CG Prime News@जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में लगातार दूसरे दिन एसीबी (ACB) और ईओडब्ल्यू (EOW) की टीम ने छापेमार कार्रवाई की है। गुरुवार को सुकमा डीएफओ ऑफिस (DFO Office) में टीम ने छापा मारकर तेंदूपत्ता बोनस घोटाला (Tendu patta scam) के दस्तावेज तलाशे। आज की कार्रवाई में वन विभाग के कर्मियों और तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घर भी रेड कार्रवाई चल रही है, दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
आज 9 जगहों पर छपेमारी
एसीबी-ईओडब्ल्यू ने सुकमा, दोरनापाल, कोंटा समेत कुल 5 जगहों के 9 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है। एक दिन पहले पूर्व विधायक मनीष कुंजाम समेत अन्य तेंदूपत्ता प्रबंधकों के कुल 12 ठिकानों पर एसीबी-ईओडब्ल्यू ने छापा मारा था।
मैंने शिकायत की, मेरे घर ही छापा
पूर्व विधायक (Former MLA) मनीष कुंजाम ने सुकमा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, मैंने तेंदूपत्ता की बोनस राशि वितरण में गड़बड़ी की शिकायत की, लेकिन मेरे घर पर ही छापा मारा गया। छापे में कुछ भी नहीं मिला। मेरी छवि खराब करने की कोशिश की गई है। असली गुनहगार को बचाने का प्रयास किया जा रहा। छापे की असली वजह दबाव और द्वेष भावना है। जिला पंचायत और जनपद पंचायत में बीजेपी ने दबाव बनाया। लेकिन हमने उनकी बात नहीं मानी।
क्या है पूरा मामला?
सुकमा के वन विभाग अधिकारी अशोक कुमार पटेल और उनके साथियों पर तेंदूपत्ता तोड़ने वाले मजदूरों के बोनस में बड़ा घोटाला करने का आरोप है। यह घोटाला वर्ष 2021 और 2022 के तेंदूपत्ता सीजन से जुड़ा है, जिसमें करीब 7 करोड़ रुपये की राशि संग्राहकों को दी जानी थी। अधिकारियों ने आपसी साठगांठ कर बड़ी रकम खुद रख ली और संग्राहकों तक पैसा नहीं पहुंचा।
इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (EOW/ACB) ने अशोक कुमार पटेल और अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया। 8 अप्रैल 2025 को एफआईआर दर्ज होने के बाद 10 अप्रैल को छापेमार कार्रवाई की गई है।
