पुरानी रंजिश में केस को सुलह कराने को लेकर होता था विवाद
CG Prime News@Bhilai. दुर्ग उतई टैंपो स्टैंड चौक पर युवक की बेरहमी पूर्वक लोहे की रॉड और पेचकस से पिटाई कर अधमरा करने वाले एक नाबालिग समेत 9 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चाकू, कैंची, लोहे का रॉड, हॉकी स्टीक, वीडियो बनाने वाला मोबाइल और 3 बाइक को जब्त किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 370, 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों पकड़ने के बाद धारा 294, 506, 143, 147, 148 भादवि 25, 27 आर्म्स एक्ट जोड़ा है।
कोतवाली टीआई महेश ध्रुव ने बताया कि घटना मंगलवार सुबह 11.30 बजे दुर्ग उतई टैंपो स्टैंड चौक की है। मोचीपारा वार्ड-40 निवासी गौतम कन्नौजे (23 वर्ष) को पुरानी रंजिश को लेकर आरोपी गणेश उड़िया, नागेश उड़िया, भूपेन्द्र कुमार और उसके साथियों ने चाकू, कैंची, लोहे का रॉड से सिर, सीना एवं शरीर के अन्य स्थानों पर बेरहमी से चौक पर सरेआम मारा। इतनी बेरहमी से मारते रहे। उसे अधमरा कर दिया। लोग खड़े होकर तमाशबीन बने थे। किसी ने पुलिस को सूचना नहीं दिया। आस पास की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। मामले में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की खोजबीन शुरु की। टीम ने रातभर पूरे मोहल्ले में खोजा गया। 21 घंटे के अंदर आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
मामले में पकड़ाए आरोपी
टीआई ने बताया कि आरोपी गणेश नागेश पिता गजेन्द्र नागेश (20 वर्ष), कलेश पात्रे पिता त्रिवेन्द्र पात्रे (19 वर्ष), निकेश पात्रे पिता त्रिवेन्द्र पात्रे (22 वर्ष), भूपेन्द्र कुमार पिता जलन्धर (26 वर्ष), सम्मू कुमार पिता कैलाश (19 वर्ष), फिरोज सोनी पिता विजू सोनी (22 वर्ष), रोशन डोगरे पिता राजेन्द्र डोगरे उम्र (26 वर्ष), विजेन्द्र बन्छोर पिता धनश्याम (28 वर्ष) और एक 15 वर्षीय नाबालिग को गिरफ्तार किया है।
रात भर खोजबीन कर आरोपी को पकड़ा
उक्त कार्यवाही में उपनिरीक्षक आदोराम साहू, खगेन्द्र पठारे, सहायक उपनिरीक्षक किरेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक हरीशंचद चौधरी, मनेन्द्र वर्मा, महिला प्रधान आरक्षक चम्पाकली यादव, आरक्षक राधेश्याम चन्द्राकर, रविन्द्र सिंह, अनुप साहू, विकास ठाकुर, त्रिलोचन ठाकुर, श्रवण प्रजापति, हितेन्द्र कोसरे, कमलेश वर्मा, ललीत साहू, संजीव सोनी, लव पाण्डेय, अलाउद्दीन शेख, महिला आरक्षक सपना राजपूत, सपना चौहान एवं थाना स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।