Big breaking| 10 वर्ष के बच्चे को खिला रहा था नशे की गोली, लोगों ने की ड्रग्स पैडलर की जमकर धुनाई

सीजी प्राइम न्यूज

ड्रग्स माफिया की अब किशोर बच्चों पर नजर

थाना मोहन नगर से 500 मीटर दूर की घटना

@CG Prime News

भिलाई. शहर में नशे के सौदागर इस कदर सक्रिय है। पुलिस स्टेशन के ईदगिर्द ही नशीली दवाइयों की बेधड़क सप्लाई कर रहे है। उनके निशाने में युवाओं के बाद अब अंकुरित होते किशोर पीढ़ी को इस दलदल में ढकेल रहे है। यह आने वाली पीढ़ी के लिए चिंता का विषय है। चौकाने वाली बात यह है कि एक मामला सामने ऐसा आया कि मोहन नगर थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर नशे का सौदाकर 10 वर्ष के बच्चे को नशे की गोली खिला रहा था। लोगों ने ड्रग्स पैडलर को पकड़ लिया। सूचना पर दुर्ग सीएसपी आईपीएस चिराग जैन मौके पर पहुंचे। ड्रग्स पैडलर कनक साहू पिता पुरुषोत्तम साहू को भीड़ से छुड़ाकर अपने कब्जे में लिया। आरोपी को मोहन नगर थाना को सौंप दिया।

बच्चे को कड़वी लगी तो थूक दिया, तब लोगों को शक हुआ

यह वाक्या मंगलवार शाम 6 बजे की है। ड्रग्स पैडलर सुमित बाजार के पास पहुंचा। जहां एक 10 वर्ष के बच्चे को पकड़ा और उसे टाफी बोलकर नशे की गोली खिलाने लगा। खाने के बाद उसे कड़वी लगी तो वह अजीब सा मुंह बनाते हुए थूक दिया। पास में ही एक युवक उसे देख लिया। अपनी सुझबूझ के साथ उसने ड्रग्स पैडलर को पकड़ा लिया। इतने में आस पास के लोग भी पहुंचे और भीड़ लग गई।

आक्रोशित भीड़ के सामने बच्चे को गोली खिलाना स्वीकारा

आक्रोशित भीड़ ने ड्रग्स पैडलर की जमकर धुनाई शुरू कर दी। भीड़ ने जब उससे नाम पूछा तो कनक साहू पिता पुरुषोत्तम साहू बताया। जब उससे पूछा गया कि बच्चे को क्या खिला रहा है। कनक ने नशे की गोली खिलाना स्वीकार किया। सीएसपी चिराग जैन, कोतवाली टीआई महेश ध्रुव अपनी पेट्रोलिंग टीम के साथ पहुंचे। भीड़ से कनक को अपने कब्जे में लिया।

पुलिस के हाथ लग सकता है बड़ा जखीरा

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ड्र्ग्स पैडलर युवक एक व्यक्ति का नाम ले रहा था। जिससे वह गोली लेकर आता है और बच्चों को सप्लाई कर उन्हें नशे की दलदल में झोक रहा था। उनका कहना था कि वह व्यक्ति पकड़ा गया तो पुलिस के हाथ नशीली दवां का जखीरा लग सकता है।

पुलिस स्टेशन के करीब ड्रग्स पैडलर का दुस्साहस

घटना स्थल से मोहन नगर थाना महज 500 मीटर की दूरी पर है। ड्रग्स पैडलर बेधड़क बच्चों के शरीर में नशे का जहर घोल रहा है, लेकिन थाना प्रभारी की कार्य प्रणाली या सूचना तंत्र कमजोर होने की वजह से उन्हें भनक नहीं लगी। दूसरी बात एक और है कि थाना से कुछ ही दूर ग्रीन चौक पर ही एक महिला बड़े पैमाने पर गांजा सप्लाई करती है। इसकी सूचना थाना को भी है। इसके बावजूद उस गांजा सप्लाई पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकी।