अपराधियों से सांठगांठ करना पड़ा भारी, क्राइम ब्रांच का आरक्षक निलंबित

Durg। अपराधियों से लगातार संपर्क रखना क्राइम ब्रांच के आरक्षक रिंकू सोनी को महंगा पड़ गया। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पुलिस लाइन में अटैच कर दिया है। (Colluding with criminals proved costly, Crime Branch constable suspended)

पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरक्षक AICCU (Anti-Illegal Crime and Control Unit) में पदस्थ था और वह शहर के शातिर कुख्यात कबाड़ी ललित साहू और प्रेम साहू से लगातार मोबाइल और व्हाट्सएप पर बातचीत कर रहा था। अपराधियों से इस प्रकार की नजदीकी को संदिग्ध आचरण मानते हुए एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने यह कार्रवाई की।

मोबाइल पर लगातार बातचीत बनी निलंबन की वजह

सूत्रों के मुताबिक, आरक्षक रिंकू सोनी के खिलाफ पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से संपर्क में रहने की शिकायतें थीं। उसकी कॉल डिटेल्स की जांच में यह सामने आया कि वह अपराधियों से नियमित रूप से संपर्क में था और संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था।

शहर के कुख्यात कबाड़ी ललित साहू और प्रेम साहू से संपर्क और अपराध दर्ज होने के बावजूद उनसे बातचीत जारी रखना पुलिस विभाग के नियमों का उल्लंघन माना गया। इसी कारण पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसे क्राइम ब्रांच से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया

पुलिस विभाग में मचा हड़कंप

इस कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। वरिष्ठ अधिकारी अब इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि आरक्षक रिंकू सोनी ने अपराधियों को किसी प्रकार की गोपनीय सूचना तो लीक नहीं की

पुलिस प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी संदिग्ध तत्वों से संबंध रखता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।