ऑनलाइन सट्टा एप: ASI चंद्र भूषण वर्मा समेत चार आरोपी सात दिन की ईडी रिमांड पर

ईडी कार्यालय में मनेगा अब रक्षाबंधन त्योहार

CG Prime News@रायपुर. ऑनलाइन सट्टा अप के मामले में गिरफ्तार एएसआई चंद्र भूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर कथित हवाला ऑपरेटर भाइयों अनिल और सुनील दम्मानी की रिमांड 7 दिन बढ़ा दी गई है। ईडी ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोट ने मामले की सुनवाई के बाद आरोपियों को 7 दिन की रिमांड पर ईडी के हवाले कर दिया। गौरतलब है कि ऑनलाइन सट्टा एप मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों की रिमांड खत्म होने पर विशेष न्यायधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अजय सिंह राजपूत की कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड बढ़ा दी है। आरोपियों की अगली सुनवाई 5 सितंबर 2023 को होगी।

जानकारी के मुताबिक ईडी ने एएसआई चंद्र भूषण वर्मा को छत्तीसगढ़ का मुख्य लाइजनर बताया गया है। चंद्र भूषण ने दुबई से संचालित ऑनलाइन सट्टा एप महादेव के प्रमोटरों से हवाला के जरिए हर महीने मोटी रकम लेता था। इसे पुलिस अधिकारियों और राजनीतिक रूप से जुड़े लोगों को संरक्षण राशि के रूप में बांट रहा था।‌ ईडी को अब तक की जांच से पता चला है कि करीब 65 करोड़ नकद मिले हैं, जिसे चंद्र भूषण वर्मा ने रिसीव किया। उसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं को बांटा है। चंद्र भूषण वर्मा पुलिस में भी बहुत बड़े पोस्ट में नहीं था, लेकिन अपने संबंधों और रवि उप्पल की भेजें रिश्वत से मिले पैसों को वह यहां के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रभावित करने में कामयाब रहा। ASI वर्मा ने स्वीकार किया है कि वह कई बड़े ताकतवर लोगों से हर महीने बड़ी रकम रिश्वत में ले रहा था। उसका भुगतान भी कर रहा था। साथ ही वर्मा ने यह भी स्वीकार किया है कि 2022 में पुलिस की कार्रवाई के बाद रिश्वत की मांग रकम भी बढ़ाई गई। मामलों को कम करने और कार्रवाई को स्थानीय सट्टेबाजों तक सीमित करने और भविष्य में किसी भी कार्रवाई को रोकने के लिए रिश्वत की रकम बढ़ाई गई थी। जिन्होंने मासिक या फिर नियमित आधार पर बड़ी रिश्वत दी गई।

आरोपियों को ईडी के हवाले 7 दिन की रिमांड पर

ईडी ने 8 दिन की रिमांड की मांगी की थी। ईडी अब एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल और सुनील दम्मानी से पूछताछ करेगी। बताया जा रहा है कि रिमांड के दौरान चंद्रभूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर ने सट्टेबाजी के खेल और इसके पैसों के लेनदेन से जुड़े कई नेताओं और पुलिस अधिकारियों- कर्मचारियों के नाम ईडी के सामने लिए हैं। आरोपियों के कथन अनुसार अभी सट्टेबाजी मामले में कुछ और आरोपी गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। एक के बाद एक लोगों को भुलाकर ईडी पूछता कर रही है। राज्य के पुलिस महकमें और राजनीति से जुड़े लोग में दहशत है।