8 अस्पतालों पर अस्थायी निलंबन
CG Prime News@रायपुर. राज्य सरकार ने आयुष्मान भारत योजना में अनियमितताएं करने वाले अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। स्वास्थ्य विभाग ने 15 अस्पतालों को योजना से बाहर कर दिया, जबकि 8 अस्पतालों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। यह कदम तब उठाया गया जब आयुष्मान योजना के तहत गड़बड़ी और फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले उजागर हुए।
जांच में मिली गंभीर खामियां
हेल्थ सिकरेट्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच दल गठित किया था। जांच में पाया गया कि कई अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, मरीजों से कैश में पैसा लिया जाना और पैथोलॉजी रिपोर्ट्स में फर्जी सिग्नेचर थे। इसके अलावा, अस्पतालों में बिना डॉक्टर के ऑपरेशन भी हुए थे, जिससे योजनाओं का दुरुपयोग किया गया।
अस्पतालों की सूची
15 अस्पतालों को आयुष्मान योजना से बाहर कर दिया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- श्री मंगला हॉस्पिटल, बिलासपुर
- मोरे हॉस्पिटल, रायपुर
- गुडविल मेडिकल साइंस, रायपुर
- अग्रवाल हॉस्पिटल, रायपुर
- स्पर्श मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, भिलाई
- मार्क हॉस्पिटल, बिलासपुर
- एसआर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, दुर्ग
- रामकथा हॉस्पिटल, रायपुर
- श्री कृष्णा हॉस्पिटल, बिलासपुर
- महादेव हॉस्पिटल, बिलासपुर
- एसएमसी हेल्थ इंस्टीट्यूट एंड आईवीएफ़ रिसर्च सेंटर, रायपुर
- कान्हा चिल्ड्रन हॉस्पिटल, रायपुर
- नोबल मेडिकेयर एंड रिसर्च सेंटर, बिलासपुर
- हाई टेक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पITAL, दुर्ग
- श्री श्याम हॉस्पITAL, रायपुर
अस्थायी निलंबन
8 अस्पतालों को अस्थायी निलंबन की सजा दी गई है:
- 6 महीने के लिए सस्पेंड किए गए अस्पताल:
- रामकृष्ण केयर हॉस्पITAL, रायपुर
- श्री साईं हॉस्पITAL, बिलासपुर
- मातृ स्मृति हॉस्पITAL, रायपुर
- पल्स हॉस्पITAL, दुर्ग
- 3 महीने के लिए सस्पेंड किए गए अस्पताल:
- आरोग्य हॉस्पITAL, रायपुर
- आराध्या हॉस्पITAL यूनिट ऑफ आराध्या हेल्थ केयर, बिलासपुर
- जुनेजा आई हॉस्पITAL, बिलासपुर
- शिव शक्ति हॉस्पिटल, बिलासपुर
चेतावनी जारी
स्वास्थ्य विभाग ने 5 अन्य अस्पतालों को चेतावनी दी है:
- अशोक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पITAL एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड, रायपुर
- बालको मेडिकल सेंटर, रायपुर
- श्री शिशु भवन, बिलासपुर
- श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, दुर्ग
- यशोदानंदन चिल्ड्रन हॉस्पITAL, दुर्ग
