बिलासपुर। आयकर विभाग (Income tax) ने कर अनुपालन कड़ा करने के तहत महावीर कोल वॉशरीज प्राइवेट लिमिटेड (MCWPL) पर व्यापक सर्वे किया। गुरुवार दोपहर 1 बजे शुरू हुई इस कार्रवाई के तहत बिलासपुर के व्यापार विहार स्थित कार्यालय और जांजगीर के भेलाई गांव स्थित प्रतिष्ठान की जांच की गई। सर्वेक्षण आयकर अधिनियम की धारा 133(A)(1) के तहत हुआ, जिसमें 32 सदस्यीय प्रवर्तन दल शामिल था।
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आयकर विभाग के अनुसार, पिछले तीन महीनों की वित्तीय निगरानी के दौरान संदिग्ध लेन-देन, राजस्व विसंगतियां और अपुष्ट व्यय पाए गए, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। महावीर कोल वॉशरीज, जो नागपुर में पंजीकृत है, के निदेशकों विशाल कुमार जैन, विकास कुमार जैन, ऋचा पाहवा, विनोद कुमार जैन, विकास जैन और अरविंद कुमार जैन के अन्य व्यवसाय भी जांच के दायरे में आ गए हैं।
अन्य कंपनियां भी रडार पर
जांच अधिकारियों ने बताया कि महावीर कोल वॉशरीज से जुड़ी कई कंपनियां जैसे महावीर वॉशरीज एंड पावर प्रा. लि., ब्लैक पैंथर प्रोसेसिंग प्रा. लि., इमाएक मेडंटेक लि., रामा सीमेंट इंडस्ट्रीज प्रा. लि., इमाएक स्टील लि. और इंस्पायर कोल वॉशरीज प्रा. लि. भी कर चोरी की संभावनाओं को लेकर जांच के घेरे में हैं।
संभावित कर चोरी के संकेत
विभाग वित्तीय दस्तावेज, राजस्व घोषणाएं और अंतर-कंपनी लेन-देन की गहराई से जांच कर रहा है। अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि कहीं मुनाफे को छुपाने, आय को कम दिखाने या कृत्रिम व्यय बढ़ाकर कर चोरी तो नहीं की गई। इस जांच से कर अनुपालन सुनिश्चित करने और संभावित राजस्व रिसाव को रोकने की कोशिश की जा रही है।
