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CG Prime News@भिलाई. The accused who stole from 10 temples in Bhilai has been arrested दुर्ग जिले के भिलाई में दस से ज्यादा मंदिरों में चोरी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी यशवंत उपाध्याय मंदिरों में चोरी से पहले वहां की रेकी करता था। पुलिस को चकमा देने के लिए चोरी के पहले और चोरी के बाद पहने हुए कपड़े बदल लेता था। इसके अलावा मंदिरों तक पहुंचने के लिए मुख्य मार्गों की जगह गली-मोहल्लों का उपयोग करता था, ताकि सीसीटीवी कैमरों में वह कैद न हो सके। मंदिरों से आरोपी केवल कैश चोरी करता था। आभूषण नहीं चुराता था। नेवई थाना पुलिस, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट ने भी त्रिनयन एप की मदद से शातिर चोर को आखिरकार पकड़ ही लिया।

रिसाली जैन मंदिर में की थी चोरी

एएसपी सुखनंदन राठौर ने गुरुवार को बताया कि नेवई थाना क्षेत्र अंतर्गत जैन मंदिर रिसाली में चोरी की घटना की शिकायत दर्ज हुई। चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए एसीसीयू और नेवई थाना पुलिस को टीम को पतासाजी में लगाया गया। टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर अज्ञात आरोपी की तलाश में सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया। साइबर टीम की मदद ली और मुखबिर लगाए गए। लगातार सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन से आरोपी के आने-जाने वाले रास्ते और घर तक पहुंचने का पता चला। जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया और पूछताछ किया गया।

पहले भी जा चुका है जेल

आरोपी यशवंत उपाध्याय पूर्व में 2011-12 में मारपीट के प्रकरण में जेल गया था। जेल में आरोपी की मुलाकात चोरी के अन्य अपराधी जो पहले से जेल में निरूद्ध थे, से हुआ। जेल में रहकर आरोपी का मन चोरी की ओर झुक गया। जेल से वर्ष 2012 में छूटने के बाद आरोपी ने मंदिरों में चोरी करने शुरू कर दिया। चोरी के दौरान आरोपी जिस मंदिर में चोरी करता, उस मंदिर की रेकी करता था।

चोरी से पहले करता था रेकी

रेकी पूरी होने पर दूसरे दिन आरोपी चोरी करने अपने जूपीटर में जाता और घटनास्थल पहुंचने के कुछ दूर पहले अपनी जूपीटर को खड़ी कर देता। अपने पहने हुए कपड़े चेंज कर लेता था। वहां से पैदल जाकर मंदिर का ताला तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम देता था। चोरी करने के पश्चात् वापस अपने जूपीटर के पास जाता और पुन: कपड़े को चेंज कर लेता था। बार-बार आरोपी द्वारा कपड़े बदलने से आरोपी की पहचान सीसीटीवी कैमरा में आसानी से नहीं हो पा रही थी।

इन थाना क्षेत्रों के मंदिरों में किया चोरी

आरोपी चोरी के बाद मुख्य मार्ग का उपयोग ना करके गली-महल्लों के मार्गों का उपयोग करता था। ताकि कैमरों की जद में ना आ सके। आरोपी ने अभी तक 10 अलग-अलग मंदिरों में चोरी करना बताया है। आरोपी ने थाना नेवई क्षेत्र में 2, सुपेला-3, पद्मनाभपुर 1, भिलाई भट्टठी-2, भिलाई नगर 1 में भी मंदिर में हुए चोरी के अपराध को कारित करना स्वीकार किया है। जिसमें अपराध पंजीबद्ध है।
आरोपी यशवंत उपाध्याय उर्फ राजू, 45 वर्ष निवासी वैशाली नगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

Durg परिवहन विभाग ने चलाया अभियान

भिलाई. शहर में सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सड़क पर घुम रहे मवेसियों को लेकर अच्छी पहल की। संयुक्त परिवहन आयुक्त सीयूबी एस चौहान, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एस एल लकड़ा, परिवहन निरीक्षक सनत कुमार जांगड़े, वैभव शुक्ला व प्राची वर्मा सहित समस्त परिवहन विभाग के स्टाफ ने मिलकर सड़क पर घूमने वाले पशुओं के गले में रेडियम पट्टी लगाई। इस पहल का मुख्य उद्देश्य रात के समय सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है।

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क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एस एल लकड़ा ने बताया कि शाम और रात के समय सड़क पर अचानक मवेशियों के आ जाने से वाहन चालक उन्हें देख नहीं पाते, जिससे हादसे होते हैं। परिवहन विभाग ने इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया कि आवारा मवेशियों को रेडियम पट्टी पहनाई जाए, ताकि वाहन चालकों को दूर से ही उनकी उपस्थिति का आभास हो सके। रेडियम पट्टी की चमक अंधेरे में भी साफ दिखाई देती है, जिससे वाहन चालक सतर्क हो जाते हैं और दुर्घटनाओं से बचाव संभव होता है।

आम जनता की सुरक्षा जरुरी

संयुक्त परिवहन आयुक्त सीयूबी एस चौहान ने बताया कि सड़क सुरक्षा केवल नियमों और कानूनों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके लिए छोटे-छोटे कदम भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। विभाग ने यह अभियान चलाकर आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। वहीं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एस. एल. लकड़ा ने बताया कि इस पहल से सड़क पर होने वाले हादसों में निश्चित रूप से कमी आएगी। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि वे सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और यातायात नियमों का पालन करें।

आरटीओ के निरीक्षकों ने मुहिम में लिया हिस्सा

परिवहन निरीक्षक सनत कुमार जांगड़े ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है और भविष्य में भी विभाग इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा। वैभव शुक्ला एवं प्राची वर्मा ने भी इस मुहिम में सक्रिय भूमिका निभाई और बताया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घूमने वाले पशुओं को रेडियम पट्टी पहनाने का कार्य निरंतर जारी रहेगा। इस सराहनीय पहल से न केवल पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि सड़क पर चलने वाले लोगों और वाहन चालकों की भी जान बच सकेगी।

पति ने थाने पहुंचकर किया आत्मसमर्पण

मिलाई. मिलाई थाना क्षेत्र के एचएससीएल कॉलोनी में शनिवार दोपहर एक घरेलू विवाद ने जानलेवा रूप ले लिया। पति ने गुस्से में आकर पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी पति स्वयं थाना पहुंचा और पुलिस को पूरी जानकारी दी। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। (Wife strangled to death in domestic dispute)

नेवई थाना पुलिस ने बताया कि एचएससीएल कॉलोनी निवासी एकल कुमार दुबे उर्फ राजेश (28) का विवाह खैरागढ़ की दीक्षा दुबे (22) से जुलाई 2024 में राजनांदगांव में हुआ था। शादी के बाद से ही दोनों के बीच अक्सर घरेलू विवाद होता रहता था। बताया गया कि एकल कुमार पंडिताई का काम करता है और पिछले तीन माह से कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहा था।

पत्नी ने बाल पकड़ा तो पति ने गला दबाया

शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे का मामला है। एकल कुमार ने अपनी पत्नी दीक्षा से भोजन न बनाने की शिकायत करते हुए ताना मारा कि उसे खाना बनाना नहीं आता। इस बात पर नाराज होकर दीक्षा ने पति का बाल पकड़ लिया। इससे गुस्से में आकर एकल कुमार ने दीक्षा का गला दबा दिया।

पति ने थाने में किया आत्मसमर्पण

पुलिस के मुताबिक, करीब एक घंटे तक दीक्षा अचेत अवस्था में पड़ी रही। डर और घबराहट में आरोपी पति ने अंततः नेवई थाने जाकर घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। जांच के दौरान दीक्षा की मौत की पुष्टि हुई। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

आपसी विवाद और क्षणिक आवेश घटना की वजह

फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह घटना फिर एक बार दर्शाती है कि आपसी विवाद और क्षणिक आवेश किस तरह बड़े अपराध का कारण बन सकते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे विवादों में धैर्य और संयम बनाए रखें ताकि अनचाही घटनाओं से बचा जा सके।

वारंट निरस्ती पर फैसला सुरक्षित

रायपुर। बहुचर्चित महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप (Mahadev Online Satta App) मामले में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। मुख्य सरगना माने जा रहे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने शनिवार को ईडी की विशेष अदालत में आवेदन लगाकर अपने खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को निरस्त करने की मांग की। दोनों ने अदालत से तीन महीने की मोहलत मांगी है, ताकि वे व्यक्तिगत रूप से पेश होकर कानूनी प्रक्रिया का सामना कर सकें।

ईडी ने किया कड़ा विरोध

प्रवर्तन निदेशालय ने आरोपियों की इस अर्जी का सख्त विरोध किया। ईडी के वकीलों ने कोर्ट में तर्क दिया कि दोनों आरोपी लंबे समय से जांच से बचते आ रहे हैं और उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। ऐसे में गिरफ्तारी वारंट को रद्द करना न्याय के हित में नहीं होगा।

बचाव पक्ष की दलील

दूसरी ओर, बचाव पक्ष ने अदालत में कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में तत्काल पेश होना संभव नहीं है। लेकिन तीन माह बाद आरोपी स्वयं अदालत में उपस्थित होकर कार्यवाही में सहयोग करेंगे। इसलिए गिरफ्तारी वारंट को रद्द किया जाना चाहिए।

फैसला सुरक्षित

दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद विशेष न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। अब अदालत का आगामी आदेश महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले की दिशा तय करने में अहम साबित होगा। इस प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय अरबों की मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है और सौरभ चंद्राकर व रवि उप्पल को इसके मुख्य सरगना बताया जा रहा है।

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  • मुख्यमंत्री और मंत्रियों की गाड़ी भी शिकार भिलाई। छत्तीसगढ़ में सड़क पर अतिक्रमण और सड़क पर जानवरों का होना आम बात है। आम लोगों की बात छोड़ दीजिए, खास लोग भी इससे बच नहीं पाते हैं। मुख्यमंत्री और मंत्रियों की गाड़ियां भी हादसे का शिकार हो चुकी है।

हाईकोर्ट ले चुकी है संज्ञान

प्रदेश की सड़कों को लेकर बिलासपुर हाईकोर्ट संज्ञान ले चुका है। कई जनहित याचिकाओं की सुनवाई पर सरकार को बुलाया जा चुका है। इसे लेकर के छत्तीसगढ़ के डायरेक्टर जनरल पुलिस ने हाईकोर्ट में हलफनामा दायर किया था और यह कहा था कि सड़कों पर से जल्द ही मवेशियों को हटाया जाएगा। 10 जुलाई 2025 को एक बार फिर बिलासपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिंह ने स्वतः संज्ञान लिया था।

सरकार का काम कोर्ट करेगी तो यह सही बात नहीं

हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिंह ने कहा था कि सड़कों की जो हालात है और जिस तरीके से मवेशी सड़क पर हैं सरकार का इस पर कोई ध्यान नहीं है, जितने राष्ट्रीय राजमार्ग हैं उनकी जो स्थिति है वह भी दयनीय है। सरकार का काम अगर कोर्ट करेगी तो यह बात ठीक नहीं है। इस बात उन्होंने एडवोकेट जनरल को बुलाकर पूरे मामले को देखने के लिए कहा। यह भी कहा कि, सड़कों के निर्माण पर सरकार को ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

भिलाई में खौफनाक हत्या

भिलाई। छावनी थाना क्षेत्र के कैंप-2 श्याम नगर में गुरुवार रात खून से सनी वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। जेल से छूटकर गवाही बदलवाने आए कुख्यात सोनू पिता बाबूराव की उसी के चाकू से हत्या कर दी गई। चंद सेकंड में हुए इस खून-खराबे ने पूरे मोहल्ले को सकते में डाल दिया।

कैसे भड़क गई खूनी जंग…

साल 2020 में हुए एक हत्या कांड में सोनू समेत कई आरोपी जेल भेजे गए थे। इस केस में सुधाकर परिवार की गवाही अहम थी। दो महीने पहले ही जेल से बाहर आया सोनू गुरुवार शाम चाकू लहराते सुधाकर परिवार के दरवाजे पर पहुंचा। धमकी दी – “बयान वापस ले लो, वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा।” परिवार ने तत्काल डायल 112 पर सूचना दी, लेकिन तब तक सोनू फरार हो गया।

रात 8 बजे मौत बनकर लौटा…

करीब 8 बजे सोनू फिर आ धमका। इस बार उसने महिला मीरा सुधाकर का हाथ पकड़कर धमकाना शुरू कर दिया। महिला की चीख सुनकर घरवाले बाहर आए। पिता सुधाकर मोहरे महरे और बेटा श्रीधर मोहरे ने सोनू को पकड़ लिया। धक्का-मुक्की में सोनू का चाकू उसके हाथ से छीन लिया गया और उसी हथियार से धनश्री ने सोनू के पेट में वार कर दिया।

वार इतना गहरा था कि आंतें बाहर निकल आईं। खून से लथपथ सोनू जमीन पर तड़पने लगा। परिजनों ने उसे निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

इलाके में दहशत, पिता-पुत्र हिरासत में

पुलिस ने शव को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल की मॉर्च्युरी भेजा है। आरोपी श्रीधर मोहरे (23) और उसके पिता सुधाकर मोहरे (55) को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जांच भी कर रही है कि वारदात आत्मरक्षा में हुई या गुस्से में।
इस खून-खराबे के बाद श्याम नगर में खौफ का साया है।

लोग दबी जुबान में कह रहे हैं – कसूर सोनू का ही था, लेकिन अंजाम इतना खतरनाक होगा, किसी ने नहीं सोचा था।

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CG Prime News@भिलाई. 4 gamblers arrested while gambling in Bhilai 3 भिलाई तीन में हार-जीत का दांव लगा लगा रहे 4 जुआरियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। भिलाई तीन पुलिस ने बताया कि शांति नगर भिलाई तीन में ताश के 52 पत्तों का फड़ सजा था। इसी बीच पुलिस ने घेराबंदी करके सभी जुआरियों को पकड़ा। आरोपियों के कब्जे से 10,770 रुपए कैश और 52 पत्ती ताश जब्त किया गया है।

मकान में खेल रहे थे जुआ

पुलिस ने बताया कि शांति नगर प्रशांत बंछोर के खुले मकान भिलाई 3 में जुए का फड़ चल रहा था। पैसों की हार जीत का दांव लगाकर जुआं खेल रहे थे। पुलिस ने रेड मारकर सभी आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों को छ.ग. जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 5 के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया गया है।

इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

1. सूरज कुमार, निवासी-भिलाई तीन
2.हरीश तारक, निवासी-शांति नगर भिलाई 3
3. राजू मारकंडे, निवासी-चरोदा
4. अश्वनी सिंघानिया, निवासी-भिलाई तीन

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CG Prime News@भिलाई.A Muslim youth vandalised a temple in Bhilai दुर्ग जिले के भिलाई में धार्मिक स्थलों पर तोडफ़ोड़ की बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां जामुल के घासीदास नगर क्षेत्र में एक युवक ने शिवलिंग को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और पेड़ के नीचे स्थित हनुमान मंदिर का झंडा निकालकर नीचे फेंक दिया। इस घटना के बाद स्थानीय लोग जामुल थाना घेरने पहुंच गए। घटना गुरुवार 7 अगस्त की है।

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भिलाई में मुस्लिम युवक ने मंदिर में की तोडफ़ोड़, शिवलिंग को पहुंचाया नुकसान, पुलिस ने किया गिरफ्तार

अल्पसंख्यक समुदाय का युवक हिरासत में

जामुल थाना क्षेत्र में शिव मंदिर में हुई तोडफ़ोड़ की घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई थी। पुलिस ने स्थिति को देखते हुए शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है। पुलिस ने आरोपी अब्दुल शहजाद को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों ने इसे सुनियोजित सांप्रदायिक हमला बताया है।

एफआईआर दर्ज किया गया

एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि घासीदास नगर के निवासियों की शिकायत पर जामुल थाना पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज किया है। आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस घटना के पीछे की मंशा और संभावित नेटवर्क की जानकारी प्राप्त करने का प्रयास कर रही है।

मंदिर की प्रतिमाओं को पहुंचाया नुकसान

बजरंग दल के कार्यकर्ता पुष्पराज सिंह ने कहा कि आरोपी युवक ने पहले घर के सामने बने तुलसी चौरा को निशाना बनाया। फिर मंदिर की प्रतिमाओं को भी नुकसान पहुंचाया। आरोपी पर कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इधर प्रशासन ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं स्थानीय लोगों ने भी ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 

 

भिलाई . नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिटेशन (एनबीए) ने रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की मान्यता (एक्सटेंड) बढ़ा दिया है। इसका मतलब यह है कि हमारे विद्यार्थियों को मिलने वाली डिग्री की मान्यता अब सिर्फ देश तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिलेगी। रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज के कंप्यूटर साइंस और आईटी ब्रांच को एनबीए की मान्यता दी गई है।

अब एक्रेडिटेशन साल 2028 तक मान्य रहेगा। मध्य भारत के चुनिंदा इंजीनियरिंग कॉलेजों को ही एनबीए की मान्यता है, जिसमें रूंगटा आर-१ इंजीनियरिंग एक है। एनबीए से ब्रांच एक्रेडिटेड होने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरियों की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती है।

सीधे तौर पर छात्रों को फायदा

देश की नामी शैक्षणिक संस्थानों को जिस तरह नैक से ग्रेड हासिल करना जरूरी है उतनी ही जरूरी एनबीए भी है। जिससे सीधे तौर पर विद्यार्थियों को फायदा होता है। कैंपस प्लेसमेंट के दौरान आई नामी मल्टीनेशनल कंपनियां एनबीए एक्रेडेट को विशेष तरजीह देती है। कुछ कंपनियों ने तो इसे अनिवार्य भी कर दिया है। बता दें कि सीएस और आईटी ब्रांच की प्रयोगशाला, अनुभवी प्रोफेसर्स, प्रोजेक्ट, रिसर्च हब जैसे दर्जनों मापदंडों को पूरा करने के बाद ही एनबीए ब्रांच को एक्रेडिटेशन देता है। इस उपलब्धि पर रूंगटा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति संतोष रूंगटा व कुलपति डॉ. जवाहर सूरीशेट्टी ने हर्ष व्यक्त किया।

एनबीए की मान्यता क्या होती है?

एनबीए एक स्वतंत्र संस्था है जो भारत में तकनीकी पाठ्यक्रमों बीटेक, एमटेक आदि कोर्स की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के साथ उसे मान्यता देती है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई प्रोग्राम शैक्षणिक और उद्योग मानकों के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाला है या नहीं। एनबीए की मान्यता दर्शाती है कि उस कॉलेज का पाठ्यक्रम, फैकल्टी, लैब्स, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि उच्च गुणवत्ता के हैं। एनबीए एकमात्र भारतीय संस्था है जो वॉशिंग्टन एकॉर्ड का हिस्सा है। इसका मतलब है कि जिन छात्रों की डिग्री एनबीए से मान्यता प्राप्त कॉलेज से है, उनको अमरीका, ब्रिटेन, ऑस्टे्रलिया और कनाडा जैसे देशों में नौकरी और आगे की पढ़ाई में आसानी होती है।

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CG Prime News@भिलाई. Bhilai woman digitally arrested for 5 days, duped of Rs 12.50 lakh by posing as CBI officer भिलाई की एक महिला को घर में पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके 12.50 लाख ठगने वाले दो आरोपी को पुलिस ने यूपी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने वाइस कन्वर्टर की मदद से महिला को झांसे में लिया था। एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि मामले में पुलिस ने यूपी के फतेहपुर जिले से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

आरोपी अपनी आवाज की पहचान छुपाने के लिए वाइस कनवर्टर का इस्तेमाल करते थे। उनके कब्जे से 3 कॉल कन्वर्टर मशीन, एक लैपटॉप, 105 सिम और मोबाइल जब्त किया है। पूछताछ के लिए दोनों को एक दिन की रिमांड पर भी लिया है।

महिला ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट

पुलिस ने बताया कि सेक्टर 7 निवासी शोभा झा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपियों ने उसे सीबीआई और क्राइम ब्रांच कोलावा के अधिकारी बनकर कॉल किया। मनी लांड्रिंग केस में फंसने की बात कहकर 5 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा। जेल भेजने की धमकी देकर उससे कुल 12 लाख 50 हजार रुपए खातों में ट्रांसफर कराए।

टीम गई थी फतेहपुर

एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि प्रार्थिया ने जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए और जिन नंबरों से उसे कॉल आया, उसकी जांच की गई। एक नंबर फतेहपुर (यूपी) से खरीदे जाने की जानकारी मिली। टीम को तुरंत रवाना किया गया। नंबर अनस खान निवासी सिविल लाइन फतेहपुर के नाम पर एक्टिवेट हुआ था। उसके माध्यम से पुलिस को आरोपी शहबाज उर्फ मो. फैजल अहमद निवासी मवाना मेरठ (यूपी) को उपलब्ध कराने की जानकारी मिली।

रेड मारने पर मिली कन्वर्टर मशीन

वह किराए के मकान में रह रहा था। रेड मारने पर मकान से कन्वर्टर मशीन मिली, जिससे आरोपी एक समय में लगभग 100 सिम का उपयोग कर लोगों को कॉल करते थे। सीएसपी भिलाई नगर सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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CG Prime News@भिलाई.Prostitution under the guise of a spa center in Bhilai भिलाई में स्पा सेंटर की आड़ में एक बार फिर देह व्यापार का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है। सुपेला थाना पुलिस ने स्पा सेंटर संचालिक सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने स्पा सेंटर का गुमास्ता लाइसेंस कैंसिल करने के लिए प्रतिवेदन नगर पालिका को भेजा है। पुलिस ने यह रेड कार्रवाई नेहरू नगर चौक के पास द ग्रीन डे स्पा सेंटर में किया।

दो ग्राहकों के साथ मिली युवतियां

पुलिस ने बताया कि 25 जुलाई को मुखबिर से सूचना मिली कि नेहरू नगर चौक कोटक महिन्द्रा बंैक के पास द ग्रीन डे स्पा में अवैध धन लाभ अर्जित करने के लिए लडकियों से देह व्यापार कराया जा रहा है। सूचना पर सुपेला थाना पुलिस ने स्पा सेंटर में दबिश दी। जहां दो ग्राहकों के साथ स्पा सेंटर की संचालिका और दो लड़कियां मिली। जब पुलिस ने इनसे कड़ाई से पूछताछ किया तो उन्होंने देह व्यापार करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रंमाक 857/2025 धारा अनैतिक देह व्यापार निवारण अधि. 1956 की धारा 3,4,5,7 कायम कर विवेचना में लिया है।

फोन करके ग्राहकों को लुभाती थी युवतियां

पुलिस ने बताया कि भिलाई निवासी स्पा सेंटर की संचालिका, ग्राहक अरविंद यादव, आदित्य सिंह, टेली कॉलर दो युवती से कड़ाई से पूछताछ किया। आरोपियों ने बताया कि देह व्यापार के लिए युवती टेली कालर के माध्यम से ग्राहकों को फोन कर प्रलोभन देकर बुलाती थी। इस काम के लिए अलग-अलग 4 मोबाईल रखा था। आरोपियों के कब्जे से 6 मोबाईल, 1 लेनोवा का टेब, आधार कार्ड, 8 डायरी, 4 रजिस्टर, मोबाइल डाटा, कैश 600 सहित 4 आपत्तिजनक वस्तुओं को जब्त किया गया है।

स्पा सेंटर का मालिक फरार

पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी स्पा सेंटर का मालिक घटना के दिन से फरार है। आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक सत्यप्रकाश तिवारी, निरीक्षक विजय कुमार यादव, उनि मनीष वाजपेयी, हेड कांस्टेबल योगेश चन्द्राकर, अमर सिंह, महिलाआरक्षक स्वाती कुर्रे, महिला रक्षा टीम प्रभारी संगीता मिश्रा, महिला आरक्षक योगिता साहू, सरस्वती ठाकुर, आरक्षक दीपक साहू की भूमिका रही।

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CG Prime News@दुर्ग.Bajrang Dal created ruckus at Durg railway station on the charges of religious conversion दुर्ग रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी और धर्मांतरण के शक में बजरंग दल ने शुक्रवार को जमकर हंगामा किया। यहां पर नारायणपुर की लड़कियां दो नन और एक व्यक्ति के साथ आगरा जा रही थीं। जैसे ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पता चला उन्होंने धर्मांतरण और मानव तस्करी के शक में रेलवे स्टेशन में हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद बजरंग दल की शिकायत पर दुर्ग रेलवे स्टेशन दो नन और एक युवक के खिलाफ धारा 143 बीएस के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है।

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दुर्ग रेलवे स्टेशन में दो नन, एक युवक गिरफ्तार, नारायणपुर की लड़कियों को ले जा रहे थे आगरा, बजरंग दल का हंगामा

काम का दिया था प्रलोभन

भिलाई जीआरपी प्रभारी राजकुमार बोरझा ने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई है कि तीन लड़कियों को धर्म परिवर्तन के उद्देश्य से आगरा ले जाया जा रहा था। शिकायत मिलने के बाद जांच की गई और प्राथमिक जांच के आधार पर दो नन और एक युवक के खिलाफ धारा 143 बीएस के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि उन तीनों लड़कियों में दो ओरछा और एक नारायणपुर जिले की रहने वाली हैं। लड़कियों से पूछताछ में पता चला कि उन्हें काम का प्रलोभन देकर बाहर ले जाया जा रहा था। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।

यह है पूरा मामला

दरअसल दुर्ग रेलवे स्टेशन पर कुछ लड़कियां घूमती नजर आई। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि दो नन उन्हें आगरा ले जा रही है। कार्यकर्ताओं को इस पर शक होने पर तीनों लड़कियों और उनके साथ दो नन और एक युवक को पकड़कर जीआरपी थाने ले आई। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मानव तस्करी और धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए दुर्ग रेलवे स्टेशन के जीआरपी चौकी में हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद जीआरपी थाना भिलाई-3 के अंतर्गत दुर्ग जीआरपी चौकी में मामला दर्ज किया गया है।

लड़कियां बोलीं हम जबरदस्ती ले जा रहे

मौके पर पहुंची बजरंग दल की जिला संयोजिका ज्योति शर्मा ने बताया कि दो नन (सिस्टर) लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर ले जा रही थीं। उनका आरोप है कि यह मामला सिर्फ नौकरी दिलाने का नहीं, बल्कि मानव तस्करी और धर्मांतरण से जुड़ा हुआ है। ज्योति शर्मा ने दोनों नन पर मानव तस्करी और धर्मांतरण का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि सुबह उन्हें कार्यकर्ताओं से जानकारी से मिली कि दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो नन और एक युवक नारायणपुर की तीन लड़कियों को ले जा रहे हैं। पूछताछ में तीनों लड़कियों का कहना है कि हमको जबरदस्ती पकड़ ले जा रहे थे। हमको नहीं पता कहां ले जा रहे थे।

परिजन बोले हमें नहीं पता

उनके साथ जो लड़का पकड़ा गया है वो इससे पहले भी तीन बार लड़कियों को भेज चुका है। पूछताछ में इन लड़कियों के नारायणपुर घर में संपर्क किया गया तो पता चला कि उन्हें झूठ बोलकर लाया गया था। उनको पता ही नहीं कि उनकी बेटियां कहां जा रही हैं।

मिले कई लड़कियों के फोटो

ओरछा गांव की ये लड़कियां नारायणपुर घूमने जाने के लिए निकली हुई हैं। उनके घर वाले ओरछा थाने में एफआईआर करवा रहे हैं। ये लोग यहां की लड़कियों को बेचते हैं। पकड़े गए युवक का तीन आधार कार्ड है। एक लड़की के पास डायरी मिली है। उसमें कई राज्यों के नाम हैं। इसके अलावा उस डायरी में पादरियों का नंबर भी है। साथ ही उनके पास 8 से 10 लड़कियों के फोटो भी मिले हैं। बजरंग दल की शिकायत पर जीआरपी थाना भिलाई-3 के अंतर्गत दुर्ग जीआरपी चौकी में दोनों और युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।