प्रभु श्रीराम जन्म का दिव्य प्रसंग सुन भावविभोर हुए श्रोता

श्रीराम जन्म कथा

श्रीराम जन्म कथा सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु, उमड़ा आस्था का सैलाब

भिलाई (खुर्सीपार)। 9 दिवसीय श्रीराम कथा महिमा के तीसरे दिन रविवार को श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। हजारों की संख्या में रामभक्त खुर्सीपार आईटीआई मैदान में एकत्र हुए। पूरा मुख्य पंडाल और साइड पंडाल श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया।

राजन जी महाराज ने कथा व्यासपीठ से श्रीराम जन्म कथा का दिव्य प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि कैसे भगवान शिव ने कैलाश पर्वत पर माता पार्वती को भगवान श्रीराम के अवतार के पांच कारण सुनाए।

इसके बाद, उन्होंने जय-विजय द्वारपाल की कथा, तुलसी माता के वृंदा रूप का प्रसंग, नारद मुनि के शाप, मनु-शतरूपा की तपस्या, और रावण के घमंड का वर्णन किया। इन प्रसंगों के माध्यम से, उन्होंने श्रीराम के अवतार का गूढ़ रहस्य समझाया।

जैसे ही रामजन्म का प्रसंग आया, पूरा पंडाल ‘जय श्रीराम’ के जयघोष से गूंज उठा। श्रोता भावविभोर हो उठे। भक्ति भरे भजनों पर लोग झूमते नजर आए और तालियों की गूंज सुनाई दी।

मिठाई, खिलौने और प्रसादी वितरण

कथा के अंत में, महाराज ने सभी श्रोताओं को मिठाइयाँ वितरित कीं। यजमान परिवार ने भी श्रद्धालुओं को मिठाई और बच्चों को खिलौने बांटे। आयोजन समिति द्वारा सभी के लिए प्रसादी की विशेष व्यवस्था की गई थी।

विशेष अतिथियों की उपस्थिति

कार्यक्रम में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, भाजपा जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन, जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे, और युवा मोर्चा के मनीष पांडे सहित भाजपा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। आयोजन का संयोजन जीवन आनंद फाउंडेशन भिलाई और भाजपा नेता विनोद सिंह ने किया।

कथा में आज बाल लीलाओं का वर्णन

अंत में, महाराज ने बताया कि अगले दिन श्रीराम के बाल रूप की लीलाओं का रसपूर्ण वर्णन किया जाएगा। रविवार की छुट्टी के कारण आज भारी संख्या में भक्त पहुंचे। जैसे-जैसे कथा आगे बढ़ रही है, श्रद्धालुओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।