भिलाई महिला महाविद्यालय में पायोनियर्स एसोसिएशन का शुभारंभ एवं बटरमिल्क कैम्पेन का आयोजन
भिलाई. भिलाई महिला महाविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा माइक्रोबायोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया (एमएसआई) छत्तीसगढ़ के सहयोग से पायोनियर्स एसोसिएशन का शुभारंभ (Pioneers Association launched) किया गया। यह आयोजन छात्राओं के शैक्षणिक, नेतृत्व और व्यक्तित्व विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।
(Pioneers Association launched, girl students spread the message of healthy buttermilk)
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या प्रतिभा छाया क्लॉडियस ने की। उप प्राचार्या डॉ. आशा रानी दास, विभागाध्यक्ष एवं आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. भावना पांडे, एसोसिएशन प्रभारी डॉ. वर्षा चंद्राकर, एमएसआई समन्वयक डॉ. रंजना साहू, डॉ. सबीहा नाज़, दिव्या पैकारा तथा अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे।
यह मंच छात्राओं के लिए जरूरी
डॉ. भावना पांडे ने एसोसिएशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह मंच छात्राओं में नेतृत्व कौशल, टीम वर्क, शोध क्षमता और सामाजिक जागरूकता विकसित करेगा। वहीं डॉ. रंजना साहू ने एमएसआई की गतिविधियों और अवसरों की जानकारी दी।
प्रोबायोटिक्स का महत्व
मुख्य अतिथि एसएसएसएमवी भिलाई की विभागाध्यक्ष एवं एमएसआई केंद्रीय समिति सदस्य डॉ. शमा ए. बैग रहीं। उन्होंने “प्रोबायोटिक्स का महत्व” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया और छात्राओं को स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश दिया।
रंगोली ने किया आकर्षित
कार्यक्रम में विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। स्नातक स्तर पर बायोरिमेडिएशन विषय पर रंगोली प्रतियोगिता हुई, जिसमें तान्या, नैसा, धृति ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं स्नातकोत्तर स्तर पर माइक्रोस्कोपी विषय पर रील मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें दीक्षा और सागरिका विजेता रहीं।
पदाधिकारी का हुआ चयन
इस अवसर पर पायोनियर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का चयन भी हुआ। श्रृष्टि सिंह (अध्यक्ष), नफीशा (उपाध्यक्ष), वाणी चतुर्वेदी (सचिव) और खुशी यादव (सह-सचिव) को जिम्मेदारी सौंपी गई। साथ ही एमएसआई एम्बेसडर स्टूडेंट यूनिट के लिए मीनल साहू और त्रिप्ती साहू का चयन किया गया।
विशेष आकर्षण रहा “बटरमिल्क कैम्पेन”, जिसमें छात्राओं ने स्वास्थ्यवर्धक छाछ के महत्व को रेखांकित करते हुए नारा प्रस्तुत किया – “One glass of buttermilk is better than medicine.”
छात्राओं के व्यक्तित्व विकास में सहायक
प्राचार्या प्रतिभा छाया क्लॉडियस ने सभी विजेताओं व छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन छात्राओं को सृजनात्मकता, नेतृत्व और अनुसंधान के प्रति जिम्मेदार बनाते हैं और उनके व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं।

