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कोरबा। छत्तीसगढ़ में नकली पुलिस बनकर लूट और अवैध वसूली का बड़ा मामला Fake police in korba कोरबा में सामने आया है। कोरबा के कटघोरा थाना क्षेत्र के ढेलवाडीह बायपास मार्ग पिछले कुछ दिनों से ट्रक चालकों से लूटपाट की घटना सामने आ रही थी। आरोपी खुद को पुलिस अधिकारी बताकर अपराध को अंजाम दे रहे थे। पकड़े गए आरोपी एसईसीएल के आधिकारिक कर्मचारी है जो खुद को पुलिस का अधिकारी कर्मचारी बात कर लूटपाट की घटना का अंजाम दे रहे थे।

असली पुलिस को मिली Fake police in korba की सूचना

सोमवार को सुबह सूचना मिली कि कटघोरा थाना क्षेत्र के ढेलवाडीह बायपास मार्ग पर कुछ लोगों द्वारा अपने आप को टीआई और कुछ लोग Fake police in korba आरक्षक बताकर उनके द्वारा भारी वाहन रोककर वसूली कर रहे हैं। ट्रक चालकों ने वर्दी देखकर इन नकली पुलिस कर्मियों को पैसे भी दिए। वही जब एक अन्य ट्रक ड्राइवर को रोका तो ड्राइवर को शक हुआ।

गाड़ी के पेपर देख जेल भेजने की धमकी दी

एक ट्रक मालिक अफसर अंसारी के ड्राइवर हार्दिक अंसारी पिता शेखवत अंसारी उम्र 44 वर्ष निवासी गढ़वा झारखंड ने कटघोरा थाना में लिखित शिकायत की है कि ट्रक क्रमांक CG12 BJ 6068 में रायपुर से चावल लोड कर फरबेसगंज बिहार जा रहा था। रात लगभग 3:15 ढेलवाडीह बायपास जब वो पहुंचे तो उसी वक्त एक बोलेरो वाहन क्रमांक CG12 BG 9852 जो सायरन बजाते हुए गाड़ी Fake police in korba के पास आये और गाड़ी में 5 लोग उतरे और अपने आपको टीआई व पुलिस बताते हुए डराने धमकाने लगे।

ड्राइवर का मोबाइल भी छीन लिया

गाड़ी का पेपर व बिल्टी मांगने लगे। गाड़ी के सभी पेपर दिखाने के बाद वो मुझे जबरदस्ती गाड़ी से खींचकर बाहर निकालने लगे। सभी 5 लोग गाड़ी के कागजात सही नही कहते हुए मुझसे पैसे की मांग करने लगे। Fake police in korba  अगर पैसा नही दोगे तो जेल भेजने की बात करने लगे। उनके द्वारा उसके पास रखे 2000 नगद और उसके मोबाइल को भी छीन कर अपने पास रख लिए। और वो सभी एक दूसरे को साहब कहकर बुला रहे थे।

पांच आरोपी हुए गिरफ्तार

ट्रक चालक की शिकायत पर पुलिस ने मामले के गंभीरता से लेते हुए पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से एक वाहन भी बरामद किया गया जिसमें पुलिस का सायरन लगा हुआ था। Fake police in korba पकड़े गए आरोपी मुकेश केशरवानी उम्र 36 वर्ष निवासी केरा रोड थाना शिवरीनारायण जिला जांजगीर चांपा,अभिषेक मीणा उम्र 26 वर्ष निवासी आदर्श नगर जयपुर,निवासी,.विकास मीणा  उम्र 28 वर्ष, निवासी सनसिटी सीकर,जयपुर राजस्थान निवासी,दिलीप कुमार यादव उम्र 25 वर्ष निवासी सिंघाली बस्ती, थाना बांकीमोंगरा,हरप्रसाद पटेल  उम्र 27 वर्ष निवासी बलगी थाना बांकीमोंगरा निवासी है। 

रायपुर। प्रार्थी पप्पू फरिश्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराया था कि इसके अखबार कार्यालय में रौनक डे नामक कर्मचारी काम कर रहा था, जो एकाउंटेट, बैंकिंग, कर्मचारियों का पेमेंट, इंश्यारेंस पॉलिसी एवं अन्य लेनदेन संबंधी कार्य देखता था। 20 मई को अपने बेटे के साथ दिल्ली जा रहा था। दिल्ली जाने से पहले अखबार कार्यालय के रेस्ट रूम जहां पर नगदी रकम एवं अन्य दस्तावेज रखा जाता है। उस कमरे में ताला लगाने के लिए अपने विश्वसनीय कर्मचारी रौनक डे से लिंक कंपनी का ताला बाम्बे मार्केट से मंगवाया था। रौनक डे के द्वारा एक ताला एवं दो चाबी लाकर दिया। जिसे ताला का तीन चाबी देते है दो चाबी कैसे दे रहा है, पूछे जाने पर आजकल कंपनी वाले दो ही चाबी देना बताया। जिस पर यह यकीन कर रेस्ट रूम में ताला लगाकर दिल्ली चला गया।

बोला, अब ताले में मिलती है तीन चाबी

पप्पू ने बताया की, दिल्ली से वापस आकर दिनांक 12 जुलाई को दोपहर में अपने रेस्ट रूम चेक करने पर वहां रखे सुटकेस को देखा तो उसमें रखे रकम 32 लाख रुपए नही था। इस संबंध में अपने कर्मचारी रौनक डे के उपर संदेह होने पर बाम्बे मार्केट जाकर ताला दुकान वाले से पूछताछ किया तो उस दिन रौनक डे को ताला का तीन चाबी देना बताया गया। तब रौनक डे को बुलाकर पूछताछ करने पर दिनांक घटना समय को कैमरा बंद कर रेस्ट रूम से पैसा चोरी करना बताकर रुपए को वापस लौटा दूंगा कहकर मोबाइल बंद कर फरार हो गया।

गबन कर कोलकाता में छुपा था आरोपी

प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना सिविल लाईन में अपराध कायम किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी सिविल लाईन के नेतृत्व में थाना सिविल लाईन एवं एसीसीयु की संयुक्त पुलिस टीम ने घटना के संबंध में प्रार्थी सहित आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुए आरोपी की पतासाजी शुरू की। इसी दौरान टीम के सदस्यों को आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण तकनीकी साक्ष्य मिले की, आरोपी घटना कर कलकत्ता फरार हो गया है। जिस पर टीम के सदस्यों ने  आरोपी रौनक डे को पकड़कर लाया। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। जिस पर आरोपी के कब्जे से 2 नग लैपटाप, 1 नग मोबाइल एवं नगदी रकम 5 हजार रुपए कुल जुमला 1,20,000  रुपए जप्त किया गया।

चाकू टिकाकर मुक्का और लात से की धुनाई

भिलाई. दिन दहाड़े युवक का अपहरण कर कार में ले गए और ट्रांसपोर्ट नगर में घंटों घुमाते रहे। इस बीच उसकी जमकर धुनाई की। सूचना पर पुलिस ने तीनों अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर चाकू मिला। पुलिस ने कार और चाकू को जब्त कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 140(3),127 (2), 296, 351(3),115(2),3 (5), 25 आम्र्स एक्ट न्यायिक रिमांड पर आरोपियों को भेजा गया।

छावनी थाना टीआई महेश ध्रुव ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की घटना है। 11 अगस्त रात 10 बजे आरोपी हेमंत चंद्राकर उर्फ भोला अपने जीजा के साथ बस्ती में एक्सीडेंट कर दिया और खुद गिर गया। गांव वालो से गाली गलौज कर रहा था। प्रार्थी शुभम सेन अपने साथी जतिन देवांगन व गांव के कुछ लोगो के साथ मिलकर उसे समझाया, लेकिन आरोपी हेमन्त चंद्राकर उसे सबक सिखाने दूसरे दिन अपने साथियों के साथ मिलकर ग्राम उमदा सास्कृतिक भवन के पास से शुभम का अपहरण कर लिया। उसे कार में बैठाकर ट्रांसपोर्ट नगर ले गए। जहां उसकी जमकर धुनाई की। एक घंटे तक घुमाते रहे। आरोपी हेमंत चंद्राकर, संजय यादव, सूरज गवांडे और सीताराम राजू उर्फ  राजू को गिरफ्तार कर लिया। 

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CG Prime News@अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (ambikapur medical college hospital) से एक महिला कैदी अपने नवजात बच्चे को लेकर भाग गई। घटना की सूचना मिलते ही सेंट्रल जेल अधीक्षक ने ड्यूटी में तैनात महिला प्रहरी को सस्पेंड कर दिया है। केंद्रीय जेल से प्रसव और इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती महिला कैदी ने सोमवार रात सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गई। ऑपरेशन से उसने 24 अगस्त को बच्चे को जन्म दिया है। रात दो बजे सुरक्षाकर्मियों ने जांच की तो बंदी अपने नवजात बच्चे के साथ गायब मिली।

हॉस्पिटल में थी भर्ती
जेल प्रबंधन ने पूजा गुप्ता को प्रसव पीड़ा होने पर 22 अगस्त को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में दाखिल कराया था। वह 8 महीने की गर्भवती थी। 24 अगस्त को उसका ऑपरेशन से प्रसव कराया गया। बच्चा प्री-मैच्योर होने के कारण उसे एसएनसीयू में रखा गया था। 9 सिंतबर को बच्चे को पूजा गुप्ता को सौंपा गया था।

आधी रात बच्चे को लेकर हुई फरार
अस्पताल में तैनात सुरक्षा प्रहरियों ने रात 12.30 बजे पूजा गुप्ता को बच्चे की मालिश करते हुए देखा था। स्वास्थ्य कर्मियों ने भी उसे रात करीब एक बजे देखा था। वह बाथरूम जाने के बहाने बच्चे को साथ लेकर निकली। इसके बाद वह नहीं लौटी। रात्रिकालीन ड्यूटी में तैनात महिला सुरक्षाकर्मी ने रात दो बजे पूजा गुप्ता और बच्चे को नहीं देखा तो उनकी तलाश शुरू की गई।

कफ सिरफ के साथ पकड़ी गई थी
मिली जानकारी के अनुसार रामानुजगंज निवासी पूजा गुप्ता (23) को फरवरी 2024 में कफ सिरप के साथ पकड़ी गई थी। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई की गई। मामला रामानुजगंज कोर्ट में विचाराधीन है। जब उसे गिरफ्तार किया गया था, वह गर्भवती थी। उसे रामानजुगंज जेल से फरवरी माह में ही अंबिकापुर सेंट्रल जेल लाया गया था।

सीसीटीवी कैमरों की जांच की
सरगुजा एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ने बताया कि, सुरक्षा कर्मियों ने अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों की जांच की, लेकिन पूजा गुप्ता का पता नहीं चला। मामले में मणिपुर पुलिस ने धारा 265 बीएनएस एक्ट का अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने पूजा गुप्ता के फरार होने की जानकारी रामानुजगंज पुलिस को दे दी है।

CG Prime News@बेमेतरा. प्रार्थी से पैसों की मांग करने वाले थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों पर आईजी की गाज गिरी है। आईजी रामगोपाल गर्ग ने थाना प्रभारी के अलावा तीन अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। मामला बेमेतरा जिले के परपोड़ी थाना से जुड़ा है।

एक प्रार्थी ने साइबर अपराध से संबंधित मामले में शिकायत की थी। शिकायत पर कार्यवाही करने की एवज में थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी रूपयो की मांग कर रहे थे। परेशान प्रार्थी ने इसकी शिकायत दुर्ग रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग से की ।शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के साथ साक्ष्य भी सौंपे। प्रथम दृष्टया मामला गंभीर जान आईजी रामगोपाल गर्ग ने बेमेतरा जिले के परपोड़ी थाना प्रभारी प्रमोद शर्मा, प्रधान आरक्षक शिवराज सिंह राजपूत, आरक्षक तुकाराम निषाद और साइबर सेल में पदस्थ प्रधान आरक्षक मोहित चेलक को निलंबित कर दिया है।

उसके साथ ही पूरे मामले की जांच करवा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश आईजी रामगोपाल गर्ग ने एसपी बेमेतरा को दिए है। आईजी के निर्देश पर एसपी रामकृष्ण साहू ने डीएसपी कमल नारायण शर्मा को जांच अधिकारी नियुक्त कर दस दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है।

प्रार्थी मणि कुमार देवांगन पिता खोरबहरा देवांगन निवासी परपोड़ी से अज्ञात व्यक्ति ने ट्रेडिंग के नाम पर 33 लाख रुपए की ठगी कर ली। अपराध पंजीबद्ध करने हेतु प्रधान आरक्षक शिवराज सिंह ने दस हजार रूपये की मांग की। लेनदेन में थाना प्रभारी समेत अन्य के भी शामिल रहने की शिकायत प्रार्थी ने की थी। जिस पर कार्यवाही की गई।

अंबिकापुर। कॉलेज मैदान में स्टंट कर रहे युवाओं ने पुलिस को चौंका दिया है। मंगलवार शाम से वायरल हुए एक वीडियो में कुछ मनमौजी युवा कार से स्टंट करते नजर आ रहे हैं। इन मनचलों के करतब को देखने के लिए दर्जनों की संख्या में कार पर सवार होकर लोग पहुंचे थे। इनमें ज्यादातर स्टंट कर रहे युवाओं के साथी थे।

वायरल वीडियो (Alarming Video) में दिख रही गाड़ी सरगुजा आरटीओ पासिंग है। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि गाड़ी में सवार युवा अंबिकापुर या आसपास के होंगे। इनमें एक युवक कार को बैक गेयर में चलाता नजर आ रहा है तो दूसरा एक धर्म विशेष का झंडा लहरा है।

वहीं युवाओं ने कार के बोनट पर एक झंडा भी बांध रखा है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। ये वीडियो  कब और किसका है, पुलिस इसकी जांच कर रही है। सरगुजा पुलिस के अफसरों का कहना है कि मामला हालिया है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस को मनमौजी युवाओं की तलाश है।

कोरबा जिले की हसदेव नदी में एक मां और उसका बच्चा बह गया। यह घटना शनिवार को हुई। बांगो थाना क्षेत्र के कछार गांव की महिला सुनीता कंवर अपने 10 महीने के बच्चे को साथ लेकर नदी में नहाने गई थी। उसने बच्चा गोद में बांधकर रखा था। जैसे ही महिला नदी के किनारे उतरी, वह फिसल (Hasdev river latest incident) गई। इससे दोनों तेज धार के बीच महिला बहने लगी। इस दौरान मां और बच्चा बहते हुए एक मछुवारे को दिखाई दिए।

मछुवारे ने तुंरत छलांग लगाई

इसके बाद मछुवारे ने तुंरत नदी में छलांग (Hasdev river latest incident) और मां को बाहर निकाल लिया। पानी का बहाव तेज होने की वजह से बच्चा मां से अलग होकर बह गया। जैसे-तैसे करके मां को बाहर निकाला गया, लेकिन बच्चे को मछुवारा नहीं खोज पाया।

महिला को बाहर निकालने के बाद वह एक दिन बेहोश रही, इसके बाद रविवार को उसको होश आया। तब उसने पुलिस को घटनाक्रम (Hasdev river latest incident) जानकारी दी। मां को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद गांव और पूरे क्षेत्र में बच्चे के बह जाने की खबर आग की तरह फैल गई।

मां का रो-रोकर हुआ बुरा हाल

गांव के युवाओं ने भी नदी में छलांग लगाकर बच्चे को खोजने की कोशिश की, लेकिन 10 माह का बच्चा नहीं मिल सका। सोमवार तक भी बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया है।

बच्चे की खोज के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। गोताखोर बच्चे की खोज में लगे हुए हैं। इस घटना के बाद से मां का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना से परिवार के साथ-साथ पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है।

प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के जेठ पर कोतवाली पुलिस ने आखिरकार  एफआईआर दर्ज की है। 25 अगस्त को उसने बस स्टैंड में सहायता केंद्र के प्रभारी प्रधान आरक्षक व बस कर्मचारी से धौंस दिखाते हुए विवाद किया था। इस मामले में पुलिस विभाग द्वारा सहायता केंद्र प्रभारी को ही लाइन अटैच करने की बात सामने आई थी। इधर बस कर्मचारी की रिपोर्ट पर पुलिस ने मंत्री के जेठ के खिलाफ एफआईआर दर्ज  कर ली है। हालांकि अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

ये था मामला

25 अगस्त की रात करीब 9 बजे अंबिकापुर के प्रतीक्षा बस स्टैंड में कार सवार राजू राजवाड़े व राजू सिंह नामक 2 युवक शराब पी रहे थे। इस दौरान उनका बस के एक कर्मचारी से विवाद हुआ। कर्मचारी ने उन्हें बस पार्क करने के लिए वहां से उनकी कार हटाने कहा था।

इस बीच तात्कालीन बस स्टैंड सहायता केंद्र प्रभारी प्रधान आरक्षक देवनारायण नेताम वहां पहुंचे थे और उन्होंने खुले में शराब पीने को लेकर कार सवारों को मना किया। इस बात पर राजू राजवाड़े नामक युवक ने खुद को महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का जेठ बताते हुए प्रधान आरक्षक से विवाद शुरु कर दिया।

कोरबा. Girl child rape and murder: खाई खजाना देने के बहाने साढ़े 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश और गला घोंटकर हत्या के दोषी युवक को कोर्ट ने सख्त सजा सुनाई है। उसे अंतिम सांस तक जेल में रखने की सजा दी है। कोर्ट का फैसला आते ही पुलिस ने दोषी युवक को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। मामला 22 अक्टूबर 2021 की है।

कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली साढ़े तीन साल की बच्ची अपने घर के बाहर 2 सगी बहनों के साथ-साथ सहेलियों संग खेल रही थी। इसी बीच गांव में रहने वाला अर्जुन धनुहार पहुंचा। उसने खेल रही बच्चियों को अपने पास बुलाया और एक दुकान से गुड़़ाखू मंगाया। बच्चियों ने अर्जुन को गुड़ाखू दिया, इसके बाद अन्य बच्चियां चली गईं।

अर्जुन ने साढ़े 3 साल की बच्ची को अपने पास रोक लिया। बच्ची को झांसा दिया कि वह उसे खाई-खजाना खिलाएगा। बच्ची उसकी बातों में आ गई। बच्ची को लेकर खाई-खजाना दिलाने के लिए एक दुकान गया और वहां से बच्ची को अर्जुन एक निर्माणाधीन मकान में ले गया।

जिस मकान में आरोपी बच्ची को ले गया था वह सूना था। अर्जुन ने मासूम बच्ची से दुष्कर्म (Girl child rape and murder) का प्रयास किया। फिर गला घोंटकर बच्ची की हत्या कर दी। देर शाम तक बच्ची घर नहीं लौटी तब परिवार ने उसकी खोजबीन की। देर रात बच्ची मृत अवस्था में निर्माणाधीन मकान के भीतर मिली। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।

जिस मकान में आरोपी बच्ची को ले गया था वह सूना था। अर्जुन ने मासूम बच्ची से दुष्कर्म (Girl child rape and murder) का प्रयास किया। फिर गला घोंटकर बच्ची की हत्या कर दी। देर शाम तक बच्ची घर नहीं लौटी तब परिवार ने उसकी खोजबीन की। देर रात बच्ची मृत अवस्था में निर्माणाधीन मकान के भीतर मिली। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।


रायपुर . छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला मामले में जेल में बंद तत्कालीन कोरबा कलेक्टर रानू साहू, उप-सचिव सौम्या सौरसिया और खनिकर्म निदेशक समीर बिश्नोई की मुश्किलें आसान होती नहीं दिख रही है। शुक्रवार को इस मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम ने दर्जनभर जगहों पर छापेमार कार्रवाई की। विशेष टीम ने राजस्थान एवं रायगढ़ में दो कारोबारियों के घरों और दफ्तरों में दबिश दी। इसके अलावा कोरबा, गरियाबंद में 1-1 स्थान पर कार्रवाई की गई। महासमुन्द में तीन स्थानों पर एक साथ ईओडब्ल्यू का अमला पहुंचा। दुर्ग भी इस कार्रवाई से बच नहीं पाया। पहले सुबह एबीसी और ईओडब्न्ल्यू नेहर नगर स्थित एक होटल व्यापारी पर दबिश देने पहुंची थी, वहीं इसके बाद दुर्ग जिले में आठ स्थानों सख्ती दिखाई गई। रायपुर में भी ५ कारोबारियों के दस्तावेजों को खंगाला गया। इस तरह एक ही दिन में २४ स्थानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद से कारोबारियों के बीच हडक़ंप मच गया।

मिली अचल संपत्तियों के दस्तावेज

अचानक ईओडब्ल्यू की कार्रवाई से कारोबारियों को संभलने का तनिक भर भी मौका नहीं मिला। जांच के दौरान टीमों को इनके पास से कई अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनसे भारी मात्रा में बेनामी संपत्तियों का पता चला है। वाहनों से संबंधित बहुत से दस्तावेज एवं अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लेपटॉप, मोबाइल एवं पेन ड्राइव भी बरामद हुए हैं, जिनमें संपत्तियों की जानकारी दर्ज है। दस्तावेजों एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जा रही है।

मनीष उपाध्याय रिमांड पर

अवैध कोल लेवी प्रकरण में आरोपी मनीष उपाध्याय गिरफ्तार
अवैध कोल लेवी प्रकरण में धारा 120बी, 420, 384 भादवि और धारा 7. 7ए एवं 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुख्य आरोपी मनीष उपाध्याय पिता गेंदालाल उपाध्याय, भिलाई को विधिवत गिरफ्तार किया गया। जिसे शुक्रवार को ही विशेष न्यायालय रायपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। सभी साक्षर और मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने ईओडल्यू को 23 अगस्त तक की डिमांड दे दी है। बता दें कि यह आरोपी काफी लम्बे समय से फरार था। इससे पूछताछ पर नए तथ्यों का खुलासा होने की पूर्ण सम्भावना है।

सूरजपुर. सूरजपुर जिले से अजीबोगरीब मामला सामने आ रहा है। जहां 5 साल के दो भाई बहन अपनी बकरी को साथ लेकर माता-पिता को ढूंढने निकल पड़े। बताया जा रहा है कि घर में पांच साल की बेटी और तीन साल के बेटे को छोड़कर माता-पिता कुछ काम के लिए बाहरचले गए बाहर चले गए। माता-पिता बच्चों को जल्दी लौटकर आने का वादा करके गए थे लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी वह घर नहीं लौटे।

ऐसे में बच्चे परेशान हो गए और खुद ही माता-पिता की तलाश करने का फैसला किया। बच्चों ने अपने घर में एक छोटी सी बकरी पाली हुई है जिससे वह संग लेकर अपने माता-पिता की तलाश में निकल पड़े। माता-पिता रास्ते में मिल जाएंगे ऐसी उम्मीद लेकर बच्चे जंगल के रास्ते आगे बढ़ते रहे। दिनभर चलने के बाद शाम को मोरगा पहुंचे। दिन ढल रहा था। अंधेरा होने वाला था कि बच्चे मोरगा बस्ती के पास एक स्थान पर अपनी बकरी लेकर खड़े हो गए।

बच्चों को देखकर ग्रामीणों की नजर पड़ी और उन्होंने बच्चों की जानकारी लिया। अपना निवास सुरजपुर जिले के एक गांव का नाम बताया, जो मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह बकरी को साथ लेकर माता-पिता को ढूंढने निकले थे। दिनभर पैदल चले। इस बीच कोरबा और सुरजपुर जिले की सीमा निर्धारित करने वाली बरसाती नाला मनारती को पार किया। दिनभर चलने के बाद बच्चे थक गए थे।

उनको देखकर ग्रामीणों को दया आई। एक ग्रामीण ने बच्चों को अपने घर शुक्रवार की रात रख लिया। शनिवार सुबह पुलिस को मामले की जानकारी दी। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस बच्चो को लेकर उनके सुरजपुर स्थित घर पहुंची। माता-पिता नहीं मिले। तब पुलिस ने दोनों बच्चों को उनके चाचा के पास सौंप दिया। शाम को पुलिस टीम मोरगा लौट आई।

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CG Prime News@बालोद. बालोद जिले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर के फार्म हाउस में एक व्यक्ति की हत्या के बाद हड़कंप मच गया। घटना शुक्रवार शाम की है। पुलिस ने हत्या के आरोपी फार्म हाउस के केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 50 साल के संजय ठाकुर की खून से लथपथ लाश फार्म हाउस में मिली थी।

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मौके पर हो गई मौत
आरोपी केयरटेकर भुवनेश्वर नेताम और मृतक संजय ठाकुर ने पहले मिलकर शराब पी थी। आरोपी भुवनेश्वर ने पुलिस को बताया कि संजय बार-बार उसकी पत्नी के पास जा रहा था और छेड़छाड़ कर रहा था। समझाने के बाद भी जब नहीं माना, तो उसे कुल्हाड़ी से काट डाला। संजय ठाकुर के सिर पर कई वार किए, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

पत्नी के बारे में किया गलत कमेंट
पुलिस ने बताया कि शाम को भुवनेश्वर ठाकुर, केशव ठाकुर और संजय ठाकुर फार्म हाउस में शराब पी रहे थे। इस दौरान संजय खाना बना रही भुवनेश्वर की पत्नी के पास बार-बार गलत नीयत से जा रहा था। इस बात को लेकर भुवनेश्वर और संजय के बीच झगड़ा हो गया। रात को भुवनेश्वर की पत्नी अपने रिश्तेदार के घर चली गई। वहीं, केशव भी फार्म हाउस की दूसरी बाड़ी में चला गया था। देर रात नशे में धुत भुवनेश्वर और संजय का फिर आपस में झगड़ा हुआ। संजय ने उसकी पत्नी के बारे में गलत कमेंट किया। जिसके बाद गुस्से में आकर भुवनेश्वर ने उस पर हमला कर दिया।

लोगों से मिला सुराग
शुक्रवार शाम को हुई इस घटना के बाद पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि, फार्म हाउस में काम करने वाले भुवनेश्वर नेताम का संजय ठाकुर से विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने गांव से ही भुवनेश्वर को पकड़ा और कड़ाई पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।