कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त की अलसुबह 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की घटना से पूरा देश उबल रहा है। दरिंदों ने डॉक्टर के साथ इतनी बर्बरता की कि हर किसी का खून खौल उठा। घटना के विरोध में देशभर के डॉक्टर समेत स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े लोग लगातार प्रदर्शन-आंदोलन कर रहे हैं। वे आरोपियों (Kolkata doctor rape-murder case) को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। इस बीच डॉक्टर द्वारा जो पीएम रिपोर्ट तैयार किया गया है, वह बर्बरता की कहानी बयां कर रहे हैं।
ट्रेनी डॉक्टर के शरीर के बाहरी अंगों पर 16 तो अंदरुनी अंगों पर 9 जख्म के निशान मिले हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने विभत्स तरीके से आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया होगा। इस मामले में हालांकि पुलिस ने अस्पताल परिसर में ही ड्यूटी करने वाले आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है।
डॉक्टरों ने जो पीएम रिपोर्ट तैयार की है, उसमें इस बात का जिक्र है कि यह किसी एक युवक के बस की बात नहीं है। यह गैंगरेप (Gangrape) हो सकता है। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट में 150 एमजी सिमन मिले हैं। इतना सिमन एक व्यक्ति के नहीं हो सकते।
ट्रेनी डॉक्टर के ब्लड सैंपल और शरीर से निकले अन्य लिक्विड को टेस्ट के लिए भेजा लैब भेजा गया है। पीडि़ता (Kolkata doctor rape-murder case) ने खुद को बचाने काफी संघर्ष भी किया है, क्योंकि उसके नाखूनों में आरोपियों के चेहरे के स्किन आ गए हैं-
- 1. ट्रेनी डॉक्टर के प्राइवेट पाट्र्स पर गहरा घाव पाया गया। उसके साथ हैवानों ने अबनॉर्मल सेक्सुअलिटी और जेनाइटल टॉर्चर किया था।
- 2. दरिंदगी के दौरान ट्रेनी डॉक्टर चिल्ला न पाए, इसके लिए दरिंदों ने लगातार उसकी नाक, मुंह और गले को दबा कर रखा था। इस वजह से डॉक्टर का थायराइड कार्टिलेज टूट गया।
- 3. आरोपियों ने ट्रेनी डॉक्टर के सिर को दीवार से सटा दिया था, ताकि वह चिल्ला न सके।
- 4. दरिंदगी के वक्त आरोपियों ने उसके चेहरे पर इतना तेज प्रहार किया था कि उसके चश्में के शीशे टूटकर उसकी आंखों में घुस गए थे। यही वजह हे कि उसकी आंखों से खून बहता मिला।
- 5. दरिंदों ने उसे काफी टॉर्चर किया था। यही वजह है कि डॉक्टर केपेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर कई चोट के निशान मिले हैं।
- 6. हैवानों ने डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट पर भी गहरे घाव दिए थे, जिसकी वजह से प्राइवेट पार्ट से भी लगातार खून बह रहा था।
- 7. आरोपियों ने दरिंदगी करने ट्रेनी डॉक्टर को इतना कस कर पकड़ रखा था कि खुद को छुड़ाने उसे काफी संघर्ष करना पड़ा। ट्रेनी डॉक्टर के नाखूनों में आरोपियों का स्किन फंसा मिला है। इससे यह साबित होता है कि संघर्ष के दौरान उसने आरोपियों के चेहरे पर नाखून से वार किया था।