CG Prime News@भिलाई. Witchcraft in a government school in Durg district, bird sacrificed दुर्ग में एक सरकारी स्कूल में पूजा-पाठ कर जादू टोना करने के बाद कोयल की बलि दी गई। पूरा मामला बोरसी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना रही है। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस कृत्य के पीछे किसका हाथ है और उसका मकसद क्या था।
दहशत में स्कूली बच्चे
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह स्कूल खुलते ही स्कूल प्रबंधन और बच्चे खून से सना पंख और पूजा सामग्री देख दहशत में आ गए। प्रिंसिपल ऑफिस के ठीक सामने किसी शरारती तत्व ने यह करतूत की थी। जमीन पर अजीब सी रंगोली बनाई गई है। जिसमें एक पक्षी की बलि दी गई है।
शरातती तत्वों की हरकत
दुर्ग की ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेश्वरी ने कहा कि सुबह से ही शरारती तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया है। इसकी जानकारी स्कूल के शिक्षक ने उन्हें दी थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सब अंधविश्वास फैलाने की कोशिश है, जिस पर ध्यान नहीं देना चाहिए। प्राचार्य कक्ष के बाहर ही इस तरह की स्थिति बनाई गई है।
उद्देश्य बच्चों और शिक्षकों को डराने का है, ताकि वे स्कूल न आएं। लेकिन हमें इसे तूल नहीं देना है। सभी को समझा दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि बच्चे बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं, इसलिए आवश्यक है कि उन्हें शांत रखा जाए और पढ़ाई का वातावरण बाधित न होने दिया जाए। साफ-सफाई करवाओ, झाड़ू लगवाओ और पढ़ाई का सुचारू संचालन करवाओ।
पुलिस कर रही जांच, बच्चे कमरे में जाने से डरे
इस घटना से स्कूल प्रबंधन और छात्र-छात्राएं सहम गए हैं। कई बच्चों ने तो इस डर से कक्षाओं में जाने से भी मना कर दिया। वहीं, पेरेंट्स भी अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित नजर आए। शिक्षकों का कहना है कि इस तरह की हरकतें अंधविश्वास फैलाने और माहौल खराब करने की कोशिश है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपी को जल्द ही चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।

