दुबई भाग रहा था कुणाल, इंदौर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पकड़ा और ईडी को सौंपा

रायपुर लाकर ईडी कर रही पूछताछ

आरोपी के खिलाफ जारी हुआ था एलओसी

CG Prime News@भिलाई. दुबई में ऑनलाइन सट्टा ऐप महादेव की मुख्य कर्ताधर्ता सौरभ चंद्राकर का कैश फ्लो संभालने वाला आरोपी इंदौर एयरपोर्ट से दुबई भागने की फिराक में पकड़ा गया। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने आरोपी कुणाल अग्रवाल को पकड़ा और ईडी के अधिकारियों को सौंप दिया। उसके बाद ईडी के अधिकारी उसे पूछताछ के लिए रायपुर ईडी के दफ्तार लाए। उससे महादेव ऐप से जुड़े सवालों पर पूछताछ की जा रही है। आरोपी के खिलाफ ईडी ने पहले से ही एलओसी नोटिस जारी किया हुआ है।

बता दें कि कुणाल अग्रवाल भोपाल में रहकर महादेव ऐप के कैश फ्लो मैनेजमेंट का काम संभाल रहा था। इसके साथ ही हवाला कारोबार से जुड़ा हुआ था। ईडी पहले ही आरोपी के दो दोस्तों रैपिड ट्रेवल्स के संचालक धीरज आहुजा और विशाल आहुजा को गिरफ्तार कर चुकी है। इनके खिलाफ ईडी ने जांच की, तब पता चला कि धीरज आहुजा इवेंट मैनेजमेंट और टिकट का काम देखता था। वहीं विशाल आहुजा कैश फ्लो मैनेजमेंट का काम करता था। दुबई में बैठे कुणाल अग्रवाल के साथियों ने उसे दुबई बुला लिया। 7 अक्टूबर सुबह 8 बजे कुणाल अग्रवाल घर से दुबई जाने इंदौर एयरपोर्ट पहुंचा, जहां एलओसी नोटिस जारी होने की वजह से एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उसे दबोच लिया। शाम 5 बजे ईडी के अधिकारी उसे लेकर रायपुर ईडी कार्यालय पहुंचे, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।

शुक्रवार को ईडी क्यों पहुंची जूस फैक्ट्री

दुबई जाने के बाद सौरभ चंद्राकर की जूस फैक्ट्री का डायरेक्टर उसका भाई गितेश चंद्राकर बना। दुबई में कारोबार बढ़ता देख सौरभ चंद्राकर ने अपने भाई गितेश चंद्राकर को दुबई बुला लिया। इस बीच जूस फैक्ट्री को कंपनी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड करा लिया। नेहरु नगर सड़क-11 ओबिक फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के 14 आउटलेट खोल दिए। इसका डायरेक्टर सौरभ जैन और शुभम गोस्वामी को बनाया गया। इसमें 50 फीसदी शेयर सौरभ जैन के पास, 15 प्रतिशत शेयर शुभम गोस्वामी के पास और 35 प्रतिशत शेयर अपने पास रखा। ओबिक फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सौरभ चंद्राकर की भूमिका होने की वजह से ईडी ने छापेमारी की, जहां से आरोपी सौरभ जैन और शुभम गोस्वामी को पकड़कर रायपुर ले गए।

महादेव आईडी के तीन ऑपरेटर्स से पूछताछ

ईडी की टीम ने मोहन नगर थाना में दर्ज एफआईआर के आधार पर आरोपी राम प्रवेश और खड़क सिंह राजपूत को शुक्रवार को पकड़ा। उक्त मामले में ईडी ने महादेव ऐप आईडी के सरगना ऑपरेटर आलोक राजपूत को रायपुर ईडी दफ्तर बुलाया। शनिवार को आलोक राजपूत ईडी कार्यालय पहुंचा। फिलहाल तीनों आरोपियों से ईडी पूछताछ कर रही है। बता दें कि इस मामले में मोहन नगर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया था। जांच के बाद सौरभ चंद्राकर समेत दो नाम इस केस में जोड़े थे। पुलिस ने धारा 420 को जोड़ते हुए कार्रवाई की। कई सफेदपोशों ने दबाव बनाया था। इस केस की जांच के बीच मोहन नगर थाना के दो टीआई बदल चुके थे।

सट्टा पट्टी लिखता था सौरभ चंद्राकर

ऑनलाइन सट्टा कारोबारी सौरभ चंद्राकर भिलाई में पहले मैनुअली सट्टा पट्टी लिखने का काम करता था। इसके बाद उसने जुनवानी रोड में जूस फैक्ट्री खोली। फिर उसने रवि उप्पल के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टा ऐप महादेव क्रिएट किया। इसके बाद कोरोना का फायदा उठाते हुए वर्ष 2019 से ऑन लाइन सट्टा महादेव ऐप शुरु कर दिया। यह धंधा बहुत तेजी से चल पड़ा। उसके बाद पुलिस की डर से दुबई भाग गया, जहां ऑनलाइन सट्टा ऐप महादेव को बड़े पैमाने पर चलाने लगा। अंडर वर्ल्ड डॉन दाउद के संपर्क में आया। इसके बाद भिलाई के कई युवकों को बुलाकर उन्हें ऐप चलाने की ट्रेनिंग दी। अलग- अलग काम बांट दिए।