Home » ED Mahadev app case
Tag:

ED Mahadev app case

CG PRIME NEWS

CG Prime News@दिल्ली. Batting app case, ED will question former cricketers Yuvraj Singh and Robin Uthappa

ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा और युवराज सिंह को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। जानकारी के अनुसार रॉबिन उथप्पा को 22 सितंबर को जबकि युवराज सिंह को 23 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।

ईडी ने सोनू सूद को भी पूछताछ के लिए बुलाया

दोनों ही पूर्व खिलाडिय़ों से पूछताछ इस बात को लेकर की जाएगी कि उनका इस ऐप से क्या संबंध रहा है और क्या उन्होंने इसके प्रचार-प्रसार में कोई भूमिका निभाई है। मामले में अब बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद की भी एंट्री हो चुकी है। उन्हें भी 24 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

सरकार ने बेटिंग एप पर बैन लगाया

फैंटेसी स्पोर्ट्स जैसे ड्रीम-11, रमी, पोकर वगैरह सब ऑनलाइन बेटिंग एप बैन हो गए हैं। यह फैसला भारत सरकार के हाल ही में पास किए गए ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 के बाद लिया गया है। इस बिल के तहत ऑनलाइन बेटिंग एप पर पूरी तरह पाबंदी है। 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने ड्रीम-11 जैसे फैंटेसी खेलों को स्किल्स का खेल बताया था। हालांकि बेटिंग एप कभी भी भारत में लीगल नहीं थे।

करोड़ों की ठगी और टैक्स चोरी की जांच

यह जांच अवैध बेटिंग एप्स से जुड़ी है। कंपनी पर आरोप है कि उसने लोगों और निवेशकों से करोड़ों रुपए की ठगी की है या बड़े पैमाने पर टैक्स की चोरी की है। कंपनी का दावा है कि 1xBet एक वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त बुकी है, जो पिछले 18 सालों से बेटिंग इंडस्ट्री में है। इसके ग्राहक हजारों खेल आयोजनों पर दांव लगा सकते हैं। कंपनी की वेबसाइट और एप 70 भाषाओं में उपलब्ध हैं। 1xBet चांस बेस्ड गेम्स एप है।

cg prime news

CG Prime News@भिलाई. ED raids the house of Durg hotelier Vijay Aggarwal छत्तीसगढ़ के दुर्ग में रेल ठेकेदार और होटल व्यवसायी विजय अग्रवाल के निवास, होटल सागर, उनके केशियर और बड़े भाई के घर दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की अलग-अलग टीम ने छापेमारी की। इस दौरान टीम को विजय अग्रवाल का कनेक्शन महादेव सट्टा एप (Mahadev satta app) से जुड़ा हुआ मिला है। कुछ दिनों पहले ईडी की टीम ने जयपुर में महादेव सट्टा का पैसा खपाने वाले सौरभ आहूजा की शादी में छापेमार कार्रवाई थी। इसी शादी में विजय अग्रवाल सहित दुर्ग-भिलाई के एक दर्जन कारोबारी शामिल हुए थे। ईडी को शादी से ही विजय अग्रवाल के बारे में जानकारी मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।

सुबह-सुबह रेड कार्रवाई की पहुंची थी टीम

ईडी की टीम ने दुर्ग के कारोबारी विजय अग्रवाल के घर से 70 लाख रुपए कैश, मोबाइल और अन्य दस्तावेज जब्त किया है। ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉड्रिंग और महादेव सट्टा एप से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। मंगलवार को सुबह 6 बजे दो गाडिय़ों में ईडी के अधिकारी दुर्ग दीपक नगर निवासी होटल व्यवसायी विजय अग्रवाल के घर पहुंचे। सुरक्षा में तैनात गार्ड से ईडी की टीम आई कार्ड दिखाया। तब घर के अंदर जाने दिया।

अधिकारियों ने परिवार के सदस्यों से जांच में सहयोग करने को कहा और दस्तावेजों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी। इसके बाद होटल सागर और उसके मैनेजर के घर टीम पहुंची। तीनों स्थानों पर जांच की। जानकारी मिली है कि 70 लाख रुपए कैश, मोबाइल और दस्तावेज जब्त किए है। शाम 7.30 बजे तक ईडी की कार्रवाई चल ही रही थी।

दर्जन भार व्यावसायी पहुंचे जयपुर

सूत्रों से जानकारी मिली है कि सौरभ आहुजा की शादी में भिलाई से दर्जन भर व्यापारी शामिल हुए जिसमें मोबाइल और कपड़ा व्यापारी गए थे। जैसे ही ईडी ने कार्रवाई की। भिलाई और दुर्ग के व्यापारी भाग निकले, लेकिन ईडी के हाथ उनके फुटेज लगे है। उन सभी के व्यापारियों के ठिकानों पर ईडी की रेड पडऩे की संभावना है।

cg prime news

CG Prime News@रायपुर. प्रवर्तन निदेशालय (ED Raipur) ने महादेव सट्टा ऐप (Mahdev satta app) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 3.29 करोड़ कैश और 573 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के बॉन्ड और डीमैट खातों को फ्रीज किया है। सट्टे की कमाई को फर्जी कंपनियों में निवेश करते थे। अब तक 3002 करोड़ की संपत्ति सीज की गई है। बता दें कि महादेव सट्टा ऐप मामले में रायपुर ईडी की टीम ने 16 अप्रैल को 7 राज्यों के अलग-अलग ठिकानों में छापेमार कार्रवाई की है।

170 ठिकानों पर छापेमारी

महादेव सट्टा ऐप मामले में ईडी ने अब तक 170 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी कर तलाशी ली है। इसके अलावा मामले में करीब 3002.47 करोड़ रुपए मूल्य की अचल-चल संपत्ति को फ्रीज और कुर्क किया गया है। ईडी ने इस मामले में कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस मामले में दायर पांच अभियोजन शिकायतों में 74 संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में ईडी की ओर से आगे की जांच जारी है।

प्रेस रिलीज में दी जानकारी

प्रवर्तन निदेशालय रायपुर जोनल कार्यालय ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि, महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप मामले में दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और संबलपुर (ओडिशा) में तलाशी अभियान चलाया गया। कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को जब्त किया गया है।

ऐसे चल रहा महादेव सट्टा ऐप

ईडी की जांच से पता चला है कि, महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप एक अम्ब्रेला सिंडिकेट की तरह संचालित किया जा रहा है। ये लोगों को अवैध सट्टेबाजी करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करता है। बड़ी मात्रा में अवैध सट्टे की कमाई को बेनामी बैंक खातों का इस्तेमाल कर उसमें जमा किया जा रहा था।

इन सट्टेबाजी प्लेटफार्मों से होने वाली कमाई को भारत से बाहर ट्रांसफर किया जा रहा था। बाद में “विदेशी एफपीआई” (जो मॉरीशस, दुबई से बाहर स्थित हैं) के नाम पर भारतीय शेयर बाजार में उन पैसों को लगाया जा रहा था। आम निवेशकों को धोखा देने के लिए कुछ स्मॉल और मीडियम इंटरप्राइजेस के जरिए मार्केट में उतार-चढ़ाव पैदा करने सट्टे की कमाई से पैसों को कुछ कंपनियों में इन्वेस्ट किया गया।

 

cg prime news

CG Prime News@भिलाई. महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप (Mahadev online satta app) को लेकर सीबीआई की टीम गुरुवार को भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव (MLA Devendra yadav) के प्रतिनिधि भोलू श्रीवास्तव के घर पहुंची। खुर्सीपार में सीबीआई (CBI) के अधिकारी गाड़ी से उतरे तो उन्होंने देखा की घर में ताला लगा है, फोन करके उसे मौके पर बुलाया गया। सीबीआई की तीन सदस्य टीम ने पूछताछ की। जमीन, निर्माण हुई कॉलोनी और विधायक के साथ संबंध के बारे में जानकारी ली। इसके बाद घर का फोटो खींचा और फिर वापस लौट गई।

टीम लौट गई वापस

सीबीआई के अधिकारी टैक्सी गाड़ी से उतरे। देखा तो घर में ताला लगा था। उन्होंने विधायक प्रतिनिधि भोलू श्रीवास्तव के पड़ोसियों से पूछताछ की। इसके बाद उन्हें फोन कर बुलाया। घर के अंदर करीब 20 मिनट तक पूछताछ की। इसके बाद घर के बाहर खड़ी गाडिय़ों और घर की फोटो वीडियोग्राफी की। इसके बाद टीम वापस लौट गई।

लोकल पुलिस भी रही मौजूद

भोलू श्रीवास्तव विधायक देवेंद्र यादव के काफी करीबी हैं। वो भिलाई नगर निगम की सामान्य सभा और बजट बैठक में विधायक प्रतिनिधि के रूप में शामिल होते रहे हैं। जिस समय सीबीआई की टीम वहां पहुंची उनके साथ लोकल पुलिस भी मौजूद रही।

विधायक के घर भी सीबीआई (CBI) की पड़ी थी रेड

सीबीआई की टीम कुछ दिन पहले भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के घर पहुंची थी। उस दौरान विधायक के बाहर होने के चलते टीम ने उनके घर की तलाशी ली और घर वालों से पूछताछ करके लौट गई। इसके बाद अब टीम उनके विधायक प्रतिनिधि के घर पहुंची थी। छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि सीबीआई की टीम भोलू श्रीवास्तव के घर दोपहर करीब 12.45 बजे आई थी। वो भी वहां पहुंचे थे। टीम ने भोलू के घर का फोटो वीडियो खींचा और फिर वापस लौट गई।

21 लोगों पर FIR

महादेव सट्टा स्कैम मामले में CBI ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 लोगों पर भ्रष्टाचार ठगी और जुआ एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। CBI ने इसी केस में दो IPS अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार से अभियोजन की स्वीकृति मांगी है। दोनों के खिलाफ CBI को प्रारंभिक जांच में मोटी रकम के लेनदेन और खर्च के सबूत मिले हैं। इसी आधार पर दोनों पर अभियोजन चलाने की तैयारी है। दोनों IPS अधिकारियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

इनके खिलाफ दर्ज किया FIR

CBI ने 18 दिसंबर 2024 को 21 लोगों के खिलाफ 13 गंभीर धाराओं में FIR किया है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा महादेव सट्टा के प्रमोटर रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी उर्फ पिंटू, चंद्रभूषण वर्मा, असीम दास, सतीश चंद्राकर, नीतीश दीवान, अनिल अग्रवाल उर्फ अतुल, विकास छापरिया, रोहित गुलाटी, विशाल आहूजा, धीरज अहूजा , अनिल दमनानी, सुनील दमनानी, सिपाही भीम सिंह यादव, हरिशंकर, सुरेंद्र बागड़ी, सूरज चोखानी, पुलिस अधिकारी, पूर्व सीएम के OSD और निजी व्यक्ति शामिल है।

cg prime news

CG Prime News@भिलाई. CBI Raid in Chhattisgarh  महादेव सट्टा ऐप (mahadev satta app) मामले में अब राजनेताओं के अलावा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी जांच की जद में आ गए हैं। छत्तीसगढ़ में पहली बार एक साथ चार आईपीएस सहित छह पुलिस अधिकारियों के घर पर सीबीआई ने छापा मारा है। इससे पहले पुलिस अधिकारियों पर ऐसे छापेमार कार्रवाई छत्तीसगढ़ के इतिहास में कभी नहीं हुई है। जिसके चलते पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। बुधवार को सीबीआई ने छत्तीसगढ़ के अलावा 4 राज्यों में 60 ठिकानों पर छापा मारा है। जहां सीबीआई के अधिकारी जांच पड़ताल कर रहे हैं। वहीं रायपुर, दुर्ग-भिलाई में सीबीआई की दस टीम कार्रवाई कर रही है।

Read More: पूर्व CM भूपेश बघेल, MLA देवेंद्र यादव, IPS अभिषेक पल्लव के घर CBI का छापा – https://cgprimenews.com/breaking-former-cm-bhupesh-baghel-mla-devendra-yadav-raids-cbis-house-of-abhishek-pallav/

इन पुलिस अधिकारियों के घर पर पड़ा छापा

सीबीआई ने महादेव बुक ऐप मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस (IPS) डॉ. आनंद छाबड़ा, आईपीएस(IPS) आरिफ शेख, आईपीएस(IPS) डॉ. अभिषेक पल्लव, आईपीएस (IPS) प्रशांत अग्रवाल, एएसपी (ASP) अभिषेक माहेश्वरी और एएसपी संजय धु्रव के घर में छापा मारा है। जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा आईपीएस डॉ. अभिषेक पल्लव की हो रही है। दुर्ग एसपी रहते हुए उनके आरोपियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंट्रोगेशन सोशल मीडिया पर काफी वायरल रहता था। जिसके चलते पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी उनकी तारीफ कर चुके थे। अधिकारियों के अलावा सीबीआई ने तीन कांस्टेबल, दो हेड कांस्टेबल के घर पर भी छापा मारा है।

cg prime news

छत्तीसगढ़ में पहली बार 4 IPS सहित 6 पुलिस अधिकारियों के घर CBI का छापा

पुलिस से भिड़े पूर्व सीएम के समर्थक

महादेव बैटिंग ऐप में सीबीआई पूर्व सीएम भूपेश बघेल (former cm bhupesh baghel), भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व सीएम के ओएसडी (OSD) रहे आशीष वर्मा, मनीष बंछोर, पूर्व सीएम बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी रही जेल में बंद सौम्या चौरसिया, रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा के घर भी सीबीआई ने छापा मारा है। इधर पूर्व सीएम के भिलाई-3 पदुम नगर स्थित घर के बाहर बड़ी संख्या में उनके मौजूद समर्थक कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हो गई। पिछले आठ घंटे से सीबीआई पूर्व सीएम के रायपुर और भिलाई तीन स्थित घर पर जांच कर रही है।

cg prime news

छत्तीसगढ़ में पहली बार 4 IPS सहित 6 पुलिस अधिकारियों के घर CBI का छापा

धरने पर बैठे समर्थक

10 मार्च को ईडी (ED) ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर छापा मारा था। उस वक्त भी बघेल के समर्थकों ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया था। समर्थकों ने पत्थरबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया था। जिसे देखते हुए बुधवार को भी बघेल के घर के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद समर्थक लगातार हंगामा कर रहे हैं। पुलिस की सख्ती के बाद समर्थक फिलहाल धरने पर बैठ गए हैं।

 

@Dakshi Sahu Rao
CG Prime News@भिलाई. दुर्ग सेंट्रल जेल में सजा काट रहे आरोपी दीपक नेपाली को छावनी पुलिस ने चार दिन की पुलिस रिमांड लिया है। पुलिस के मुताबिक उसे मारपीट के प्रकरण में लाया गया है। इधर दीपक को रिमांड में लेते ही रायपुर ACB की टीम उससे पूछताछ करने थाने पहुंची थी। कयास लगाए जा रहे हैं की दीपक महादेव ऐप मामले में पुलिस को अहम जानकारी दे सकता है।

छावनी CSP हरीष पाटिल ने बताया कि वर्ष 2022 में एक मारपीट के प्रकरण (धारा 327) में दीपक नेपाली आरोपी है। उस मामले में अन्य आरोपी फरार हैं। इसलिए कोर्ट से तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड लेकर थाना लाया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। उसके बताए अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।

दीपक के भाई ने जारी किया था वीडियो

दीपक नेपाली का भाई लुकेश सिंह वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन का विधायक प्रतिनिधि है। वह स्वास्थ्य विभाग प्रभारी है। श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में लुकेश के मोहल्ले की लड़की भर्ती थी। उसकी मदद के लिए अस्पताल गया था और इलाज के लिए चेक भी देने की बात कही, लेकिन दूसरे दिन बच्ची की मौत हो गई।

इससे क्षुब्ध होकर डॉक्टरों और स्टूडेंटस से उसकी बहस हो गई थी। जब डॉक्टरों को पता लगा कि वह दीपक नेपाली का भाई है। तब वे डर गए। इसके बाद उन्होंने SP को पत्र लिखकर अपनी जान का खतरा बताकर दीपक नेपाली और लुकेश सिंह पर कार्रवाई करने की मांग की।

इस पर लुकेश ने वीडियो बनाकर ASP से उसके भाई दीपक नेपाली को रिमांड पर ना लेने का आग्रह किया और डॉक्टरों को भगवान का रुप बताते हुए कहा कि वह कभी डॉक्टरों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। उसने भाई के गिरफ्तार होने के बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ASP के नाम संदेश लिखा है। जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।

cg prime news

@Dakshi sahu Rao

CG Prime News @दुर्ग. महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के प्रमोटरों की ओर से 15 अगस्त को गोवा में एक बड़ी भव्य पार्टी आयोजित की जा रही है। जिसमें राज्य के 400 से ज्यादा सटोरिए शामिल हो रहे हैं। इस पार्टी का नाम ’फैमिली पार्टी’ रखा गया है। मिली जानकारी के अनुसार इसमें रायपुर से लगभग 80 और सबसे ज्यादा दुर्ग से 200 सटोरिए शामिल होने की उम्मीद है।

मिली जानकारी के अनुसार गोवा में पार्टी करने पहुंचे सभी लोगों के लिए अलग-अलग रुकने की व्यवस्था की गई। पार्टी में महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के करीबी कुछ लोग दुबई से सीधे पहुंचेंगे। इसके बाद आगामी योजना पर चर्चा करेंगे। अब इन पर पुलिस विभाग की भी नजर है। छत्तीसगढ़ पुलिस गोवा जाने वालों की जानकारी जुटा रही है। ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि इस बार लड़कियों को महादेव सट्टा में शामिल किया जाएगा। दरअसल पुलिस को लड़कियों पर इतनी जल्दी शक भी नहीं होता है। उन्हें छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में काम करने के लिए भेजा जाएगा। उनके रहने के लिए फ्लैट और हर माह सैलरी दी जाएगी

लोकेशन बदलकर होंगे शामिल

15 अगस्त को महादेव सट्टा एप से जुड़े लोगों की होने वाली पार्टी में पहुंचने वाले सटोरिए अपना लोकेशन बदलकर गोवा पहुंचेंगे। ऐसी जानकारी मिल रही है कि सटोरिए नागपुर, मुंबई के रास्ते बाय प्लेन गोवा पहुंच सकते हैं। वहीं बाय रोड भी गोवा पहुंचने के इंतजाम पार्टी के ऑर्गेनाइजर के द्वारा किए गए हैं। कई सफेदपोष भी इस पार्टी में शामिल होंगे। बतादें की सौरभ चंद्राकर और रवि के खिलाफ दुर्ग के विभिन्न स्थानों में अपराध दर्ज है। ED ने दोनों की गिरफ्तारी को लेकर विदेशी दूतावास के सम्पर्क में है।

cg prime news

@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@भिलाई. महादेव बुक एप ऑनलाइन सट्टे (Mahadev book app) की काली कमाई से दो सगे कांस्टेबल भाईयों ने करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाकर अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया। पिछले तीन साल में दोनों भाईयों ने सीजी पुलिस (Chhattisagrh Police) की खाकी पहनकर न सिर्फ महादेव बुक एप का पैनल ऑपरेट किया बल्कि हवाला लेन देन में भी शामिल रहे। इस बात की तीन साल तक पुलिस विभाग को भनक तक नहीं लगी। दोनों भाईयों के गिरफ्तार होने के बाद ऑनलाइन सट्टा किंग से जुड़ी काली सच्चाई अब सामने आने लगी है। शुक्रवार को महादेव सट्टा केस में गिरफ्तार निलंबित कांस्टेबल सहदेव यादव को ईओडब्ल्यू रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी। इस दौरान ईओडब्ल्यू सहदेव की रिमांड मांगेगी।

महादेव सट्टे से की अवैध कमाई
ईओडब्ल्यू की टीम ने सहदेव को बुधवार रात राजनांदगांव के सोमनी ढाबे से हिरासत में लिया था। रायपुर में पूछताछ के बाद गुरुवार को उसकी गिरफ्तारी की। महादेव सट्टे की अवैध कमाई से निलंबित सिपाही सहदेव यादव ने कई प्रॉपर्टी बनाई है। उन पैसों से जमीन से लेकर शेयर मार्केट तक में निवेश किया। सहदेव ने सट्टे के पैसे से खुद के लिए जमीन और गाड़ी खरीदी। ईओडब्ल्यू ने उसकी इनोवा कार जब्त कर ली है। पिछले कई महीने से सहदेव प्रदेश से बाहर था। वह दो-तीन दिन पहले ही मुंबई से लौटा था। चर्चा है कि वह 5-6 करोड़ कैश लेकर लौटा था। हालांकि ईओडब्ल्यू की टीम को उसके पास कैश नहीं मिला है।

दो करोड़ रुपए फ्रीज किए
निलंबित कांस्टेबल सहदेव यादव जेल में बंद कांस्टेबल भीम सिंह यादव का छोटा भाई है। जो लंबे समय से फरार चल रहा था। दोनों भाई महादेव ऐप का पैनल ऑपरेट करते थे। मिली जानकारी के अनुसार सहदेव ऑनलाइन बुक के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी के संपर्क में रहकर हवाला लेनदेन में शामिल था। वह पिछले 3 साल से महादेव ऑनलाइन बुक का पैनल ऑपरेट कर रहा था। इसका एक पैनल पटना (बिहार) में संचालित था। इसकी निशानदेही पर 11 बैंक खातों में जमा करीब 2 करोड़ रुपए फ्रीज किए गए हैं।

cg prime news

@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@भिलाई. ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप (Mahadev online satta app) के प्रमोटर्स ने नाम का एक वायरल नोटिस इन दिनों सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप के प्रमोटर्स की ओर से सभी ब्रांच के ऑनर को आगाह किया गया है कि अब एक भी स्टाफ छत्तीसगढ़ का नहीं होना चाहिए। इसके बाद एक भी स्टाफ ब्रांच में दिखाई दिया तो उसी वक्त ब्रांच बंद कर दिया जाएगा। यह फरमान हैदराबाद में लोटस-444 संचालित करते वक्त पुलिस की छापेमारी से डर कर एक युवक तीन मंजिल ऊपर नीचे कूद गया। जिससे उसकी जान चली गई।

यह है वायरल नोटिस में
आरोपी सौरभ चंद्राकर के इंपोर्टटेंट नोटिस में लिखा है कि सभी ब्रांच के ऑनर को यह सूचित किया जाता है कि अब से एक भी स्टाफ छत्तीसगढ़ का नहीं होना चाहिए। ब्रांच देने से पहले आनर के स्टाफ का आईडी प्रूफ लिया जाएगा। स्टाफ चेंज करने के बाद और न्यू आईडी प्रूफ के साथ ब्रांच ऑनर को हेड ऑफिस में अपडेट करना पड़ेगा। उसने यह भी लिखा है कि बाद में कभी भी हेड ऑफिस से वेरिफिकेशन के लिए वीडियो कॉल आएगा। ब्रांच लोकेशन पर उसके लड़के भी कभी भी जांच कर सकते है। उसे हिदायत दिया है कि दिए गए आईडी प्रूफ के अनुसार एक भी लड़का छत्तीसगढ़ का मिला तो तत्काल ब्रांच को उसी वक्त बंद हो जाएगी।

चार देशों की ले ली है नागरिकता
महादेव ऐप के प्रमोटर्स आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल यूएई में मौज कर रहे हंै। वहीं से बेझिझक ऑनलाइन सट्टा का संचालन कर हवाला के जरिए भारतीय मुद्रा का दुरुपयोग कर रहे हंै। इन आरोपियों के खिलाफ दुर्ग जिले में अपराध दर्ज है, लेकिन जिले की पुलिस तो दूर भारतीय एजेंसियां अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई। शानदार 6 वर्षों से दुबई, श्रीलंका, इरान, साउथ अफ्रिका कंजाइना और पाकिस्तान के लाहौर से महादेव ऐप का बेधड़क संचालन कर रहे हंै। बताया जा रहा है कि चार देश की नागरिकता लेकर इस काले कारोबार को साम्राज्य फैला लिया है।

cg prime news

@Dakshi sahu Rao

रायपुर. छत्तीसगढ़ में महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले में सबसे बड़ी कार्रवाई हुई। EOW की टीम ने गुरुवार को एक साथ प्रदेश के कई जिलों में दबिश दी है। EOW की टीमें सुबह से रायपुर, दुर्ग, भिलाई, कांकेर और राजनांदगांव में एक साथ कार्रवाई में जुटी हैं। अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षाबल भी कार्रवाई के दौरान मौजूद हैं। दरअसल, पिछले दिनों महादेव सट्टा ऐप के आरोपियों को रिमांड में लेकर ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। इस दौरान जो नाम सामने आए थे उनके घरों और ठिकानों पर छापेमारी की गई है।

दुर्ग-भिलाई में यहां पड़ा छापा
दुर्ग में सराफा कारोबारी प्रकाश सांखला और राजेंद्र जैन के महावीर कॉलोनी स्थित घर और राजेंद्र जैन के घर भी ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने छापा मारा है। वहीं धरमजयगढ़ में ईओडब्ल्यू ने कारोबारी अनिल अग्रवाल उर्फ पिंटू अग्रवाल के नीचेपारा स्थित आवास में छापामारी की। हालांकि घर कई सालों से बंद पड़ा, लिहाजा अधिकारियों ने मकान को सील कर दिया।कांकेर के चारामा में हेड कॉन्स्टेबल विजय पांडेय के वार्ड नंबर 13 स्थित आवास में दबिश दी है। कांकेर में इस मामले में ये पहला एक्शन है। निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के घर भी टीम जांच करने पहुंची है। चंद्रभूषण वर्मा न्यायिक रिमांड पर अभी रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। आरोप है कि वर्मा ने महादेव ऐप से जुड़े लोगों को बचाने के लिए प्रोटेक्शन मनी लेकर पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं तक पहुंचाने का काम किया। सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है, उनमें से ज्यादातर सराफा कारोबारी, पुलिसकर्मी हैं।

जारी किया था समंस
महादेव सट्टा में मनी लॉड्रिंग और हवाला मामले की प्रवर्तन निदेशालय ने फिर से जांच शुरू कर दी है। छापे से पहले रायपुर-दुर्ग के आधा दर्जन पुलिस वालों व कारोबारियों को समंस जारी किया गया है। इन सभी के नाम अब तक गिरफ्तार हो चुके आरोपियों के बयान में आ चुके हैं। ईडी की कुछ टीम जांच के लिए दूसरे राज्य भी गई है। ईडी, ईओडब्ल्यू और पुलिस की जांच के बाद भी महादेव सट्टा की आईडी खुलेआम ऑनलाइन बेची जा रही है।

100 रुपए सटोरी बेच रहे आईडी-पासवर्ड
सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म में महादेव सट्टा की आईडी बिक रही है। प्रमोटर ने महादेव सट्टा के अलावा अलग-अलग नाम की गूगल में एप बनाया है। वे उसकी आईडी और पासवर्ड 100-100 रुपए में सटोरियों को बेच रहे हैं। सटोरिये आईडी लेकर आईपीएल के मैचों में दांव भी लगा रहे हैं। लगातार कार्रवाई के बाद भी ये बंद नहीं हो रहा है। रोज करोड़ों रुपए दांव लग रहा है और हवाला के माध्यम से पैसा विदेश जा रहा है। सैकड़ों खाते में सट्टे का पैसा जमा रहा है।

cg prime news

@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@रायपुर. महादेव सट्टा ऐप (Mahadev online Satta App) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी चार्जशीट फाइल करते हुए आठ आरोपियों और 17 कंपनियों का नाम के नाम का खुलासा किया है। जिनके माध्यम से सट्टेबाजी हवाला लेन-देन किया गया। ईडी ने बुधवार को रायपुर की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में 2000 से अधिक पन्नों की तीसरी सप्लीमेंट्री (पूरक) चार्जशीट फाइल की। जिसमें हरिशंकर टिबरेवाल, संदीप मोदी, कमल किशोर, प्रशांत बागरी और दो अन्य आरोपी को फरार घोषित किया गया है। यह भी बताया गया है कि सूरज चोखानी और गिरीश तलरेजा पहले से ही गिरफ्तार हैं।

शेयर बाजार में लगाया पैसा

आरोपी टिबरेवाल ने महादेव ऐप प्रमोटर की सट्टेबाजी ऐप स्काई एक्सचेंज का प्रमुख साझेदार है। आरोप है कि उसने स्काई एक्सचेंज से अर्जित राशि को 17 भारतीय डमी कंपनियों और ऑफशोर कंपनियों के माध्यम से शेयर बाजार में इन्वेस्ट किया। ये डमी कंपनियां, टिबरेवाल के करीबी सहयोगी और गिरफ्तार आरोपी सूरज चोखानी के निर्देशन में काम करती थीं।

आरोप पत्र में इन कंपनी का नाम शामिल

ED ने आरोप पत्र में 17 कंपनियों के नाम शामिल है । ये कंपनी ने स्काई एक्सचेंज के जिरए सट्टेबाजी के ब्लैक मनी को शेयर बाजार में वाइट करने में शामिल है ।

मेसर्स एबिलिटी गेम्स प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स एबिलिटी स्मार्टटेक प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स एबिलिटी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स ब्रिलिनेंट इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स डिस्कवरी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स फॉरेस्ट विनकॉम प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स स्वर्ण भूमि वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स ड्रीम अचीवर्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड

मेसर्स इकोटेक जेनरल ट्रेडिंग एलएलसी

मेसर्स कैटरफील्ड ग्लोबल डीएमसीसी–(दुबई स्थित कंपनी) ​​​

मेसर्स प्लस कमोडिटीज डीएमसीसी–(दुबई स्थित कंपनी)

मेसर्स जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी – (दुबई स्थित कंपनी)