रायपुर. सूदखोर वीरेंद्र तोमर के जुलूस निकालने के दौरान पुलिसकर्मियों को घर में घुसकर कार्रवाई करने की धमकी देने वाले क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने बुधवार देर शाम मौदहापारा थाने में अपनी गिरफ्तारी दे दी। उनकी गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में करणी सेना के समर्थक थाने के बाहर जमा हो गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। स्थिति को बिगड़ने से रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाने के बाहर 1 एएसपी, 2 सीएसपी, 5 थानों के टीआई समेत भारी पुलिस बल तैनात किया गया। थाने के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई और सभी एंट्री प्वाइंट पर पुलिसकर्मियों को लगाया गया। (Karni Sena chief Shekhawat, who threatened the police, surrenders; supporters create ruckus at the police station)
एफआईआर दर्ज होने के बाद बढ़ी कार्रवाई
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब सूदखोर माने जा रहे वीरेंद्र तोमर का जुलूस निकाले जाने को लेकर पुलिस और करणी सेना आमने-सामने आ गए थे। इसी विवाद के दौरान शेखावत ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों के घर में घुसकर कार्रवाई करने की धमकी दी थी। इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। इसके बाद पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के तत्कालीन टीआई योगेश कश्यप ने मौदहापारा थाने में शेखावत के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। इसी केस में मुख्य आरोपी वीरेंद्र तोमर को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जा चुका है, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
फेसबुक पोस्ट से मचा था बवाल
गिरफ्तारी से एक दिन पहले ही राज शेखावत ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था, जिसमें उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलने और ‘आमंत्रण यात्रा’ निकालने की घोषणा की थी। इस पोस्ट के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई थी। पुलिस को आशंका थी कि इससे शहर में कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है, इसलिए निगरानी और कड़ी कर दी गई थी। शेखावत की गिरफ्तारी ने मामले को नई दिशा दे दी है। पुलिस अब सोशल मीडिया पोस्ट और धमकी वाले बयान दोनों की जांच कर रही है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन एहतियातन चौकन्ना है।
