CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस (CG Liquor scam) में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री व कोंटा विधायक कवासी लखमा को कोर्ट ने 4 फरवरी तक के लिए जेल भेज दिया है। ED ने सात दिन की न्यायिक रिमांड खत्म होने के बाद मंगलवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया था। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इससे पहले 15 जनवरी को लखमा को गिरफ्तार किया गया था।
ED के पास घोटाले के पुख्ता सबूत
छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले को लेकर ईडी का आरोप है कि पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक कवासी लखमा सिंडिकेट का अहम हिस्सा थे। ईडी का दावा है कि लखमा को आबकारी विभाग में हो रही गड़बडिय़ों की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया। पूर्व मंत्री के निर्देश पर ही सिंडिकेट काम करता था। इनसे शराब सिंडिकेट को मदद मिलती थी। वही शराब नीति बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिससे छत्तीसगढ़ में एफएल-10 लाइसेंस की शुरुआत हुई।
लखमा बोले कब तक जेल में रखोगे
कोर्ट से जेल जाते समय वहां मौजूद मीडिया से कवासी लखमा ने कहा कि, कब तक जेल में रखेंगें। 2 साल, 10 साल रहेंगे लेकिन जनता की लड़ाई लड़ेंगे। ईडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले से सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है। शराब सिंडिकेट के लोगों की जेबों में 2,100 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध कमाई भरी गई।
तीन साल चला शराब घोटाला
ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि, 3 साल शराब घोटाला चला। लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे। इस दौरान 36 महीने में लखमा को 72 करोड़ रुपए मिले। ये राशि उनके बेटे हरीश कवासी के घर के निर्माण और कांग्रेस भवन सुकमा के निर्माण में लगे।