CG Prime News@दिल्ली. PM Modi meets Women’s World Cup champion Team India महिला world cup विजेता टीम इंडिया ने 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इसका वीडियो गुरुवार यानी आज जारी किया गया। इस मुलाकात के दौरान टीम के कोच अमोल मजूमदार के साथ 16 प्लेयर्स और स्टाफ मौजूद रहा। विमेंस वल्र्ड कप विनर टीम इंडिया ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात किया। इस दौरान टीम की कैप्टन हरमनप्रीत कौर ने राष्ट्रपति मुर्मू को टीम इंडिया की जर्सी भेंट की।

वर्ल्ड चैंपियन बेटियों से मिले PM मोदी, दीप्ति ने मोदी को बताया टैटू का राज, हरलीन ने पूछा आप इतने ग्लोइंग कैसे ?
पीएम ने सभी खिलाडिय़ों से पूछा उनका अनुभव
पीएम मोदी ने सभी टीम के सभी प्लेयर्स से टूर्नामेंट और उनके अनुभव से जुड़े सवाल किए। हरलीन देओल ने मोदी से ग्लोइंग स्किन का राज पूछा। इस पर वे हंस पड़े। टूर्नामेंट के दौरान चोटिल होने वालीं प्रतिका रावल व्हीलचेयर पर बैठी थीं। इस पर पीएम ने उनसे पूछा कि तुम्हें कोई कुछ दे नहीं रहा। इसके बाद उन्होंने प्रतिका को समोसे लाकर दिए।

वर्ल्ड चैंपियन बेटियों से मिले PM मोदी, दीप्ति ने मोदी को बताया टैटू का राज, हरलीन ने पूछा आप इतने ग्लोइंग कैसे ?
दीप्ति ने पीएम मोदी को बताया टैटू का राज
पीएम मोदी ने दीप्ति शर्मा से हनुमान जी के टैटू के बारे में जानना चाहा। कहा कि आप इंस्टाग्राम पर जयश्री राम भी लिखती हैं। दीप्ति ने इसका राज भी बताया।
हरमनप्रीत कौर: जब हम 2017 वर्ल्ड कप के बाद प्रधानमंत्री से मिलने आए थे तब टीम बिना ट्रॉफी के आई थी। आपने हमें मोटिवेट किया था। इस बार जिसके लिए हम इतने सालों से मेहनत कर रहे हैं, वह ट्रॉफी आपके पास लेकर आए हैं। हमें अच्छा लग रहा है।
स्मृति मंधाना: हम आपसे मिलने 2017 में आए थे, तब ट्रॉफी लेकर नहीं आए थे। हमने आपसे उम्मीदों को लेकर सवाल किया था, तब आपने बताया था कि उम्मीदों को कैसे डील करें। उसने हमें काफी हेल्प की। आपकी सलाह मुझे याद थी। 7-8 साल में हमने वर्ल्ड कप समेत कई हार देखीं, लेकिन आज हमने आखिरकार यह ट्रॉफी जीत ली।
पीएम ने हरमनप्रीत से पूछा- आखिर आपने वो मैच बॉल जेब में क्यों रख ली थी मोदी: हरमनप्रीत आखिर आपने वो मैच बॉल जेब में क्यों रख ली थी। क्या कारण है? कुछ सोच करके या किसी ने बताया था।
हरमनप्रीत: मुस्कुराकर कहती हैं- नहीं सर… ये भी भगवान का ही प्लान था, क्योंकि ऐसा तो था नहीं कि लास्ट बॉल लास्ट कैच मेरे पास आए। बस, इतने सालों की मेहनत। इसने सालों का इंंतजार था कि अब ये (बॉल) मेरे पास ही है तो मेरे पास ही रहेगी। अभी भी मेरे बैग में ही है।