IED Blast: आतंकियों ने कहा था- माइंस एरिया में और बम फटेंगे… IED ब्लास्ट की चपेट में आने से मजदूर की मौत, जानें क्यों कर रहे विरोध?

नारायणपुर। जिले से एक बार फिर नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है। जहां 2 मजदूर IED ब्लास्ट की चपेट में आ गए। एक मजदूर के पैर के चिथड़े उड़ गए। आनन-फानन में घायल को नारायणपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उससे पहले ही मजदूर ने दम तोड़ दिया। वहीं दूसरे घायल की हालत भी गंभीर बनी हुई है। यह पूरी घटना आज सुबह करीब 10:45 बजे की है।

एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट सुबह करीब 10:45 बजे राजधानी रायपुर से करीब 350 किलोमीटर दूर छोटे डोंगर थाना क्षेत्र के अमदई घाटी लौह अयस्क खदान में हुआ। दोनों मजदूर छोटेडोंगर में संचालित निको जायसवाल लौह अयस्क खदान के जीरो पाइंट में काम कर रहे थे। इसी दौरान लगभग 10 बजे वहां नक्सलियों द्वारा प्लांट किया गया आईईडी ब्लास्ट हो गकी या, जिसकी जद में आने से वे बुरी तरह घायल हो गए। दोनों घायलों को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छोटेडोंगर में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां एक मजदूर दिलीप ने इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया। वहीं दूसरा मजदूर हरेन्द्र का इलाज जारी है।

IED Blast: नक्सली कर रहे परियोजना का विरोध

बता दें कि जायसवाल नेको इंडस्ट्रीज लिमिटेड (जेएनआईएल) को अमदई घाटी में लौह अयस्क खदान आवंटित की गई है और नक्सली लंबे समय से इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं।

पहले भी हो चुकी है मजदूर की मौत

इस साल 5 फरवरी को भी अमदई घाटी खदान में इसी तरह के विस्फोट (IED Blast In Narayanpur) में एक मजदूर घायल हो गया था, जबकि नवंबर 2023 में हुए विस्फोट में दो मजदूरों की मौत हो गई थी। जिसके बाद नक्सलियों ने कहा था कि अभी तो सिर्फ एक ही बम फटा है, आगे और भी बम फटेंगे। चारों ओर बारूद बिछा हुआ है।