शासकीय भूमि की फर्जी रजिस्ट्री और कब्जा करने वाले आरोपी गिरफ्तार

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Crime News Durg. वैशाली नगर थाना पुलिस ने शासकीय जमीन पर कब्जा कर फर्जी रजिस्ट्री पेपर तैयार कर शासकीय भूमि को विक्रय करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से कई अहम सामग्री बरामद की, जिनमें कम्प्युटर सिस्टम, कलर प्रिंटर, तीन मोबाइल, आधार कार्ड, दो फर्जी ऋण पुस्तिकाएं समेत अन्य दस्तावेज शामिल हैं।

दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले का खुलासा किया, उन्होंने बताया कि प्रार्थिया क्षमा यदू, अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग ने थाना वैशाली नगर में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि खसरा- 5407/7 (0.023 हेक्टेयर) भूमि को फर्जी तरीके से विक्रय किया गया। इस मामले में धोखाधड़ी के आरोप में थाना वैशाली नगर में अपराध पंजीबद्ध किया गया और जांच शुरू की गई।

आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन की कराई रजिस्ट्री

जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपीगणों ने शासकीय भूमि को बेचा था और उसे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री कराया था। आरोपियों ने पूरी प्रक्रिया को धोखाधड़ी के तहत अंजाम दिया था। इसके अलावा कई अन्य आरोपी और गवाहों का भी इसमें संलिप्तता पाई गई, जिनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में पुलिस को आरोपी संतोष नाथ उर्फ जलार्थर और एन. धनराजू की तलाश भी जारी है, जबकि कुछ आरोपियों ने अग्रिम जमानत ले रखी है।

जानिए कौन है आरोपी

  1. अरविन्द भाई उर्फ पुरूषोत्तम डोंगरे – पावर ऑफ अटर्नी में फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर रजिस्ट्री करवाई।
  2. हरिशचन्द राठौर – फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्री में सहयोग किया।
  3. संतोष कुमार साहू – फर्जी लायसेंस बनवाने में शामिल था।
  4. दीपक उर्फ दीपू मानिकपुरी – फर्जी आधार कार्ड और लायसेंस तैयार करने में मदद की।