Breaking: 7 महीने बाद जेल से रिहा हुए भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, समर्थकों को देख लगाई दौड़, पत्नी भी दिखी साथ

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा केस में सात महीने से जेल में बंद भिलाई विधायक देवेंद्र यादव आखिरकार जमानत पर जेल से बाहर आ गए। उन्हें सात महीने बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। जिसके बाद शुक्रवार शाम 5.30 बजे विधायक को जेल से रिहा किया गया। जेल से बाहर आते ही विधायक देवेंद्र ने समर्थकों को देखकर जोशीला दौड़ लगाया। साथ ही उछलते हुए उनका अभिवादन स्वीकार किया। समर्थकों का उत्साह और खुशी देखकर देवेंद्र भावुक नजर आए। जेल से बाहर आने के दौरान उनकी पत्नी डॉ. श्रुतिका और बड़े भाई भी साथ नजर आए।

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7 महीने बाद जेल से रिहा हुए भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, समर्थकों को देख लगाई दौड़ी, पत्नी भी दिखी साथ

20 फरवरी को मिली बेल
बतां दे कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र को बलौदाबाजार हिंसा केस में हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली थी। जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी।
सुप्रीम कोर्ट से 20 फरवरी को बेल मिली थी। वे 17 अगस्त 2024 से जेल में बंद थे। वहीं भीम आर्मी के नेता प्रमुख समेत 112 लोगों को भी हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।

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सीधे जाएंगे भिलाई
रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर यादव के समर्थक उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। जेल से देवेन्द्र सीधे भिलाई जाएंगे। यहां खुर्सीपार में आयोजित स्वागत कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसमें बलौदाबाजार हिंसा मामले से जमानत पर रिहा हुए सतनामी समाज के लोग पहुंच रहे हैं। इसके अलावा यादव समाज के लोग भी मौजूद रहेंगे।

देवेंद्र यादव ने सुप्रीम कोर्ट में दी दलील

विधायक देवेंद्र यादव की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपने बचाव में कहा गया कि बलौदाबाजार हिंसा घटना वाले दिन वह सिर्फ सभा में शामिल हुए, लेकिन वो मंच पर नहीं गए, उन्होंने मंच से कोई भाषण नहीं दिया। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि उन्होंने भीड़ को उकसाया होगा। कार्यक्रम में शामिल होने और वापस लौट जाने का समय हिंसक घटना के समय से बिल्कुल अलग है। जहां हिंसक घटना हुई, वहां देवेंद्र यादव मौजूद नहीं थे। उनकी गिरफ्तारी भिलाई स्थित उनके घर से हुई जो की घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर है। पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से गलत और राजनीति से प्रेरित है।