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भिलाई . जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा की अनुसंशा पर कलेक्टर ने दुर्ग गल्र्स कॉलेज जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष के रूप में प्रीति साहू को नामांकित किया है। प्रीति साहू वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा (कसारीडीह) की महामंत्री है। लम्बे समय के इंतजार के बाद जनभागीदारी समिति के गठन होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

जानिए कौन है प्रीति साहू

प्रीति साहू के नेतृत्व में 11 सदस्यीय समिति का गठन होगा, जिसमें सांसद एवं विधायक प्रतिनिधि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के भी प्रतिनिधि महाविद्यालय के विकास के लिए अपना योगदान देगें। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. डीसी अग्रवाल ने बताया कि जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष से उनकी औपचारिक मुलाकात हुई है और जल्द ही समिति का गठन कर पहली बैठक भी बुलाई जाएगी।
                                           
          

भिलाई . पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अंतिम तिथि 15 नवंबर तक बढ़ा दी गई है। किन्हीं कारणों से हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में नियमित विद्यार्थी के रूप में प्रवेश लेने से वंचित रहे अभ्यर्थियों यहां एडमिशन ले सकते हैं। इसी तरह स्वाध्यायी परीक्षार्थी के रूप में विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में सम्मिलित होने के लिए पंजीयन न करा पाने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी यह एक तरह का अवसर है।

मान्यता प्राप्त डिग्री मिलेगी

अपनी शिक्षा जारी रखने का यह सुनहरा मौका है। पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षण पद्धति से शिक्षार्थी अपना अध्ययन अपने घर से कर सकते हैं। किसी भी शासकीय या अशासकीय प्रतिष्ठान, विभाग, उद्योग में नौकरी करने वालों व व्यवसायी और गृहिणियों के लिए भी सुविधाजनक इस पद्धति से अध्ययन करके मान्यता प्राप्त डिग्री हासिल की जा सकती है।

इन विषयों में मिलेगा दाखिला

क्षेत्रीय केंद्र दुर्ग के समन्वयक डॉ. डीएन शर्मा ने बताया कि इस अंतिम तिथि के तहत विद्यार्थियों को बीएससी (बायो), बीएससी (गणित), बीकॉम, बीए, बीलिब, बीबीए जैसे स्नातक स्तरीय और हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, छत्तीसगढ़ी,  समाजशास्त्र शिक्षा आदि विषयों में एमए एवं एमकाम व एमएसडब्ल्यू के पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश दिए जाएंगे। इसके अलावा पीजीडीसीए में सीट की उपलब्धता तक पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रवेश लिया जा सकता है।
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भिलाई . New VC appointment राजभवन से हेमचंद यादव विश्वविद्यालय और छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के नए कुलपति का नाम लिफाफे में बंद कर दिया है। अगले कुछ दिनों में कुलाधिपति रमेन डेका कमेटी के सुझाए नामों में से किसी एक पर मुहर लगा सकते हैं। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति बनने के लिए शंकराचार्य महाविद्यालय की प्राचार्य व वर्तमान में सेंट्रल यूनिसर्विटी प्रोफेसर डॉ. रक्षा सिंह और रायपुर गल्र्स कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. किरण गजपाल का नाम भी चर्चा का विषय बना हुआ है। उधर, सीएसवीटीयू के लिए गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसरों ने भी अपनी किस्मत आजमाई है।

नए नामों का खुलासा होगा

पं. रविशंकर शुक्ल विवि के 8 प्रोफेसर भी हेमचंद विश्वविद्यालय के कुलपति की रेस में है। अगले हफ्ते तक दोनों विश्वविद्यालयों को नया कुलपति मिलने की उम्मीद है। हेमचंद विवि के पूर्व कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने भी कुलपति पद के लिए दोबारा से आवेदन किया है। इसी तरह सीएसवीटीयू के कुलपति रहे एमके वर्मा भी तीसरी बार इस रेस का हिस्सा हैं। कुलपति चयन समिति को दूसरे राज्यों खासकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश के कई विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों ने भी कुलपति के लिए अपना आवेदन किया है। बस, कुछ दिनों में दोनों विवि के नए कुलपति की तलाश पूरी हो जाएगी। नए नामों का खुलासा होगा।

हमें चाहिए चार नए कुलपति

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय और सीएसवीटीयू के अलावा खैरागढ़ संगीत विवि एवं  उद्यानिकी विश्वविद्यालय दुर्ग को भी नया कुलपति मिलने वाला है। राजभवन ने दुर्ग संभाग के ही चार विश्वविद्यालयों के लिए आवेदन मांगे थे। अक्टूबर में आवेदन की आखिरी तारीख थी। इसके लिए बनाए गए पैनल के लिए विश्वविद्यलयों ने भी अपने प्रतिनिधि के तौर पर एक-एक वरिष्ठ अधिकारी का नाम राजभवन को भेजा था। इसके बाद कुलपति चयन समिति ने सभी आवेदनों की स्क्रूटनी करके चुनिंदा नामों को अलग किया। इसमें से सबसे अधिक क्वालिफीकेशन और अनुभवी तीन तीन नामों को लिफाफे में बंद कर राजभवन को सौंपा गया। इनमें से एक नाम पर अब कुलाधिपति मुहर लगाएंगे।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में इस बार 1 नवंबर को राज्योत्सव (rajyotsava chhattisgarh 2024) का आयोजन नहीं किया जाएगा। दीपावली त्योहार के कारण राज्योत्सव का कार्यक्रम आगे बढ़ाया गया। मिली जानकारी के अनसुार 4 से 6 नवंबर तक राज्योत्सव मेला का आयोजन नवा रायपुर में होगा। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 6 नवंबर को रायपुर पहुंचेंगे। वे राज्योत्सव के अंतिम दिन अलंकरण समारोह में शामिल होंगे। जहां अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को अलंकरण प्रदान करेंगे।

उत्सव दिखेेगा
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार के बताया कि, राज्योत्सव कार्यक्रम नवा रायपुर के ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दीपावली के कारण आयोजन को आगे बढ़ाया गया है। हालांकि 1 तारीख से ही उत्सव का नजारा सरकारी दफ्तरों में दिखने लगेगा।

एमपी सीएम होंगे मुख्य अतिथि
राज्योत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आएंगे। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, सभी शहरों और गांव की जनता एक नवंबर की शाम अपने घरों में दीप जलाकर दीपोत्सव के साथ-साथ राज्योत्सव भी मनाएं। राज्योत्सव पर नवा रायपुर अटलनगर में साय सरकार की तरफ से 10 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। सरकार रियायती दरों पर आम लोगों के लिए राज्योत्सव तक जाने बस की सुविधा उपलब्ध कराएगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने निवास कार्यालय में राज्योत्सव 2024 की तैयारियों की समीक्षा की।

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CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग के शासकीय चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज कचांदुर के 6 डॉक्टरों ने सेामवार को एक साथ अपने नौकरी और पद से इस्तीफा दे दिया है। जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। सरकारी डॉक्टरों पर प्राइवेट हॉस्पिटल में प्रैक्टिस के लिए बैन लगाने वाले नियम के विरोध में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने यह सामूहिक इस्तीफा दिया है।

निजी प्रैक्टिस पर रोक के बाद लिया फैसला
22 अगस्त 2024 को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन से आदेश जारी हुआ था। विशेष सचिव चंदन कुमार द्वारा जारी इस आदेश में साफ लिखा था कि जो भी डॉक्टर शासकीय मेडिकल कॉलेज या अस्पताल में सेवारत हैं वो अब निजी या दूसरी अस्पतालों में प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे। विशेष सचिव ने सभी संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं और आयुक्त चिकित्सा शिक्षा आदेश कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए थे।

इन डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा

  • डॉ. रुपेश कुमार अग्रवाल, HOD pediatrics
  • डॉ. नविल शर्मा, HOD surgery
  • डॉ. नरेश देशमुख, AP anesthesia
  • डॉ. कौशल HOD anesthesia
  • डॉ. समीर कठारे, HOD radio diagnosis
  • डॉ. अंजना, HOD obs gynae
  • डॉ. करण चंद्राकर, asso. Prof pathology
  • डॉ. सिंघल HOD medicine
  • डॉ. मिथलेश कुमार यदु, SR pedia
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CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले के ग्राम चिरपोटी की जल वाहिनी उर्वशी साहू का प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने सम्मान किया है। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जल वाहिनी उर्वशी को अच्छा कार्य करने के लिए प्रमाण पत्र दिया गया है। उर्वशी ने बताया कि पहले गांव में गर्मी के दिनों में जल संकट बहुत ज्यादा होता था। जल जीवन मिशन से महिलाओं का जीवन बदला है। जल जीवन मिशन के आने से न केवल महिलाओं को राहत मिल रही है, उसके अलावा महिलाओं की छवि भी बदली है। महिलाएं घर के साथ-साथ समाज के कल्याण के लिए भी हाथ बटा रही है। जल जीवन मिशन से महिलाओं को पहचान मिल रहा है। वे जल वाहिनी के रूप में काम कर रही है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत होने वाले विभिन्न प्रशिक्षण में भाग ले रही है। जिसके चलते जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्राम चिरपोटी में हर घर नल जल ग्राम घोषित किया गया है।

पीएम ने दिया प्रमाणपत्र
उर्वशी साहू ने बताया कि जल जीवन मिशन के साथ जुडऩे के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ गया है। पहले घर पर ही रह के काम करती थी। अब वो प्रशिक्षण में भाग लेती है। यह ही नहीं एक सक्रिय महिला के रूप में काम करने की वजह से उन्हें दिल्ली भेजा गया था। प्रधानमंत्री से समारोह में उन्हें प्रमाणपत्र भी मिला है।

दुर्ग जिले के विकासखंड दुर्ग से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी में स्थित ग्राम चिरपोटी में जनसंख्या लगभग 1956 है। जिसमें कुल 450 परिवार है। ग्राम चिरपोटी में पेयजल की व्यवस्था के रूप में 15 हैंडपंप है। जिसमें से सभी हैंडपंप संचालित है। ग्रीष्मकाल के दिनों में अधिकतर हैंडपंप का जल स्तर नीचे गिर जाने के कारण सूखे की स्तिथि उत्पन्न हो जाती थी। ग्रामवासी पेयजल के लिए ग्राम से बाहर हैंडपंप और कूपों से पेयजल की पूर्ति करते थे। इस प्रकार ग्रीष्मकाल में ग्राम की महिलाओं को अत्यंत परेशानी का सामना करना पड़ता था।

पेयजल समस्या निदान हेतु जल जीवन मिशन के तहत कार्य की शुरूवात पेयजल की समस्या के समाधान हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा स्वतंत्रता दिवस 2019 में जल जीवन मिशन की घोषणा कर कार्य की शुरुआत की गई थी। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ग्राम चिरपोटी में सभी घरों को प्रधानमंत्री के इस योजना से जोड़ा गया। जल जीवन मिशन के आने के बाद हर घर नल से जल मिलने लगा। ग्रामवासी महिलाओं को इस योजना से मिल रही है राहत। ग्राम चिरपोटी दुर्ग विकासखंड का पहला गांव बना जिसमें जल जीवन मिशन का कार्य पूर्ण हुआ और ग्राम चिरपोटी हर घर जल ग्राम घोषित हुआ।

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CG Prime News@दुर्ग. जन समस्या निवारण शिविर में शराब पीकर आने वाले कबीरधाम जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दुर्ग संभागायुक्त एसएन राठौर ने निलंबित कर दिया है। संभागायुक्त जारी आदेश के अनुसार छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के नियम 9 (1) (क) के अंतर्गत घनश्याम प्रसाद बेनर्जी विकासखंड शिक्षा अधिकारी पण्डरिया जिला कबीरधाम को कर्तव्य निर्वहन में गंभीर लापरवाही और कदाचार बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।

कलेक्टर ने दिया था प्रस्ताव
कलेक्टर कबीरधाम ने निलंबित अधिकारी के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। प्रस्ताव के अनुसार घनश्याम प्रसाद बेनर्जी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी पण्डरिया जिला कबीरधाम ने ग्राम बाधामुड़ा विकासखण्ड पण्डरिया, जिला कबीरधाम में आयोजित जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में मद्यपान कर उपस्थित होकर शासन की छवि धूमिल किया है। घनश्याम प्रसाद द्वारा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम 23 का पालन न कर कर्तव्य अवधि में मादक पेय शराब का सेवन कर अवचार किया गया। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, कबीरधाम निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।

दुर्ग।  हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के साथ प्रदेश के तमाम यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि बिना आंतरिक मूल्यांकन के कोई भी विद्यार्थी सेमेस्टर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएगा। ऐसे ही विद्यार्थियों को असाइनमेंट भी जमा करना अनिवार्य होगा। हेमचंद विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव परीक्षा डॉ. राजमणि पटेल ने बताया कि यदि परीक्षार्थी ऑनलाइन फार्म भी देता है तो आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंकों के अभाव में उसका आवेदन निरस्त माना जाएगा। उसका प्रवेश पत्र भी जारी नहीं किया जाएगा।

दिसंबर में होगी सेमेस्टर परीक्षा

विश्वविद्यालय ने दिसंबर-जनवरी में होने वाली प्रथम सेमेस्टर परीक्षा की समय-सारिणी तैयार करने के लिए प्रभारी कुलपति ने उच्च स्तरीय समिति की बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों का पालन करने की अनुसंशा की है। साथ ही नवंबर में स्नातक प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों की परीक्षाा के ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू कराने को कहा।

असाइनमेंट भी होगा जरूरी

बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि विद्यार्थियों द्वारा आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में प्रविष्ट होने और असाइंमेंट जमा करने संबंधी प्रमाण पत्र संबंधित महाविद्यालय के प्राचार्य जारी करेंगे। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विद्यार्थियों द्वारा चयनित किए गए जीईसी और वीएसी पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं उनके संकाय के अनुसार पृथक-पृथक तीन पालियों में आयोजित होंगी। इस वर्ष विश्वविद्यालय 80 परीक्षा केन्द्र स्थापित करने जा रहा है।

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CG Prime News@जगदलपुर. बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में 20 बुजुर्ग आदिवासियों के मोतियाबिंद ऑपरेशन में लापरवाही बरतने वालों पर गाज गिरी है। स्वास्थ्य मंत्री ने एक डॉक्टर सहित तीन स्वास्थ्यकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग से जारी आदेश के मुताबिक सर्जरी करने वाली डॉ. गीता नेताम, स्वास्थ्य अधिकारी और एक स्टाफ नर्स को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि सर्जरी के बाद 10 बुजुर्गों को आंख में खुजली, दर्द, दिखाई देना बंद हो गया। आनन-फानन में दंतेवाड़ा के सरकारी डॉक्टर्स ने मरीजों को गुरुवार को रायपुर के अंबेडकर हॉस्पिटल भेज दिया। जहां उनका उपचार जारी है।

स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे मरीजों से मिलने
मामला सामने आया तो रविवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आदिवासी ग्रामीण पीडि़त मरीजों से मिलने पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर्स की टीम को निर्देश दिया कि सभी का सही से इलाज किया जाए। मंत्री विभाग के अफसरों पर भड़के हुए हैं। उन्होंने मरीजों का हाल-चाल जाना। गलत इलाज की वजह से ये 10 ग्रामीण आदिवासी अब परेशानी में हैं। इन्हें दिखाई नहीं दे रहा है।

फिलहाल चल रहा उपचार
संक्रमण के शिकार मरीजों को लेकर अंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने बताया कि एक-दो दिन बाद ही मरीजों की आंखों की स्थिति का पता चल सकेगा। फिलहाल उन्हें नेत्र रोग विभाग में अलग वार्ड में रखा गया है। जूनियर डाक्टरों की एक टीम उनकी निगरानी कर रही है। इधर सोशल मीडिया पर प्रदेश कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम को अंखफोड़वा कांड पार्ट 2 बताया है। कांग्रेस पार्टी ने एक जांच दल बनाया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर राकेश गुप्ता को भी इस स्थिति में मरीजों का जायजा लेने के निवेदन के साथ एक पत्र कांग्रेस ने भेजा है।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में रेलवे के विस्तार को लेकर सरकार से बड़ी सौगात मिली है। एक नए रेल प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने दोनों हाथ खोल दिए हैं। रेल लाइन के प्रारंभिक काम के लिए 300 करोड़ रुपए जारी करने के निर्देश खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिए हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ खनिज विकास निधि सलाहकार समिति की 20वीं बैठक ली। बैठक में छत्तीसगढ़ रेलवे कॉरपोरेशन को डोंगरगढ़-कबीरधाम-मुंगेली-कटघोरा रेलमार्ग के लिए भू-अर्जन और प्रारंभिक निर्माण के कामों के लिए 300 करोड़ रुपए की राशि दिए जाने की स्वीकृति दी गई। इससे इन इलाकों में ट्रेन कनेक्टिविटी बढ़ाने का काम शुरू हो सकेगा। बैठक में मायनिंग, रिसर्च, खनिज ब्लॉक नीलामी, खानों का आईटी आधारित रिकॉर्ड मेंटेन करने के लिए 83 करोड़ रुपए राशि की स्वीकृति मिली है।

फंड से जुड़ी जानकारी ली अफसरों से
सीएम आवास कार्यालय में हुई इस बैठक में अलग-अलग खनिज परियोजनाओं और अधोसंरचना के लिए राशि स्वीकृत की। बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद भी थे। सीएम ने इस बैठक में फंड से जुड़ी जानकारी अफसरों से ली।

20 करोड़ की अतिरिक्त राशि दी.


बैठक में तय किया गया है कि प्रदेश में खनिज से कैसे राजस्व को बढ़ाया जाए, इस पर एक्सपर्ट रिसर्च करेंगे। इसके लिए 20 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। दरअसल खनिज विभाग हर साल कुल खनिज राजस्व का 5 प्रतिशत फंड खनिज विकास निधि मद के रूप में रखता है। इससे सलाहकार समिति की बैठक के फैसले के मुताबिक मायनिंग, सीएमडीसी, रेल और सड़क परिवहन के विकास के लिए फंड इस्तेमाल किया जाता है।

प्रदेश के इन रेल प्रोजेक्ट को मिली है स्वीकृति

धर्मजयगढ़-पत्थलगांव-लोहरदगा
यह पत्थलगांव, कुनकुरी, जशपुर नगर, गुमला जैसे महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ती है। यह उत्तरी छत्तीसगढ़ को झारखंड से जोड़ेगी। इस परियोजना के माध्यम से औद्योगिक (कोरबा) क्षेत्र को लोहरदगा से जोडऩे की योजना है। इसके अतिरिक्त, यह क्षेत्र को पूर्व में कोरबा और रांची के होकर मध्य भारत से जोड़ेगी। परियोजना की अनुमानित लागत करीब 16,000 करोड़ है।

अंबिकापुर-बरवाडीह नई लाइन
इसकी मांग आजादी से पहले 1925 में की गई थी। हालांकि, 1948 में मंजूरी मिलने के बावजूद यह परियोजना अब तक अधूरी है। यह परियोजना अंबिकापुर (उत्तरी छत्तीसगढ़) को बरवाडीह (झारखंड) से जोड़ेगी और परसा, राजपुर, चंदनपुर आदि महत्वपूर्ण शहरों को कनेक्ट करेगी। इसके माध्यम से देश के उत्तरी और पूर्वी हिस्से में कोयला और अन्य खनिजों के परिवहन के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 9000 करोड़ है।

खरसिया-नया रायपुर-परमालकसा
यह परियोजना देश के पश्चिमी क्षेत्र में एसईसीएल और एमसीएल कोयला क्षेत्रों के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करती है। यह बिलासपुर और रायपुर स्टेशनों को बाईपास करते हुए बलौदाबाजार क्षेत्र को कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। परियोजना की अनुमानित लागत करीब 8000 करोड़ है।

रावघाट-जगदलपुर परियोजना (140 किमी)
रेलवे पहले से ही दल्ली-राजहरा-रावघाट 95 किमी. नई रेलवे लाइन का निर्माण कर रही है। मुख्यमंत्री साय ने सुझाव दिया कि इस लाइन को जगदलपुर तक बढ़ाया जाए, ताकि आदिवासी क्षेत्र का आर्थिक और सामाजिक विकास किया जा सके। यह परियोजना छत्तीसगढ़ के खनिज समृद्ध क्षेत्र से इस्पात उद्योगों तक लौह अयस्क की निकासी के कुशल और पर्यावरण अनुकूल साधन प्रदान करेगी। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 3500 करोड़ है।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में दिवाली के पहले प्रदेश के 1 लाख 80 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को प्रदेश के शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर एक दिवसीय हड़ताल चले गए। शिक्षकों के एक साथ हड़ताल पर चले जाने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई। शिक्षकों का प्रदर्शन वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, समयमान, पदोन्नति, पेंशन समेत कई मांगों को लेकर है।

मांगें नहीं मानी तो उग्र होगा आंदोलन
सरगुजा संभाग संघर्ष मोर्चा पदाधिकारियों ने कहा कि यह संविलयन के बाद सबसे बड़ा आंदोलन है। गुरुवार को दूसरे चरण में आंदोलन किया जा रहा है। इसके बाद भी मांगे नहीं मानी गईं तो प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा और इसके बाद स्कूलों में तालाबंदी का ऐलान किया जाएगा।

वादे नहीं किए गए पूरे
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले यह प्रदर्शन हुआ। आगे भी चरणबद्ध तरीक से उनका प्रदर्शन चलेगा। मोर्चा के प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे के मुताबिक 5 सूत्रीय मांगों को लेकर पहले भी शिक्षक कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। मोदी की गारंटी के तहत जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा करना चाहिए।

सरगुजा में धरना देकर किया प्रदर्शन
सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में जिले के शिक्षकों ने बड़ी संख्या में प्रदर्शन में हिस्सा लिया। संघर्ष मोर्चा के जिला प्रभारी मनोज वर्मा ने दावा किया कि जिले में करीब 10 हजार शिक्षक हड़ताल पर हैं। शिक्षकों के आंदोलन के कारण 80 फीसदी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकी।

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CG Prime News@दुर्ग. बच्चों का पालन पोषण और घर के कार्य में अपना समय व्यतीत करने वाली महिलाएं आत्मनिर्भर नारी के रूप में ग्राम पंचायत में उभर कर अपनी एक अनोखी छाप छोड़ रही है। बस्तर सरस मेला में दुर्ग जिले की महिलाओं ने 20 हजार रूपए की मोमबत्ती विक्रय की है। दुर्ग जिले के ग्राम पंचायत बोरीगारका की पुष्पा साहू ने सिद्धी स्व सहायता समूह से जुड़कर गांव की अन्य महिलाओं के साथ बिहान योजना में कार्य करना शुरू किया। कार्य करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना के तहत बैंक से ऋण लेकर अचार, पापड़, मोमबत्ती, दीया और केक का प्रशिक्षण प्राप्त कर अन्य महिलाओं के साथ व्यवसाय प्रारंभ किया।

लाखों की कमाई
महिलाओं को घरेलू व्यवसाय से साल भर में एक से 2 लाख रूपए तक की आमदनी प्राप्त हो रही है। जिससे वह अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में खर्च कर रही है। पुष्पा व्यवसाय ने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए एक स्कूटी खरीदी। जिसके माध्यम से वह अपने उत्पादों को गांव-गांव में पहुंचा रही है। अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए बिलासपुर पीएससी कोचिंग में दाखिला कराया है। पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली महिलाएं दीवाली के लिए विशेष रूप से मोमबत्ती, दीये व सजावटी समान बनाकर गांव से शहर तक पहुंचा रही है।

महिलाओं को बना रही आत्मनिर्भर
पुष्पा साहू स्वयं प्रशिक्षित होकर राजनांदगांव, रायपुर, बेमेतरा जिले के गांवों की महिलाओं को भी प्रशिक्षण दे रही है। उनकों प्रेरित कर आत्मनिर्भर बना रही है। उन्होंने बताया कि समूह का गठन 22 मई 2015 में किया गया था। जिसमें कुल 11 सदस्य है। समूह गठन होने के बाद बैंक से लोन लेकर आचार बनाने का कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि अचार विक्रय से अच्छी आमदनी होने लगी। इसके बाद समूह की महिलाओं ने मोमबत्ती बनाने की ट्रेनिंग ली, जिससे महिलाओं को अधिक मुनाफा होने लगा।

तालाब भी लिया लीज पर
पुष्पा ने बताया कि अब इतनी अच्छी आमदनी हो रही है कि मोमबत्ती दूसरे जिले- रायपुर, बालोद, कवर्धा, बस्तर, जगदलपुर स्थानों में जाने लगी है। जिससे हमारी आर्थिक स्थिति में सुधार आया। इस उपलब्धि और कार्यो को देखते हुए जिला पंचायत के परिसर में 26 एवं 27 अक्टूबर को लगने वाले बिहान बाजार में स्टॉल लगाने का मौका दिया गया है। अब सिद्धी स्व सहायता समूह की महिलाएं मोमबत्ती, अचार के अलावा बड़ी, पापड़ और केक बनाने का भी कार्य कर रही है। इसके अलावा पंचायत के द्वारा शासन की योजना के अंतर्गत मछली पालन के लिए 10 साल के लिए तालाब को लीज में दिया है।