CG Prime News@रायपुर. Health Minister said- We did not promise regularization to NHM employeesछत्तीसगढ़ में अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे 16 हजार से ज्यादा एनएचएम (NHM) कर्मचारियों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सीधे-सीधे कह दिया कि हमने एनएचएम कर्मचारियों कोनियमितीकरण का वादा नहीं किया था। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि अच्छा है, सिंहदेव जी को हार का कारण याद आया।
केंद्र को भेजा पत्र
कांग्रेस की हार का कारण वादों को पूरा ना करना है। कांग्रेस ने सभी वर्गों को छलने का काम किया है। जबकि हमारी मोदी की गारंटी पत्थर की लकीर है। हमनें एनएचएम कर्मचारियों के वेतन वृद्धि पर काम किया है। एनएचएम कर्मचारियों की अन्य मांगों पर केंद्र को पत्र भेजा है। उन्होंने आगे कहा कि हमनें एनएचएम के नियमितीकरण का वादा नहीं किया, घोषणा पत्र में एनएचएम के नियमितीकरण की प्रक्रिया पर बात की है।
हड़तालियों को बर्खास्तगी का अल्टीमेटम जारी
10 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेशभर के 16 हजार एनएचएम कर्मचारी पिछले 16 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस बीच सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों को बर्खास्तगी का अल्टीमेटम जारी कर दिया है। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अगर मंगलवार शाम तक काम पर नहीं लौटने पर कर्मचारियों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। सरकार के इस अल्टीमेट पर एनएचएम कर्मचारी संघ भड़क गया है। वहीं, दूसरी ओर एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है।
भड़का एनएचएम (NHM) कर्मचारी संघ
दूसरी ओर सरकार के बर्खास्तगी के फैसले पर भड़के कर्मचारी संघ ने कहा है कि ये आदेश दमनकारी और डराने धमकाने वाला है। छत्तीसगढ़ एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने मोदी की गारंटी के तौर पर हमसे वादा किया था। समाधान का रास्ता संवाद से निकलेगा, ना कि डराने धमकाने से।

