वारदात में इस्तेमाल चाकू को ऑनलाइन फ्लिपकार्ट से बुलाए थे आरोपी
बलौदाबाजार। सिटी कोतवाली पुलिस (City Kotwali Police) ने ग्राम परसाभदेर में हुए अंधे कत्ल का 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशआनदेही पर चाकू जब्त की। पुलिस के मुताबिक हत्या में प्रयुक्त चाकू ऑनलाइन फ्लिपकार्ट से मंगाया गया था। पुलिस ने आरोपी साहिल गेंडरे और अमोन मारिस पीटर के खिलाफ धारा 103, 3(5) बीएनएस और 25 ,27 आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की। (Blind murder solved within 24 hours, two accused arrested)
हत्या की घटना और जांच प्रक्रिया
सिटी कोतवाली पुलिस ने बताया कि 4 मार्च 2025 को ग्राम परसाभदेर में एक युवक गंभीर हालत में पड़ा है। स्थानीय लोगों ने उसे जिला अस्पताल बलौदाबाजार में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान ज्ञानेश मिश्रा के रूप में हुई। उसके शरीर पर धारदार हथियार से वार करने के निशान थे। थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान FSL टीम और साइबर सेल की टेक्निकल टीम ने घटनास्थल से अहम साक्ष्य एकत्रित किए। इसके आधार पर साहिल गेण्डरे और अमोन मारिस पीटर की संलिप्तता सामने आई।
हत्या का कारण और खुलासा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 03-04 मार्च 2025 की रात को वे ग्राम परसाभदेर के शहीद चौक के पास खड़े थे। उसी दौरान मृतक ज्ञानेश मिश्रा वहां पहुंचा और दोनों से सुनसान जगह पर खड़े होने का कारण पूछा और विवाद करने लगा। इस पर गुस्साए आरोपियों ने अपने पास रखे चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गए। मुख्य आरोपी साहिल गेण्डरे का आपराधिक रिकार्ड रहा है। उसके खिलाफ थाना सिटी कोतवाली में पहले से 5 संगीन मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट और हत्या के प्रयास से जुड़े अपराध शामिल हैं।
हत्या में प्रयुक्त हथियार
हत्या में इस्तेमाल चाकू साहिल ने दो साल पहले ऑनलाइन फ्लिपकार्ट से खरीदा था। जांच के दौरान FSL रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अहम सुराग मिले, जिससे आरोपियों की पहचान पुख्ता हुई। पुलिस ने 5 मार्च को आरोपी परसाभदेर मिशन वार्ड – 13 निवासी साहिल गेण्डरे (22 वर्ष) और अमोन मारिस पीटर (25 वर्ष) को गिरफ्तार किया। न्यायिक रिमांड पर भेजे गए। एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है, ताकि अपराध के सभी पहलुओं को उजागर किया जा सके।
