॉ. एजाजुद्दीन ने बताया कि, जल्द ही लैब की स्थापना और इसकी मशीनरी के लिए रूपरेखा तैयार होगी। वहीं अगले कुछ महीनों में बच्चे व युवा इस लैब में आकर अपने प्रोजेक्ट्स शुरू कर सकेंगे।

जानिए आइडिया लैब में क्या मिलेगा

लैब में कंप्यूटर वर्कस्टेशन, ड्रोन असेंबली स्टेशन, ड्रोन पार्ट्स, थ्री डी प्रिंटर, वर्कशॉप टूल्स, हर तरह के सेंसर और मोटर जैसी कई सुविधाएं होंगी। इनकी मदद से प्रोडक्ट, डिजाइन किए जा सकेंगे। कोई स्टूडेंट चाहे तो रात 12 बजे भी यहां काम कर सकता है। लैब में दो शिफ्ट में काम होगा। ये मल्टीडिस्पिलनरी होगी।

भिलाई . आंत्रप्रेन्योर्स का सबसे पंसदीदा शो शॉर्क टैंक इंडिया में जिस तरह स्टार्टअप आइडिया पेश किए जाते हैं। आइडिया को परखकर इनवेस्टर्स कुछ एक्विटी के बदल स्टार्टअप को फंड जारी करते हैं, ठीक वैसा ही माहौल भिलाई में बनने जा रहा है। भारत सरकार के स्टार्टअप इंडिया के साथ स्टार्टअप छत्तीसगढ़ के सहयोग से रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज भिलाई में छत्तीसगढ़ आंत्रप्रेन्योर एंड स्टार्टअप समिट (चैस) कार्यक्रम 28 फरवरी से एक मार्च तक होने जा रहा है।

फाउंडर योर स्टोरी भी रहेंगी

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के वित्त मंत्री व पूर्व आईएएस ओपी चौधरी रहेंगे। इसी तरह देश के मशहूर स्टार्टअप इकोसिस्टम प्लेटफार्म योर स्टोरी की फाउंडर एंड सीईओ श्रद्धा शर्मा विशेष अतिथि होंगी। यदि आपके पास भी स्टार्टअप का कोई बढिय़ा आइडिया है तो 18 फरवरी तक rubistartups.com पर पंजीयन करा लीजिए। इस मंच पर देश के नामी इनवेस्टर्स को आपका स्टार्टअप आइडिया पंसद आते ही 10 लाख से लेकर 10 करोड़ तक का सीड फंड का चेक आपको तुंरत मिल जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए छत्तीसगढ़ के 1087 छोटे-बड़े आंत्रप्रेन्योर अब तक पंजीयन करा चुके हैं, अब बारी आपकी है।

क्या होगा चैस में खास

रूंगटा आर-१ ग्रुप के बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर (रूबी) के सीईओ जी. वेणुगोपाल ने बताया कि, स्टार्टअप समिट अपकमिंग आंत्रप्रेन्योर्स के लिए लाइफ चेंजिंग साबित होगी। दो दिनों में आंत्रप्रेन्योर्स अपने स्टार्टअप आइडिया को इनवेस्टर्स के सामने पिच कर सकेंगे। स्टार्टअप को आगे बढ़ाने डैट की शक्ल में फंड जारी किया जा सकेगा।

इस समिट के दूसरे दिन नॉलेज शेयरिंग सेशन होंगे, जिसमें देश की नामी कंपनी के फाउंडर्स आंत्रप्रेन्योर्स को बताएंगे कि वे कैसे अपने आइडिया को देश और दुनिया तक पहुंचा सकते हैं। टेक्नोलॉजी के सहारे स्टार्टअप की ग्रोथ बढ़ाने का रास्ता बताएंगे। समिट के आखिरी दिन सोशल प्रॉब्लम का समाधान बताते हुए स्टार्टअप की शुरुआत करने वाले आंत्रप्रेन्योर्स को सम्मानित किया जाएगा। महिला आंत्रप्रेन्योर्स, स्टूडेंट्स को भी उनके स्टार्टअप आइडिया के लिए अवॉर्ड दिए जाएंगे। बता दे कि पिछले साल हुए इस कार्यक्रम में रायपुर के एक स्टार्टअप को 2 करोड रुपए की फंड जारी किया गया था।

रायपुर। Russian sex scandal। VIP रोड पर हुए सड़क हादसे में घायल अरुण विश्वकर्मा की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हादसे में ललित चंदेल की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि नीलकमल साहू की हालत स्थिर है। हादसा उज़्बेकिस्तान की एक युवती द्वारा टाटा इंडिगो कार से टक्कर मारने के कारण हुआ था। पीड़ितों का इलाज लोधीपुरा चौक स्थित निजी अस्पताल में चल रहा था। तेलीबांधा थाना में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

Russian sex scandal युवती का वीडियो हुआ ता वायरल 

घटना के बाद युवती का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह नशे की हालत में भारत सरकार के लोक अभियोजन भावेश आचार्य के साथ दिखाई दे रही थी। वीडियो में युवती को हाई वोल्टेज ड्रामा करते हुए देखा जा सकता है। पुलिस ने युवती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच चल रही है।

बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा! 

इस मामले के बाद प्रदेश में विदेशी युवतियों को बुलाकर सेक्स रैकेट संचालित करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। पुलिस ने तेलंगाना और त्रिपुरा की दो युवतियों समेत गैंग का डीलर और लोजिस्टिक सपोर्ट करने वाले दो सदस्यों को हिरासत में लिया है। वहीं Russian उज़्बेकिस्तान की युवती और वकील भावेश आचार्य ने पुलिस रिमांड में कई बातों का खुलासा किया है। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि, 30 जनवरी को लड़की उज़्बेकिस्तान से इंडिया आई और 31 को रायपुर पहुंची। इस मामले में सरस्वती नगर और तेलीबांधा थाना में पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

भिलाई . इस साल नीट यूजी हाइब्रिड मोड पर आयोजित की जाएगी। इससे पेपर लीक होने की संभावनाओं को कम किया जा सकेगा। पिछले साल नीट को लेकर मचे बवाल के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट-2025 को हाईब्रिड मोड में कराने का निर्णय लिया है। कोर्ट की दखल के बाद आए इस फैसले के बाद छात्रों ने भी राहत की सांस ली है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पेपर लीक नहीं होगा।

हाइब्रिड मोड होने के कारण पेपर ट्रेवल नहीं करता और लीक पर लगाम लगाई जा सकती है। हाईब्रिड मोड से एग्जाम कराने के दौरान क्वेशचंस पेपर ठीक 10 मिनट पहले सर्वर में आता है। फिलहाल, आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई की मेंस और एडवांस परीक्षा में हाईब्रिड सिस्टम का उपयोग किया जाता है। सिस्टम के जरिए होने वाले ऑनलइन टेस्ट के दौरान परीक्षा शुरू होने के कुछ देर पहले ही टेस्टिंग एजेंसी प्रश्नपत्रों को लाइव करती है। अब ठीक ऐसा ही पैटर्न नीट-२०२५ के पेपर में भी अपनाया जाना है।

बालोद में छात्रों ने दी थी दोबारा परीक्षा

टेक्नोलॉजी के इस जमाने में हर साल कहीं न कहीं से पेपर लीक की आशंका लगी रहती है। अब इससे राहत मिल जाएगी। बता दें कि पिछले साल की नीट परीक्षा को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी सवालों के घेरे में आ गई थी। पेपर लीक का असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिला था। पेपर लीक के खुलासे के बाद 23 जून को नीट की दोबारा परीक्षा हुई थी। इसमें देशभर में 1563 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बालोद में लगभग 600 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। नीट में हाईब्रिड मोड लाने का भिलाई-दुर्ग के कोचिंग संचालकों ने स्वागत कियाह है। एक्सपट्र्स का कहना है कि, इस कोशिश के जरिए नीट के अभ्यर्थियों के बीच  पारदर्शिता बनी रहेगी। उन्हें बार-बार पेपर के कैंसल होने या फिर दोबारा पेपर देने जैसी समस्याएं नहीं आएंगी।

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