Big Breaking. बालोद जिले के डौंडी वनक्षेत्र में हाथियों का आतंक, कई मकानों को तोड़ा, भाजपा नेता गांव पहुंचे तो रो पड़े ग्रामीण

बालोद@CG Prime News. बस्तर के भानुप्रतापपुर के जंगल से डौंडी में लौटे हाथी अब बेकाबू हो गए हैं। बस्ती में उपद्रव मचाना शुरू कर दिया है। ग्राम जबकसा में दो घरों को तोडऩे के बाद शनिवार की रात भी एक पक्के मकान के दरवाजे को तोडऩे का प्रयास किया। एक उग्र दंतैल ने बछड़े पर भी अपने दांत से हमला कर दिया और पैरों से कुचल दिया। जिससे बछड़े की मौत हो गई।

इन घटनाओं के बाद ग्रामीण दो रात से सो नहीं पा रहे हैं। वहीं वन विभाग की चिंता बढ़ गई है। जंगल से लगे कच्चे घर वाले परिवार को पक्के मकान और स्कूल भवनों में शरण दी गई है। इसके अलावा 8 गांवों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों के संयमित रखने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं हाथियों के उत्पात से उनमें भय भी है।

अफसरों को समझ नहीं आ रहा क्या करें

हाथियों के उत्पात के बाद वन विभाग दुर्ग रेंज की सीसीएफ शालिनी रैना एवं डीएफओ सतोविशा समाजदार सहित वन विभाग के अधिकारियों का लगातार दौरा चल रहा है। ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि वे फसल की चिंता नहीं करें। नुकसान का मुआवजा मिलेगा। ग्रामीण सहयोग भी कर रहे हैं, लेकिन अफसरों को समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या करें।

इन गांवों को किया हाई अलर्ट

वन विभाग भी लगातार प्रभावित ग्रामीणों की मदद कर रहा हैं। खतरे को देखते हुए वन विभाग ने जबकसा, लिमऊडीह, खुर्सीटिकुर सहित आठ गांवों में हाई अलर्ट कर दिया है। लगातार मुनादी भी की जा रही है। जंगल से लगे कच्चे घरों में रहने वालों को वहां से हटा दिया गया है। वन विभाग के मुताबिक आठ गांव के लगभग 25 परिवार को स्कूल या फिर दूसरे के पक्के मकानों में ठहराया गया है। डौंडी वन विभाग के रेंजर पुष्पेंद्र साहू ने बताया कि हाथी दिन में जंगल में ही रहते हैं। रात में गांव में घुसकर हमला करते हैं। कुछ घरों को भी तोड़ा है। एक बछड़े को कुचल कर मार डाला। बछड़े शरीर में हाथी के दांत के चार जगह निशान हैं। ऐसा लग रहा है बछड़े को हाथी अपने दांत से उठाकर पटक दिया और पैर से कुचल दिया।

भाजपा नेता ने लिया स्थिति का जायजा
बालोद जिले के डौंडी ब्लॉक के ग्राम जबकसा व आसपास के गांवों में दो दिन से हाथी फसल और घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसकी सूचना मिलते ही शनिवार की शाम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के निर्देश पर भाजपा प्रदेश मंत्री राकेश यादव व अन्य पदाधिकारियों ने इन गांवों में जाकर प्रभावित किसानों से चर्चा की। उनके घर व खेतों को पहुंचे नुकसान की स्थिति देखी।

नुकसान के हिसाब से मुआवजा कम

भाजपा प्रदेश मंत्री राकेश यादव ने कहा कि बालोद के वनांचल क्षेत्रों में पहली बार हाथियों का दल आने से भय है। लगातार गजराज पकी पकाई धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कुछ घर को तोड़ दिया है। जान बचाने लोग दीवार फांद कर भाग रहे हैं। हमारे जिले के लोगों को हाथियों के आचरण के बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए क्षेत्र में भय और आतंक है। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल, वन मंत्री मोहम्मद अकबर व विधायक अनिला भेडिय़ा से आग्रह किया कि वन विभाग के अनुसार जो मुआवजा मिल रहा है, वह नुकसान के हिसाब से काफी नहीं है। इसके अलावा राजस्व की धारा 6, 4 का लाभ किसानों को मिलना चाहिए। जिला खनिज न्यास निधि से अतिरिक्त मुआवजा भी देना चाहिए। उन्होंने ग्राउंड जीरो की वस्तुस्थिति से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय को अवगत कराने की बात कही। जरूरत पडऩे पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर सहित बड़े नेताओं को भी अवगत कराने की बात कही। जिससे किसानों को राहत मिल सके।

दरवाजे के सामने जलाई आग, रात जागते रहे

प्रदेश मंत्री राकेश यादव ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। ननकी बाई ने बताया कि जब वह खाना निकाल रहे थे तो उनके यहां हाथी दौड़कर आया। घर के दरवाजे पर खड़े हो गया। दहशत के कारण घर के अंदर घुसकर रो रहे थे। बच्चों के मुंह को ढंककर रखा था। हाथियों के जाने के बाद घर से निकले। आग जलाकर बाहर खड़े थे तभी दोबारा हाथी आने लगे। वहां से दौड़कर पास के एक घर की छत पर गए, जहां पूरी रात जागते हुए गुजारी। देवश्री बाई ने बताया कि उनके घर कुत्ता अचानक आवाज करने लगा तब वह घर से निकली तो हाथी को देखा। जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर पर्दा फांदते हुए भागी और जान बचाने के लिए छत पर ही रात गुजारी। प्रदेश मंत्री राकेश यादव ने संवेदनशीलता जताते हुए मामले में प्रशासन से चर्चा करने की बात कही।

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