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Raigarh Chhattisgarh news

कोरबा। Katghora Jama Masjid Incident: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कटघोरा के जामा मस्जिद में जमकर बवाल हो गया। बताया जा रहा है कि सामाजिक बैठक के दौरान यह विवाद हुआ, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए और एक व्यक्ति की जमकर पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। पूरा मामला कटघोरा थाना क्षेत्र के पुरानी बस्ती का है।

बता दें कि पीड़ित लईक मोहम्मद के साथ गाली-गलौच और मारपीट की गई। मामले में दोनों पक्षों की ओर से शिकायत की गई है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।

आखिर क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, 22 जून की रात साढ़े 9 बजे बैठक हो रही थी। तभी मशवरा के दौरान किसी बात को लेकर बहस बढ़ी और लोग मारपीट पर उतर आए। 25 लोगों ने मिलकर अटैक किया है, जिसमें कुछ नागपुर के लोग भी शामिल हैं। वारदात के बाद दोनों पक्षों से शिकायतें सामने आई हैं, जिनमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

पीड़ित लईक मोहम्मद ने कटघोरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि डॉ शेख इश्तियाक की फैमिली और उससे जुड़े करीब 25 लोगों ने उन पर हमला किया। उन्हें पेट में चोटें आई हैं। वे इस हमले से मानसिक रूप से भी डरे हुए हैं। उन्होंने पुलिस से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग भी की है।

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना

इस मामले में कटघोरा थाना प्रभारी धर्मनारायण तिवारी ने बताया कि कटघोरा बस्ती में मस्जिद में मारपीट का मामला सामने आया है। जहां दोनों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। कटघोरा थाना क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं।

हाल ही में, एक अन्य मामले में, भाजपा नेत्री ज्योति महंत द्वारा एक ग्रामीण के साथ मारपीट करने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें थाना परिसर में भी पीटा गया था। इस घटना ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं और पुलिस पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया गया था।

सरगुजा। Road Accident: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया। दो ट्रकों में आमने-सामने की टक्कर में एक चालक की मौत हो गई। हादसे के बाद पुलिस ने दूसरे ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना सीतापुर थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के अनुसार, यह हादसा रात करीब 12 बजे हुआएक ट्रक अंबिकापुर की ओर से आ रही थी, जबकि दूसरी ट्रक सीतापुर की दिशा से आ रही थी। सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-43 पर राधापुर बैरियर के पास तेज रफ्तार में साइड लेने के दौरान दो ट्रकों के बीच आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई।, जिसमें एक ट्रक ड्राइवर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. सूचना मिलते ही सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची और दूसरे ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया.

11 घंटे तक हॉस्पिटल के गेट के पास पड़ा रहा शव

बता दें कि ट्रेलर चालक के शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर लाया गया। रात को चौकीदार के नहीं रहने पर चालक के शव को पुलिस हॉस्पिटल के गेट के पास छोड़कर चली गई। 11 घंटे तक ट्रेलर चालक का शव हॉस्पिटल में गेट के पास पड़ा रहा। शव के पड़े रहने से हॉस्पिटल पहुंचने वाले परेशान रहे।

BMO ने कही ये बात

इस लापरवाही पर सीतापुर MO डॉ. शिव नारायण पैकरा ने कहा कि हॉस्पिटल परिसर में पोस्टमॉर्टम हाउस बना हुआ है, जहां शव को रखा जाना चाहिए था। पुलिस ने शव को हॉस्पिटल में ही छोड़ दिया था। पुलिसकर्मी पहले भी कई बार ऐसा ही करते हैं।

चालक का शव 11 बजे तक शव हॉस्पिटल में पड़ा रहा, जबकि ओपीडी सुबह 8 बजे से शुरू हो जाती है और लोग पहुंचने लगते हैं। पुलिस द्वारा शव को किसी काउंटर के सामने छोड़ देने पर संबंधित विभाग या काउंटर का काम भी बंद हो जाता है।

जांच में जुटी पुलिस

फिलहाल पुलिस दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि अत्यधिक तेज रफ्तार और साइड लेने में हुई लापरवाही इस दर्दनाक हादसे की वजह बनी। पुलिस सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है ताकि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।

बिश्रामपुर। Chain snatching in vishrampur एसईसीएल की टूए कॉलोनी क्वार्टर नंबर 114 निवासी डीएवी पब्लिक स्कूल बिश्रामपुर की शिक्षिका नीलम पांडेय मंगलवार की शाम अपने एसईसीएल बिश्रामपुर के सेवानिवृत्त कर्मी ऑफिसर एसोशिएशन महासचिव पति के. पांडेय के साथ रोज की तरह शाम को वॉक पर निकली थीं। तभी बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने उनके गले से सोने की चेन छीन ली और विरोध करने पर रिवॉल्वर तान दी।

इस घटना के बाद शहर के सबसे सुरक्षित इलाके का तमगा रखने वाली इस कॉलोनी में भी दहशत फैल गई। घटना का विवरण देते हुए पीडि़त शिक्षिका ने बताया कि, शाम के करीब साढ़े सात बज रहे थे। हम वॉक करके अपने क्वार्टर लौट रहे थे, तभी एक बाइक पर सवार तीन युवक अचानक तेज रफ्तार में आए और मेरे गले में झपट्टा मारा। अपना बचाव करते हुए जब मैंने छाता से बदमाशों पर वार करने की कोशिश की, तो उनमें से एक युवक ने तुरंत रिवॉल्वर निकाल ली और मेरी ओर तान दी।

क्षेत्र में फैल गई दहशत

इस घटना से मैं इतना डर गई कि, हाथ पैंर कांपने लगे। यह मेरे लिए पहला अनुभव था। इसी बीच बदमाश चैन लूटकर मौके से फरार हो गए। इस छीना-झपटी में मैं नीचे गिर गई। जिससे मेरे हाथ-पैर, घुटनों और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं। मुझे तुरंत एसईसीएल के केंद्रीय चिकित्सालय बिश्रामपुर ले जाया गया। भले ही मुझे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन इस घटना से मेरे दिल में घर कर लिया और मैं सोचने पर मजबूत हूं कि आखिर पुलिस प्रशासन कहां है। इस घटना से मैंने न सिर्फ अपनी साढ़े तीन तोला सोने की चेन गवाई बल्कि मनोबल भी गिर गया है।

इतने साल में पहली बार घटना

पीडि़त शिक्षिका के पति पांडेय, जो एसईसीएल के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, ने बताया कि हम कई सालों से इस कॉलोनी में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। इस कॉलोनी को अब तक सुरक्षित माना जाता था, लेकिन अब हालात बदलते दिख रहे हैं। मेरी पत्नी पर हमला और हमारे सामने रिवॉल्वर तान देना, यह सब किसी फिल्म जैसा लग रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही बिश्रामपुर पुलिस मौके पर पहुंची और रिपोर्ट दर्ज की है, लेकिन अब तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

पुलिस ने नहीं बढ़ाई गश्त

इस घटना के बाद लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस द्वारा इस इलाके में कभी भी नियमित गश्त नहीं की जाती। अगर कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे होते तो बदमाशों को पकड़ा जा सकता था। करीब दो माह पहले कुमदा कॉलोनी में भी एक महिला के साथ चैन स्नैचिंग की घटना हुई थी। वह महिला मंदिर से लौट रही थी जब उसकी चेन छीनी गई थी। उस मामले में भी पुलिस अभी तक आरोपी तक नहीं पहुंच सकी है।

टीआई विश्रामपुर ने क्या कहा…

बिश्रामपुर थाना प्रभारी टीआई अलरिक लकड़ा ने बताया कि कॉलोनी के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्ध युवकों की पहचान के प्रयास जारी हैं।

रायपुर। राजनीतिक रसूख के दम पर 15 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी बिलासपुर निवासी केके श्रीवास्तव को भोपाल के एमरॉल्ड होटल से गिरफ्तार किया है। आरोपी को रविवार देर रात या सोमवार को रायपुर लाया जाएगा।

बेटा अभी भी फरार

श्रीवास्तव पर दिल्ली की कंपनी रावत एसोसिएट्स के संचालक अर्जुन रावत से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर 15 करोड़ की ठगी का आरोप है। शिकायतकर्ता अर्जुन रावत के अनुसार, श्रीवास्तव ने रायपुर में 500 करोड़ के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काम दिलाने का झांसा दिया और एक बड़े नेता से मुलाकात भी कराई।

काम के बदले ‘प्रभावशाली लोगों’ को देने के लिए 15 करोड़ लिए गए, लेकिन काम नहीं मिला। जब रावत ने पैसे वापस मांगे तो टालमटोल की गई, फिर एक चेक दिया गया जो बाउंस हो गया। आखिर में रावत को धमकाया गया। इस मामले में तेलीबांधा थाना में श्रीवास्तव और उसके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बेटा अभी भी फरार बताया जा रहा है।

ईडी और EOW दोनों कर रहे जांच

तत्कालीन एसएसपी द्वारा श्रीवास्तव को भगोड़ा घोषित कर ईडी और EOW को पत्र लिखा गया था। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने श्रीवास्तव पर 50 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है, जिसकी जांच चल रही है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित पावर डिफेंस एकेडमी से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां फिटनेस ट्रेनिंग के नाम पर युवतियों के साथ बर्बरता की गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ट्रेनर गौरव कुमार द्वारा की जा रही अमानवीय हरकतें साफ नजर आ रही हैं।

वायरल वीडियो में एक दृश्य में देखा गया कि ट्रेनर एक युवती के पेट पर पांव रखकर खड़ा है, जबकि दूसरी क्लिप में वह युवतियों को मारते और डराते-धमकाते नजर आता है। एक युवती तो डर के मारे कांपती दिखाई दे रही है, लेकिन इसके बावजूद ट्रेनर की हिंसक हरकतें नहीं रुकीं।

देखिए वीडियो

महिला ट्रेनरों की मांग

घटना के सामने आने के बाद आम नागरिकों और सोशल मीडिया यूजर्स में आक्रोश फैल गया है। लोग ट्रेनर गौरव कुमार के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही लड़कियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिटनेस और आत्मरक्षा केंद्रों में महिला ट्रेनर की अनिवार्यता और नियमित निगरानी के स्पष्ट नियम बनाए जाने की भी मांग उठाई जा रही है। फिलहाल पुलिस और प्रशासन द्वारा इस वायरल वीडियो की जांच शुरू कर दी गई है, और संबंधित एकेडमी से जुड़े तथ्यों की पुष्टि की जा रही है।

रायपुर। Mahtari vandan scheme छत्तीसगढ़ की महत्वाकांक्षी और बहुर्चित महतारी वंदन योजना को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। इस योजना से पिछले एक साल के अंदर करीब 80 हजार महिलाओं के नाम काटे जा चुके हैं। इसमें 47 हजार महिलाओं के नाम उनकी मृत्यु होने की वजह से सूची से बाहर किया गया है। इनमें से कई महिलाओं के खाते में मौत के बाद भी लगातार पैसे ट्रांसफर किए जाते रहे हैं। इनमें राजधानी रायपुर के ही 1,927 नाम शामिल हैं।

किनको किया गया बाहर

छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आते ही साल 2024 में महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को प्रति माह एक हजार रुपए की राशि दी जाती है। मार्च 2024 से हर महीने सरकार द्वारा महिलाओं के खाते में राशि डाली जाती है। इस माह 16वीं किस्त 69.30 लाख महिलाओं को जारी की गई है।

कर दिया था गलत आवेदन

दरअसल, जिन महिलाओं के नाम काटे गए, उसकी वजह भी सामने आई है। बताया गया है कि योजना की शुरुआत में कुछ महिलाओं ने ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन किया था।कुछ महिलाओं के आधार कार्ड दस साल से अधिक पुराने होने के कारण निष्क्रिय थे, जिसकी वजह से उनके नाम हटाए गए हैं। कुछ महिलाएं शासकीय सेवा में होने के बाद भी योजना का लाभ ले रही थीं। शिकायत मिलने पर उनके नाम हटाए गए हैं।

नहीं भिजवाई सही जानकारी

कुछ ऐसी महिलाएं भी थीं, जो रिटायरमेंट के बाद पेंशन के साथ इस योजना का भी लाभ ले रही हैं। इसके अलावा मृतक हितग्राही भी हैं, जिनके नाम काटे गए हैं। कुछ महिलाओं की मृत्यु की जानकारी विलंब से मिलने की वजह से विभाग की ओर से राशि भी जारी की गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों, परियोजना अधिकारी और हितग्राहियों के स्वजन की ओर से मृत्यु होने की जानकारी दी जाती है।

पंजीयन पोर्टल के दोबारा खुलने का इंतजार

प्रदेश में अभी भी लाखों महिलाएं योजना से वंचित हैं, जिन्हें पंजीयन पोर्टल का दोबारा खुलने का इंतजार है। ये महिलाएं पहली बार पंजीयन पोर्टल में आवेदन करने से चूक गई थीं।कुछ ऐसी महिलाओं को भी लाभ नहीं मिल पा रहा है, जो डेढ़ वर्षों में योजना के लिए पात्र हो गई हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े पंजीयन पोर्टल को दोबारा खोलने की घोषणा भी कर चुकी हैं।

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में तीन महीने (जून-जुलाई-अगस्त) का राशन एक साथ देने सरकार के निर्णय की वजह से आम लोगों की भारी परेशानी हो रही है। प्रदेश के कई जिलों में राशन दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। लोग सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक लाइन में लगकर तीन महीने का राशन ले रहे हैं। इसी कड़ी में एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर आपके भी होश उड़ जाएंगे।

दरअसल, गरियाबंद के वॉर्ड क्रमांक 3 की राशन दुकान में रविवार सुबह भगदड़ मच गई। शासन ने मानसून को देखते हुए 3 महीने का राशन एक साथ देने के निर्देश दिए हैं। इसी कारण सुबह से ही हितग्राहियों की लंबी कतार लग गई थी। लेकिन वितरण के लिए लगाए गए नए मशीनी सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया।

देखिए भगदड़ का वीडियो

इसी बीच जैसे ही राशन दुकानों के बाहरी गेट खुलते है, लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। इसका मुख्य कारण मोबाइल पर ओ.टी.पी. का न आना ,फिंगरप्रिंट न मिलाना तथा सर्वर का डाऊन रहने के चलते एसा हो रहा है। यह समस्या लगातार बनी हुई है। इसकी वजह से राशन दुकानों में विवाद की स्थिति बन रही है।

रायपुर. कांग्रेस के सीनियर लीडर सचिन पायलट Sachin Pilot is in cg दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को रायपुर पहुंचे। यहां उन्होंने राजीव भवन में कांग्रेस पदाधिकारियों की मैराथन बैठक ली। इस बीच पॉलिटिकल अफेयर्स की मीटिंग में गहमागहमी का माहौल रहा। भूपेश बघेल ने अनुशासनहीनता को लेकर नाराजगी भी जताई। इसके अलावा बताया जा रहा है कि ,उन्होंने चरणदास महंत से भी पूछा कि, आप मुख्यमंत्री पर हमला करने से क्यों बचते हैं? उन्होंने कहा कि, आप नेता प्रतिपक्ष हैं और नेता प्रतिपक्ष को सरकार के खिलाफ मुखर होना चाहिए।

प्रदेश की भाजपा सरकार पर पायलट ने बोला हमला

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर में कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था लचर हो गई है। ऐसा लगता है कि यहां दिल्ली से सबकुछ मैनेज हो रहा, रायपुर का नियंत्रण कम है। जिन्हें शासन चलाने के लिए जनता से आशीर्वाद मिला है, वो भी हर निर्णय के लिए दिल्ली की ओर देख रहे हैं।

पायलट ने अमित शाह के नक्सलियों को सोने नहीं देंगे वाले बयान पर कहा कि हम हिंसा के खिलाफ हैं, लेकिन कार्रवाई पारदर्शी और संवेदनशील तरीके से होनी चाहिए। आंतरिक सुरक्षा का विषय है इसलिए, सबको विश्वास में लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए।

बैठक में जताई नाराजगी

बताया जा रहा है कि, बैठक में सीनियर नेताओं ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि, उन्हें जिम्मेदारी नहीं दी जा रही है। जबकि सीनियर नेताओं के अनुभवों का लाभ लेना चाहिए। वहीं भूपेश बघेल ने कहा कि, कोई भी नेता कुछ भी बयान दे देता है। किसी के खिलाफ कोई भी टिप्पणी कर देता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।

मीडिया से कहा रिपोर्ट लूंगा

रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने सदन में प्रभावशाली तरीके से मुद्दे उठाए हैं। अब पार्टी राज्य के प्रमुख मुद्दों पर रणनीतिक चर्चा करेगी। पार्टी के कार्यकारिणी सदस्य, जिला कांग्रेस अध्यक्ष और संगठन के प्रमुख विभागों की बैठकें होंगी।

पायलट ने बताया कि अब तक के कार्यों की रिपोर्ट ली जाएगी और 2025 के लिए संगठन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इस साल को राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खडग़े ने संगठन के लिए समर्पित किया है। बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन में जो बदलाव जरूरी हैं, उन पर चर्चा होगी।

पंडरिया। mysterious death of tortoise छत्तीसगढ़ के पंडरिया ब्लॉक के ग्राम नवापारा पेंड्री कला के तालाब में रहस्यमयी तरीके से कछुओं की मौत हो रही है। गुरुवार और शुक्रवार को दो दिनों में आठ कछुओं की मौत हो गई।अचानक कछुओं की मौत से ग्रामीण हैरान हैं। जबकि तालाब में मछली सहित अन्य जलीय जीव भी हैं. लेकिन किसी और जीव की मौत नहीं हुई है। केवल कछुओं की मौत हो रही है। ग्रामीणों के मुताबिक गुरुवार को पांच और शुक्रवार को तीन कछुओं की मौत हुई है। तालाब का पानी भी साफ और पर्याप्त मात्रा में है। तालाब में बोर से लगातार पानी भी भरा जा रहा है।

ऑक्सीजन की कमी से संभावना

तालाब में किसी प्रकार की गंदगी भी नहीं है, जिससे कछुओं को नुकसान हो। इसके बाद भी लगातार कछुओं की मौत चिन्ता का विषय बनी हुई है। उधर ग्रामीण इसको लेकर अंधविश्वास की बातें करने लगे हैं। उनका कहना है कि इससे पूरी शक्तियां आती है। उधर, जानकारों का कहना है कि आमतौर पर ऑक्सीजन की कमी और जल प्रदूषण या विषैले तत्वों से पानी में रहने वाले जीव प्रभावित होते हैं।

क्या निकला वैज्ञानिक तथ्य

इस संबंध में पशु चिकित्सालय पंडरिया के डॉ. राकेश कुमार लांझकर का कहना है कि अचानक कछुओं की मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। आशंका है कि तालाब का पानी दूषित हो गया होगा।

उन्होंने कहा कि खेतों में डाले गए दवाई युक्त पानी के तालाब में आने या किसी अन्य कारण से पानी दूषित होने की आशंका है, लेकिन इसका असर तालाब के अन्य जीवों पर होना था। केवल कछुओं पर होना समझ से परे है।

खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में एक नवविवाहित जोड़ा रहस्यमय तरीके से 6 दिनों से लापता है। अक्षय तृतीया के दिन विवाह बंधन में बंधे नरेंद्र वर्मा (28 वर्ष) और ट्विंकल वर्मा (25 वर्ष) 14 जून को अपने घर मुहड़बरी से चकनार स्थित ससुराल के लिए निकले थे, लेकिन वे वहां पहुंचे ही नहीं।

मोबाइल फोन बंद, कोई संपर्क नहीं

परिजनों के अनुसार, दोनों के मोबाइल फोन बंद हैं और घटना के बाद से किसी से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। इस रहस्यमय लापता घटना से परिजन गहरे सदमे में हैं और किसी अनहोनी की आशंका जता रहे हैं।

गुम इंसान प्रकरण दर्ज, पुलिस तलाश में जुटी

नरेंद्र के पिता गैन्दलाल वर्मा और ट्विंकल के पिता चतुर्भुज जंघेल ने 17 जून को छुईखदान थाना में शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी जितेंद्र बंजारे ने बताया कि गुम इंसान प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और दोनों के मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस की जा रही है। इसके साथ ही संभावित स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

लगाई मदद की गुहार

नवविवाहित जोड़े की रहस्यमयी गुमशुदगी ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। परिवारजन लगातार पुलिस और प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि यथाशीघ्र उनका पता लगाया जाए।

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के चकरभाठा थाना क्षेत्र में एक युवक की चरित्र शंका के चलते बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान मुंगेली निवासी नंदकिशोर वैष्णव के रूप में हुई है। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

जान-पहचान बना हत्या की वजह

जानकारी के अनुसार, नंदकिशोर की जान-पहचान चकरभाठा निवासी गौकरण गेंदले की पत्नी से थी। घटना वाले दिन नंदकिशोर, महिला से मिलने के लिए उसके घर पहुंचा था। उसी समय गौकरण भी घर पहुंच गया और उसने दोनों को साथ देखा।

जानकारी के अनुसार, नंदकिशोर की जान-पहचान चकरभाठा निवासी गौकरण गेंदले की पत्नी से थी। घटना वाले दिन नंदकिशोर, महिला से मिलने के लिए उसके घर पहुंचा था। उसी समय गौकरण भी घर पहुंच गया और उसने दोनों को साथ देखा।

तीनों ने मिलकर की हत्या

चरित्र शंका में गौकरण ने पहले नंदकिशोर से बहस की और फिर अपने दो साथियों गजेंद्र और शैलेंद्र सेंगर के साथ मिलकर उसे लाठी-डंडों से इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई।

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। कोर्ट रूम में अब मोबाइल व इलेक्ट्रानिक डिवाइस लेकर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल मनीष कुमार ठाकुर ने आदेश जारी किया है। निर्देश की अनदेखी पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

रजिस्ट्रार जनरल ने आदेश में लिखा है कि पक्षकार व वादीगण, जो अपने मामलों की कार्रवाई के दौरान न्यायालय कक्ष में उपस्थित रहना चाहते हैं, उन्हें सख्त निर्देश दिया जाता है कि वे मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (स्विच-ऑफ मोड में भी) न ले जाएं।

न्यायालय की कार्रवाई के किसी भी भाग को रिकॉर्ड न करें। रजिस्ट्रार जनरल ने हिदायत दी है कि उपरोक्त निर्देशों का पालन न करने पर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट (न्यायालय कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग) नियम, 2022 के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।

जानें वजह

गौरतलब है कि पहले से ही कोर्ट रूम में मोबाइल को साइलेंट मोड पर रखने की हिदायत थी, ताकि कोर्ट की कार्यवाही बाधित न हो। लेकिन हाल के दिनों में कुछ मामलों में मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के दुरुपयोग की शिकायतें सामने आई हैं, जिसके चलते यह सख्त निर्णय लिया गया है।

बताया गया है कि यह आदेश मुख्य न्यायाधीश के निर्देश पर जारी किया गया है। अब हाई कोर्ट की कार्यवाही में कोई भी मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर जाने पर पूरी तरह से रोक रहेगी, और नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई तय मानी जाएगी।