रावण का किरदार निभाने वाली सातवीं पीढ़ी
दुर्ग. अहंकार और बुराई रुपी रावण अभी जिंदा है,जी हां हम बात कर रहे हैं बुराई रुपी रावण की जो सदियों से लेकर आज तक जिंदा है। इसी बुराई के अंत को दर्शाने हमारे दुर्ग शहर के कलाकार जीवन ताम्रकार रावण की भूमिका निभा रहे हैं।
पिछले कई सालों से लगातार दशहरा पर रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले जीवन सातवीं पीढ़ी है।जो अपनी कला के माध्यम से दशहरा के मैदान पर रावण के किरदार को जीवंत कर देते हैं।
रावण के हिसाब से शरीर फिट बैठता है इसलिए निभाता हूं किरदार
आज हम जब इस किरदार से मिलने उनके निवास पर पहुंचे तो वे रावण के किरदार को निभाने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने ने चर्चा के दौरान बताया कि पिछले कुछ सालों से वे रावण का किरदार निभाते आ रहे हैं। पुछने पर की आपने आखिर रावण का किरदार ही क्यों चुना तो उन्होंने कहा कि, दोस्तों ने कहा था कि आपके शरीर के हिसाब से रावण के कैरेक्टर में फिट बैठते हो,तब से मैं रावण बनकर दशहरा के मैदान पर जाता हूं।
रावण का किरदार निभाने वाली सातवीं पीढ़ी
रामलीला मंडली तमेर पारा द्वारा सौ वर्ष पूर्व से दुर्ग के दशहरा पर रामलीला का मंचन किया जा रहा है। जिसमें रावण का किरदार निभाने वाले जीवन ताम्रकार सातवीं पीढ़ी है।इस विषय पर कलाकार जीवन का कहना है कि मैं रावण बनकर लोगों को संदेश देने का प्रयास करता हूं, कि हमेशा बुराई की ही अंत होती है। इसलिए आप सभी अपने अंदर की बुराई रुपी रावण का अंत स्वयं करें।