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रायपुर। राजधानी के फोम फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लगने से एक मजदूर जिंदा जल गया। बताया जा रहा है कि घटना के समय फैैक्ट्री में करीब 17 मजदूर काम कर रहे थे, अचानक आग लगते ही सभी इधर उधर भागने लगे। लेकिन एक शख्स भीषण आग की चपेट में आ गया। आग लगते ही वह बचने के लिए चीखने लगा लेकिन जलकर उसकी मौत हो गई।

शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई

बता दें कि यह पूरा मामला मंदिर हसौद थाना क्षेत्र का है। इस दर्दनाक हादसे में 18 वर्षीय मजदूर त्रिलोचन ध्रुव की जिंदा जलकर मौत हो गई। मृतक मूलतः धमतरी जिले के मगरलोड का निवासी था। बताया जा रहा है कि आग की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। करीब 3 घंटे तक कड़ी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया गया। घटना 27 जून की शाम 7 बजे की है। शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है।

केमिकल और फोम से फैली आग

फैक्ट्री प्रभारी अविनाश सिंह के मुताबिक, यह फोम फैक्ट्री 6 एकड़ में फैली हुई है, जहां गद्दे बनते हैं। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का कारण माना गया है। आग लगते ही फोम और केमिकल के संपर्क में आने से आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया।

रायपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में एक नाबालिग को, जिस पर 14 वर्षीय लड़की के अपहरण और बलात्कार का आरोप था, जमानत दे दी है. कोर्ट ने इस निर्णय में नाबालिग की शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिति की रिपोर्ट को आधार बनाया। जस्टिस संजय कुमार जायसवाल की एकल पीठ ने निचली अदालतों के जमानत अस्वीकार करने के आदेश को रद्द करते हुए नाबालिग को जमानत दी।

साथ ही, नाबालिग के पिता, जो जमानत के जमानती हैं, को यह हलफनामा देने का निर्देश दिया गया कि उनका बेटा ‘असामाजिक तत्वों’ के संपर्क में नहीं आएगा और यदि वह किसी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल होता है, तो वे इसकी सूचना पुलिस को देंगे।

नाबालिग 16 फरवरी से न्यायिक हिरासत में

प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंसेज एक्ट का मामला बालोद पुलिस स्टेशन में फरवरी 2025 में दर्ज किया गया था। पीड़िता की मां ने नाबालिग के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने उनकी 14 वर्षीय बेटी का अपहरण किया और बाद में उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित किए।

नाबालिग 16 फरवरी से न्यायिक हिरासत में था। इसके बाद, नाबालिग के पिता ने निचली अदालतों द्वारा उनके बेटे की जमानत अस्वीकार किए जाने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।

फोरेंसिक रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं

हाईकोर्ट ने प्रोबेशन अधिकारी द्वारा दायर सामाजिक स्थिति रिपोर्ट को भी ध्यान में रखा। रिपोर्ट के अनुसार, नाबालिग के माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और अपने बेटे के साथ एक गांव में रहते हैं। नाबालिग सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कक्षा ग्यारह का नियमित छात्र है और छठी कक्षा से सरकारी जनजातीय छात्रावास में रहता है।

रिपोर्ट में कहा गया कि नाबालिग के रिश्तेदारों और परिचितों ने उसके व्यवहार को अच्छा बताया है और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। इसमें यह भी उल्लेख किया गया कि नाबालिग और पीड़िता के बीच दोस्ती और प्रेम संबंध थे, और वे फोन पर बातचीत करते थे। हालांकि, लोक अभियोजक ने जमानत का विरोध करते हुए कहा कि फोरेंसिक रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।

डेस्क। Celebrity death मनोरंजन जगत से एक बुरी खबर सामने आ रही है। ‘कांटा लगा’ गाने से मशहूर हुईं अभिनेत्री शेफाली जरीवाला नहीं रहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्डिएक अरेस्ट से उनकी मौत हुई है। 27 जून की रात शेफाली को अचानक सीने में दर्द की शिकायत हुई। उनके पति और अभिनेता पराग त्यागी तुरंत अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। शेफाली के निधन से उनके प्रशंसक हैरान-परेशान हैं और सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

1 गाने ने बदल दी थी शेफाली की किस्मत

फिल्म इंडस्ट्री से लेकर टीवी इंडस्ट्री की ऐसी कई हस्तियां हैं, जिन्होंने बेहद कम समय में अपनी जबरदस्त पहचान बनाई। शेफाली भी उन्हीं अभिनेत्रियों में से एक थीं, जिन्होंने महज 19 साल की उम्र में मनोरंजन जगत में कदम रखते ही तहलका मचा दिया था। साल 2002 में म्यूजिक वीडियो ‘कांटा लगा’ से उन्होंने इंडस्ट्री में कदम रखा। उनका ये गाना इतना हिट हुआ कि ये उनकी पहचान बन गया। आज भी उन्हें इसी के लिए याद किया जाता है।

मीका सिंह ने भी जताया दुख

शेफाली के निधन की खबर से न सिर्फ उनके चाहनेवाले, बल्कि इंडस्ट्री से जुड़े सितारे भी परेशान हैं। अभिनेता अली गोनी और दिव्यांका त्रिपाठी समेत कई सितारों ने शेफाली के निधन पर शोक जताया है। गायक मीका सिंह ने भी इस दुखद खबर पर हैरानी जताते हुए शेफाली को श्रद्धांजलि दी है। शेफाली के पति 3 अन्य लोगों के साथ उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अस्पताल पहुंचने से पहले ही शेफाली की मौत हो चुकी थी।

स्कूली दिनों में शेफाली को पड़ते थे मिर्गी के दौरे

शेफाली ने पिछले साल एक इंटरव्यू में बताया था कि स्कूल के दिनों में उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते थे। तब वह बहुत असहाय महसूस करती थीं। शेफाली ने बताया था कि 15 की उम्र में उन्हें पहली बार मिर्गी का दौरा पड़ा था। Celebrity death खासकर ‘कांटा लगा’ के बाद जब वह शूटिंग कर रही थी, उस दौरान वह इस बीमारी से काफी परेशान थीं। उन्होंने बताया था कि उस उम्र में निराशा और लाचारी को व्यक्त करना नामुमकिन था।

पराग से कब मिली थीं शेफाली?

शेफाली और पराग की शादी साल 2014 में हुई थी। जब शेफाली-पराग की पहली मुलाकात हुई थी, तब शेफाली अपने तलाक के मुश्किल वक्त से गुजर रही थीं। कहा जाता है कि शेफाली को पराग की सादगी बहुत पसंद आई थी। साथ ही उनकी देखभाल करने वाली आदत ने भी अभिनेत्री का दिल जीत लिया था। पहले दोनों के बीच दोस्ती हुई और बाद में डेटिंग भी शुरू हो गई थी। यही दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई

जगदलपुर। Snake bite in cg छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के मद्देड ब्लॉक के तोयनार गांव में दस माह की बच्ची को करैत सांप ने डस लिया। गंभीर हालत में बच्ची को जगदलपुर के मेकाज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चार दिनों से ज्यादा समय तक बच्ची जीवन और मृत्यु के बीच जूझती रही। आखिरकार डॉक्टरों की कड़ी मशक्कत के बाद उसकी जान बच गई।बताया गया कि तोयनार निवासी अनिल उरसा 16 जून की रात अपनी 10 माह की बच्ची अल्पना को लेकर सोया था।

बेहोशी की हालत में

अचानक रात में एक करैत सांप ने बच्ची के हाथ की उंगली को डस लिया। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर उठा तो पास ही सांप बैठा हुआ था। परिजन तत्काल ही बच्ची को लेकर बीजापुर अस्पताल पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर रेफर कर दिया गया। बच्ची को जिस समय अस्पताल लाया गया, वह बेहोशी की हालत में थी। बच्ची की हालत को देखते ही उसे तत्काल वेंटिलेटर में रखा गया। 4 दिनों तक शिशु वार्ड के चिकित्सकों की निगरानी में बच्ची को रखा गया।

97 घंटे बाद बच्ची वेंटिलेटर से बाहर

आखिरकार 97 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची को वेंटिलेटर से बाहर निकाला गया। अब बच्ची की हालत पूरी तरह से ठीक होने पर उसे डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनुरूप साहू ने बताया कि बच्ची को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था। उसे जहरीले सांप ने काटा था। बच्ची को 4 दिनों तक 24 घंटे शिशु वार्ड के चिकित्सकों की विशेष निगरानी में रखा। करीब 97 घंटे बाद बच्ची वेंटिलेटर से बाहर आई।

उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में अधिकांश सर्प दंश के मामले आते हैं। जागरूकता की कमी की वजह से कई बार ग्रामीण देसी इलाज के चक्कर में पड़ जाते हैं। जिस वजह से कई लोगों की मौत हो जाती है।

कोरबा। Korba Amit Sahu Murder Case: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 25 साल के युवक की फिरौती के इरादे से की गई हत्या के मामले में 3 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। बता दें कि करतला थाना क्षेत्र में 14 फरवरी 2024 को अमित साहू (25) की बोलेरो गाड़ी से कुचलकर और पत्थर से सिर कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। कोर्ट ने इस हत्याकांड में तीनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, मृतक अमित साहू का पड़ोसी हेमलाल दिव्य (28), पवन कंवर (27) और राजेश लहरे (24) ने फिरौती के लिए साजिश रची। उन्होंने पहले गांव के एक व्यक्ति से झांसा देकर मोबाइल छीना और उससे अमित के भाई अजय को फोन कर गाड़ी मंगवाई। रास्ते में नकाबपोश आरोपियों ने अमित को रोका, हाथ-पैर बांधे और जंगल ले जाकर फिरौती मांगी। अमित द्वारा पहचान लिए जाने पर उन्होंने उसे बोलेरो से सात-आठ बार कुचला और सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर दी।

इस दौरान अमित ने गिड़गिड़ाते हुए छोड़ देने और पैसे देने की बात कही, लेकिन आरोपियों ने उसकी एक नहीं सुनी। उन्होंने उसे उसकी ही बोलेरो से 7-8 बार कुचल दिया। जब भी वह तड़पता और सांसें चलतीं, वे फिर से गाड़ी चढ़ा देते। लेकिन जब उसकी मौत नहीं हुई तो आरोपियों ने अमित के सिर पर भारी पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। बता दें कि मृतक के दो छोटे बच्चे हैं, और गांव में आरोपियों के प्रति आक्रोश बना हुआ है।

इस तरह हुई घटना

इस हत्याकांड में तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार नंदे की अदालत ने आरोपी हेमलाल दिव्य (28), पवन कंवर (27) और राजेश लहरे (24) को दोषी पाया और उन्हें तीनों आरोपियों को दोषी मानते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है। शासकीय अभिभाषक कृष्णा द्विवेदी के अनुसार, तीनों आरोपियों को धारा 302 के तहत आजीवन कारावास, धारा 201 के तहत 3 वर्ष और धारा 120-बी के तहत 7 वर्ष की सजा सुनाई गई है।

उल्लेखनीय है कि तीनों आरोपी मृतक के ही गांव के रहने वाले और पड़ोसी हैं। इस फैसले से न्याय की जीत हुई है और समाज में एक कड़ा संदेश गया है कि ऐसे जघन्य अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कटघोरा। dam break in cg छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित राखड़ बांध शुक्रवार की सुबह भारी बारिश के चलते टूट गया। आचानक बांध टूटने से गांव में हड़कंप मच गया। बांध टूटने से राखड़ का सैलाब गांव में घुस गया। आनन फानन में ग्रामीणों को अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि सीएसईबी प्रबंधन की लापरवाही के चलते बांध धराशाही हुआ है। घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के साथ प्रशासनिक अमला गांव पहुंचकर गांव खाली कराने में जुटा है।

आखिर कैसे हुई घटना

हालांकि अभी तक घटना से किसी जनहानि की सूचना नहीं मिली है। मिली जानकारी के अनुसार कटघोरा के ग्राम डिंडोलभाटा के पास स्थिति छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल यानी सीएसईबी के राखड़ बांध का एक हिस्सा शुक्रवार की सुबह करीब 4 बजे तेज बारिश के कारण ढह गया। इससे बांध के अंदर जमा राखड़ पानी के साथ गांव में घुस गया।  राखड़ का मलबा काफी तेजी से गांव की गलियों, घरों और खेतों में फैल गया। घटना के समय अधिकांश ग्रामीण अपने घरों में सो रहे थे। कुछ ग्रामीण जाग चुके थे, उन्होंने देखा कि राखड़ का तेज बहाव गांव की ओर बढ़ रहा है।

राहत और बचाव अभियान शुरू

उन्होंने शोर मचाकर इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों की दी। इससे गांव में हड़कंप मच गया है। ग्रामीण अंधेरे में ही अपने परिवार और बच्चों को लेकर सुरक्षित स्थानों की भागे। कुछ बुजुर्ग चल नहीं पा रहे थे, उन्हें स्थानीय युवकों ने निकालने में मदद की। जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशानिक अमला मौके पर पहुंचा और राहत और बचाव अभियान शुरू किया। प्रशासन ने गांव को खाली कराते हुए प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

साथ ही ग्रामीणों को ठहराने के लिए राहत शिविर की भी व्यवस्था की जा रही है। लोगों के लिए भोजन, पानी, और अस्थायी आश्रय की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

सीएसईबी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि घटना सीएसईबी प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुई है। सीएसईबी प्रबंधन ने बांध की मरम्मत और रखरखाव में लापरवाही बरते हुए ध्यान नहीं दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि बांध में पहले से ही रिसाव की शिकायत थी। प्रबंधन को इसकी जानकारी थी, उसके बाद भी इसे नजर अंदाज किया गया है। dam break in cg प्रबंधन ने बारिश से पहले बांध की मरम्मत और मजबूती की जांच नहीं की। इसी का परिणाम आज ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

घटना के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने सीएसईबी प्रबंधक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना से हम लोग भरी बरसात में बेघर हो गए हैं। घर ही नहीं फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने मांग की है कि सीएसईबी प्रबंधक उन्हें नुकसान की भरपाई तत्काल करें। उन्हें शीघ्र ही मुआवजा दिया जाए। साथ ही ग्रामीणों ने बांध को पूरी तरह से गांव से हटाने की मांग की है। ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित करने का आश्वासन दिया है।

दूसरी ओर मौसम विभाग ने क्षेत्र में अगले 24 घंटों में और बारिश की चेतावनी दी है। जिसके चलते प्रशासन ने गांव वालों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। कहा जा रहा है कि अगर फिर से तेज बारिश होती है तो यहां बड़ी तबाही मच सकती है।

रायपुर। राजधानी के खरोरा थाना अंतर्गत बेलदारशिवनी गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गांव की एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की की क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई। घटना का खुलासा उस समय हुआ जब 27 जून की सुबह लड़की का शव गांव के पास एक खेत में खून से लथपथ हालत में मिला।

लापता हुई थी दोपहर में, शव मिला अगली सुबह

परिजनों के अनुसार, पीड़िता 26 जून को दोपहर 1 बजे अचानक घर से गुम हो गई थी। परिजनों और ग्रामीणों ने रातभर क्षेत्र में उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सुबह खेत में शव मिलने के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया।

पत्थर और चाकू से की गई नृशंस हत्या

पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, चाकू और पत्थर से हमला कर लड़की की निर्मम हत्या की गई है। घटना स्थल से चाकू बरामद कर लिया गया है। फिलहाल आरोपी फरार है। वहीं बताते चलें कि खरोरा पुलिस ने मामले में विशेष टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है। आसपास के गांवों में सघन पूछताछ की जा रही है। साथ ही मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।

ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग

घटना से गांव में डर और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से त्वरित गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है। पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

रायपुर। Cg govt cabinet meeting छत्तीसगढ़ सरकार की मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक खाद्य मंत्री दयालदास बघेल की अध्यक्षता में नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में संपन्न हुई। बैठक में धान के रिकॉर्ड उपार्जन, उसके त्वरित निराकरण और क्रेताओं को आ रही तकनीकी दिक्कतों को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केंद्रीय खाद्य मंत्री से भेंट कर 70 लाख मीट्रिक टन से अधिक चावल केंद्रीय पूल में जमा करने का लक्ष्य बढ़ाने का अनुरोध किया है, जिस पर केंद्र सरकार ने सकारात्मक विचार का आश्वासन दिया है।

बैठक में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, सहकारिता मंत्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा समेत खाद्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस निर्णय से प्रदेश के राइस मिलर्स में उत्साह है और राइस मिलर्स एसोसिएशन ने सरकार का आभार जताया है।

बैठक के प्रमुख बिंदु

  • खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में किसानों से 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई, जो राज्य गठन के बाद अब तक का सर्वाधिक उपार्जन है।
  • इस उपार्जन में से 35 लाख मीट्रिक टन अतिशेष धान के विक्रय के लिए ई-नीलामी (ई-ऑक्शन) का निर्णय लिया गया।
  • प्रथम चरण में 18.91 लाख मीट्रिक टन धान का सफल निराकरण किया गया।
  • शेष स्टॉक के लिए प्राइस मेचिंग की सुविधा दी गई है, ताकि पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा बनी रहे।
  • जिन निविदाकारों द्वारा निर्धारित समय में सुरक्षा निधि या खरीद मूल्य जमा नहीं किया गया था, उन्हें 15 जुलाई 2025 तक का समय दिया गया।
  • खरीफ वर्ष 2023-24 के चावल जमा करने की समय-सीमा बढ़ाकर 5 जुलाई 2025 की गई।
  • प्राइस मेचिंग प्रक्रिया में आ रही तकनीकी दिक्कतों के समाधान के लिए महाप्रबंधक (विपणन) की अध्यक्षता में एक तकनीकी समिति गठित की गई है।

कोरबा। Katghora Jama Masjid Incident: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कटघोरा के जामा मस्जिद में जमकर बवाल हो गया। बताया जा रहा है कि सामाजिक बैठक के दौरान यह विवाद हुआ, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए और एक व्यक्ति की जमकर पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। पूरा मामला कटघोरा थाना क्षेत्र के पुरानी बस्ती का है।

बता दें कि पीड़ित लईक मोहम्मद के साथ गाली-गलौच और मारपीट की गई। मामले में दोनों पक्षों की ओर से शिकायत की गई है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।

आखिर क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, 22 जून की रात साढ़े 9 बजे बैठक हो रही थी। तभी मशवरा के दौरान किसी बात को लेकर बहस बढ़ी और लोग मारपीट पर उतर आए। 25 लोगों ने मिलकर अटैक किया है, जिसमें कुछ नागपुर के लोग भी शामिल हैं। वारदात के बाद दोनों पक्षों से शिकायतें सामने आई हैं, जिनमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

पीड़ित लईक मोहम्मद ने कटघोरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि डॉ शेख इश्तियाक की फैमिली और उससे जुड़े करीब 25 लोगों ने उन पर हमला किया। उन्हें पेट में चोटें आई हैं। वे इस हमले से मानसिक रूप से भी डरे हुए हैं। उन्होंने पुलिस से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग भी की है।

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना

इस मामले में कटघोरा थाना प्रभारी धर्मनारायण तिवारी ने बताया कि कटघोरा बस्ती में मस्जिद में मारपीट का मामला सामने आया है। जहां दोनों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। कटघोरा थाना क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं।

हाल ही में, एक अन्य मामले में, भाजपा नेत्री ज्योति महंत द्वारा एक ग्रामीण के साथ मारपीट करने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें थाना परिसर में भी पीटा गया था। इस घटना ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं और पुलिस पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया गया था।

सरगुजा। Road Accident: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया। दो ट्रकों में आमने-सामने की टक्कर में एक चालक की मौत हो गई। हादसे के बाद पुलिस ने दूसरे ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना सीतापुर थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के अनुसार, यह हादसा रात करीब 12 बजे हुआएक ट्रक अंबिकापुर की ओर से आ रही थी, जबकि दूसरी ट्रक सीतापुर की दिशा से आ रही थी। सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-43 पर राधापुर बैरियर के पास तेज रफ्तार में साइड लेने के दौरान दो ट्रकों के बीच आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई।, जिसमें एक ट्रक ड्राइवर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. सूचना मिलते ही सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची और दूसरे ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया.

11 घंटे तक हॉस्पिटल के गेट के पास पड़ा रहा शव

बता दें कि ट्रेलर चालक के शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर लाया गया। रात को चौकीदार के नहीं रहने पर चालक के शव को पुलिस हॉस्पिटल के गेट के पास छोड़कर चली गई। 11 घंटे तक ट्रेलर चालक का शव हॉस्पिटल में गेट के पास पड़ा रहा। शव के पड़े रहने से हॉस्पिटल पहुंचने वाले परेशान रहे।

BMO ने कही ये बात

इस लापरवाही पर सीतापुर MO डॉ. शिव नारायण पैकरा ने कहा कि हॉस्पिटल परिसर में पोस्टमॉर्टम हाउस बना हुआ है, जहां शव को रखा जाना चाहिए था। पुलिस ने शव को हॉस्पिटल में ही छोड़ दिया था। पुलिसकर्मी पहले भी कई बार ऐसा ही करते हैं।

चालक का शव 11 बजे तक शव हॉस्पिटल में पड़ा रहा, जबकि ओपीडी सुबह 8 बजे से शुरू हो जाती है और लोग पहुंचने लगते हैं। पुलिस द्वारा शव को किसी काउंटर के सामने छोड़ देने पर संबंधित विभाग या काउंटर का काम भी बंद हो जाता है।

जांच में जुटी पुलिस

फिलहाल पुलिस दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि अत्यधिक तेज रफ्तार और साइड लेने में हुई लापरवाही इस दर्दनाक हादसे की वजह बनी। पुलिस सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है ताकि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।

बिश्रामपुर। Chain snatching in vishrampur एसईसीएल की टूए कॉलोनी क्वार्टर नंबर 114 निवासी डीएवी पब्लिक स्कूल बिश्रामपुर की शिक्षिका नीलम पांडेय मंगलवार की शाम अपने एसईसीएल बिश्रामपुर के सेवानिवृत्त कर्मी ऑफिसर एसोशिएशन महासचिव पति के. पांडेय के साथ रोज की तरह शाम को वॉक पर निकली थीं। तभी बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने उनके गले से सोने की चेन छीन ली और विरोध करने पर रिवॉल्वर तान दी।

इस घटना के बाद शहर के सबसे सुरक्षित इलाके का तमगा रखने वाली इस कॉलोनी में भी दहशत फैल गई। घटना का विवरण देते हुए पीडि़त शिक्षिका ने बताया कि, शाम के करीब साढ़े सात बज रहे थे। हम वॉक करके अपने क्वार्टर लौट रहे थे, तभी एक बाइक पर सवार तीन युवक अचानक तेज रफ्तार में आए और मेरे गले में झपट्टा मारा। अपना बचाव करते हुए जब मैंने छाता से बदमाशों पर वार करने की कोशिश की, तो उनमें से एक युवक ने तुरंत रिवॉल्वर निकाल ली और मेरी ओर तान दी।

क्षेत्र में फैल गई दहशत

इस घटना से मैं इतना डर गई कि, हाथ पैंर कांपने लगे। यह मेरे लिए पहला अनुभव था। इसी बीच बदमाश चैन लूटकर मौके से फरार हो गए। इस छीना-झपटी में मैं नीचे गिर गई। जिससे मेरे हाथ-पैर, घुटनों और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं। मुझे तुरंत एसईसीएल के केंद्रीय चिकित्सालय बिश्रामपुर ले जाया गया। भले ही मुझे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन इस घटना से मेरे दिल में घर कर लिया और मैं सोचने पर मजबूत हूं कि आखिर पुलिस प्रशासन कहां है। इस घटना से मैंने न सिर्फ अपनी साढ़े तीन तोला सोने की चेन गवाई बल्कि मनोबल भी गिर गया है।

इतने साल में पहली बार घटना

पीडि़त शिक्षिका के पति पांडेय, जो एसईसीएल के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, ने बताया कि हम कई सालों से इस कॉलोनी में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। इस कॉलोनी को अब तक सुरक्षित माना जाता था, लेकिन अब हालात बदलते दिख रहे हैं। मेरी पत्नी पर हमला और हमारे सामने रिवॉल्वर तान देना, यह सब किसी फिल्म जैसा लग रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही बिश्रामपुर पुलिस मौके पर पहुंची और रिपोर्ट दर्ज की है, लेकिन अब तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

पुलिस ने नहीं बढ़ाई गश्त

इस घटना के बाद लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस द्वारा इस इलाके में कभी भी नियमित गश्त नहीं की जाती। अगर कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे होते तो बदमाशों को पकड़ा जा सकता था। करीब दो माह पहले कुमदा कॉलोनी में भी एक महिला के साथ चैन स्नैचिंग की घटना हुई थी। वह महिला मंदिर से लौट रही थी जब उसकी चेन छीनी गई थी। उस मामले में भी पुलिस अभी तक आरोपी तक नहीं पहुंच सकी है।

टीआई विश्रामपुर ने क्या कहा…

बिश्रामपुर थाना प्रभारी टीआई अलरिक लकड़ा ने बताया कि कॉलोनी के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्ध युवकों की पहचान के प्रयास जारी हैं।

रायपुर। राजनीतिक रसूख के दम पर 15 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी बिलासपुर निवासी केके श्रीवास्तव को भोपाल के एमरॉल्ड होटल से गिरफ्तार किया है। आरोपी को रविवार देर रात या सोमवार को रायपुर लाया जाएगा।

बेटा अभी भी फरार

श्रीवास्तव पर दिल्ली की कंपनी रावत एसोसिएट्स के संचालक अर्जुन रावत से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर 15 करोड़ की ठगी का आरोप है। शिकायतकर्ता अर्जुन रावत के अनुसार, श्रीवास्तव ने रायपुर में 500 करोड़ के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काम दिलाने का झांसा दिया और एक बड़े नेता से मुलाकात भी कराई।

काम के बदले ‘प्रभावशाली लोगों’ को देने के लिए 15 करोड़ लिए गए, लेकिन काम नहीं मिला। जब रावत ने पैसे वापस मांगे तो टालमटोल की गई, फिर एक चेक दिया गया जो बाउंस हो गया। आखिर में रावत को धमकाया गया। इस मामले में तेलीबांधा थाना में श्रीवास्तव और उसके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बेटा अभी भी फरार बताया जा रहा है।

ईडी और EOW दोनों कर रहे जांच

तत्कालीन एसएसपी द्वारा श्रीवास्तव को भगोड़ा घोषित कर ईडी और EOW को पत्र लिखा गया था। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने श्रीवास्तव पर 50 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है, जिसकी जांच चल रही है।