Durg: दुर्ग की पांच दुकानों और राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र में की चोरी, एक आरोपी को मेरठ से पकड़ लाई पुलिस

CG Prime News@दुर्ग. उत्तर प्रदेश के मेरठ के चोर गिरोह ने देश के कई राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया, लेकिन वहां की पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। जबकि दुर्ग ने आटो पाट्स, मेडिकल और बर्तन दुकान में चोरी की घटना के मामले में चार आरोपियों में से एक आरोपी को मेरठ से पकड़ लाई। उसे सलाखों के पीछे भेजने दिया। एक माह के भीतर दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के नेतृत्व में टीम ने 10 दिन दिल्ली और उत्तर प्रदेश की खाक छानने के बाद अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के एक सदस्य को पकड़ लिया।

एएसपी रोहित झा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि एक अंतर्राज्यीय चोर गिरोह ने 14-15 जनवरी की दरम्यानी रात दुर्ग थाना अंतर्गत पुराना बस स्टैंड स्थित अभिषेक वालिचा की दुकान मध्यानी आटो का शटर उखाड़कर वहां गल्ले में रखे 10 हजार रुपए पार कर दिए थे। इतना ही नहीं गिरोह ने बेबाकी से चोरी करते हुए निखिल जैन की प्रियंका काम्प्लेक्स स्थित नवकार मेडिकल स्टोर से 1 लाख 80 हजार और किशोर जैन के जैन मेडिकल दुकान का शटर तोड़कर 50 हजार रुपए चोरी किए थे। इसके बाद उसी रात महावीर कालोनी निवासी पुरण सांखला के न्यू बस स्टैंड पचरी पारा दुर्ग स्थित नवकार बर्तन भंडार का शटर उठाकर 1 लाख 63 हजार रुपए और चिल्हर पर हाथ साफ कर दिया था। एक ही रात में तीन दुकानों में प्रयास और 5 दुकानों में चोरी की घटना होने से पुलिस अधीक्षक दुर्ग प्रशांत ठाकुर ने काफी नाराजगी जताई। उन्होंने एएसपी रोहित झा और सीएसपी विवेक शुक्ला से इन सभी चोरियों का खुलासा जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया।

ऐसे पकड़ाना आरोपी

एएसपी झा और सीएसपी शुक्ला ने निर्देशन में आरोपियों को पकडऩे के लिए एक टीम गठित की गई। जांच के दौरान दो टीम को घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने का काम सौंपा गया। एक टीम को शहर में स्थित होटल, लॉज, ढाबा और आसपास के क्षेत्र में बाहरी व्यक्तियों को चेक करने की जिम्मेदारी दी गई। कई घंटे में दर्जनों सीसीटीवी फु टेज को लगातार देखने के बाद चार संदेहियों को पुलिस ने अपना टार्गेट माना और जब उनकी पतासाजी करना शुरू किया। यह पाया कि सभी संदेही घटना को अंजाम देने के बाद बस स्टैंड से आटो में सवार होकर नेहरू नगर तिराहा बायपास की तरफ गए। दुर्ग के कैमरे को लगातार चेक करने पाया गया कि सभी संदेही रायपुर के लिए गए हैं। जब रायपुर जाकर टीम ने पंडरी बस स्टैंड रायपुर का फुटेज देखा तो चारों संदेहियों को बस से उतर मेकाहारा हास्पिटल रायपुर की तरफ जाते हुए देखा गया। मेकाहारा हास्पिटल के आसपास पता करने पर पता चला की आरोपी नागपुर की तरफ गए हैं।

गैंग सरगना फरार, चोरी के लिए रखता है युवकों को


पूछताछ में सलमान ने अपना अपराध स्वीकार किया। उसने बताया कि राशीद उर्फ गबरू मजदूरी पर रखा था। उसे १० हजार रुपए दिया था। बाकि रुपए खूद रखा है। पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी की रकम 3 हजार रुपए को जप्त किया गया। उसने अन्य आरोपियों का नाम पुलिस को बताया। मुख्य सरगना किठौर निवासी मोहम्मद राशीद उर्फ गबरू पिता मोहम्मद मुसाहिद (46 वर्ष),संभलपुर ग्राम सिरसी,मोहम्मद आशिफ पिता मोहम्मद सत्तर (26 वर्ष) और मेरठ मोहम्मद नफि स पिता मोहम्मद जमील (45 वर्ष) के साथ मिलकर दुर्ग जिले में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस फ रार तीन अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

रैकी कर बिना सेंट्रल लॉक वाले शटर को हाथ से खोलते थे

पुलिस को आरोपी ने बताया कि जिस दुकान में सेंट्रल लॉक नहीं होता वे पहले उसकी रैकी करते है। वह लोग शटर को बीच से उठाते हैं और फिर वहां जगह बनने पर दुकान के अंदर घुसकर चोरी करते हैं। घटना की रात गिरोह के सदस्यों ने पांच दुकानों में चोरी की और तीन में प्रयास किया।

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